पारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राकेश कटारा ने थामा भाजपा हाथ
युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष पांडे का झाबुआ पंहुचने पर भव्य स्वागत
भारतीय समाज में नारी को देवी शक्ति के रूप में माना गया है, हमारे पौराणिक ग्रंथों में भी नारी को पूजनीय बताया है- श्रीमती सूरज डामोर
झाबुआ । नवरात्रि मातृशक्ति की आराधना का महापर्व है। यह नारी शक्ति के आदर और सम्मान का उत्सव है। यह उत्सव नारी को अपने स्वाभिमान व अपनी शक्ति का स्मरण दिलाता है, साथ ही समाज के अन्य पुरोधाओं को भी नारी शक्ति का सम्मान करने के लिए प्रेरित करता है। जिस तरह हम नवरात्रि में मातृशक्ति के नौ रूपों का पूजन करते हैं, उनका स्मरण करते हैं, उसी प्रकार नारी के गुणों का हम सम्मान करें। हमारे घर में रहने वाली माता, पत्नी, बेटी, बहन- इन सब में हम गुण ढूंढें। उक्त सरगर्भित उदबोधन मुख्य अतिथि कस्तुरबा गांधी स्मारक ट्रस्ट, श्रीमती सूरज डामोर ने नगर के बंसन्त कालोनी में गरबोत्सव में मां दुर्गा की तृतीय दिवस महामंगल आरती के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं को कहें । श्रीमती डामोर ने आगे कहा कि भारतीय समाज में नारी को देवी शक्ति के रूप में माना गया है। हमारे पौराणिक ग्रंथों में भी नारी को पूजनीय बताया है। भगवान ने भी नारी को एक जननी के रूप में सम्मान देकर इस धरती पर भेजा है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि किसी भी राष्ट्र का भविष्य नारी पर टिका होता है। एक मां (नारी) जिस तरह से अपने बच्चों का पालन-पोषण करती हैं, संस्कारित करती हैं, ऐसे बच्चेे राष्ट्र के कर्णधार के रूप में पहचाने जाते हैं। अर्थात् राष्ट्र को ऊंचा उठाने में नर के साथ नारी की भूमिका को कमतर नहीं आंकी जा सकती। प्राचीनकाल की सीता, अनुसूईया, अपाला, घोषा, सरस्वति, सर्पराज्ञी, सूर्या, सावित्री, अदिति, दाक्षायणि, लोपामुद्रा, विश्ववारा, आत्रेयी आदि ऋषिकाओं ने वह कर दिखाया, जो जिसका गान करते हुए ऋषि थकते नहीं थे। इस नवरात्र से नारी के सम्मान करने के लिए स्वयं से शुरुआत करने एवं अपने परिजन, साथियों को प्रेरित करने के उत्सव में मनाने चाहिए। उन्होने आगे कहा कि निश्चित रूप से भगवान शिव के लिए आदर का भाव रखने वाली माता शैलपुत्री से आज के समाज को सीखने की जरूरत है। मां ब्रह्मचारिणी को पर्वत हिमवान की बेटी कहा जाता है। आज प्रायः हर घर में कलह और द्वेष का माहौल है। लोग एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे रहते है। ऐसे अशांत मन वाले भक्तों के मन में शांति और तप भाव का संचार करें। हिम्मत और साहस का रूप माता चंद्रघंटा इस नवरात्र में अपने भक्तों का कल्याण करें, जिससे वह सही रास्ते पर चल सके। माता कुष्माडा संसार मे फैले अंधेरे को अपने प्रकाश से प्रकाशमय कर दें, ताकि भक्तों का कल्याण हो सके। उनके द्वारा प्रदप्त शक्ति ही हमें मुक्ति, भक्ति दोनों प्रदान करती है। हम उपासना के साथ नारियों के सम्मान का संकल्प लें। स्कन्दमाता समाज में चारों ओर फैले अंध विश्वास को हरने वाली है। उनसे प्रार्थना करें कि वे रुढ़िवादिता को उबरने हेतु हमें शक्ति व साहस दें। शेर की सवारी करने वाली कात्यायनी मां समाज में पापियों की संख्या को घटाने मे काम करने वालों को संबल दे। जिससे समाज में अराजकता, भ्रष्टाचारी कम हो। शुभ कुमारी के रूप में पूजे जाने वाली माता कालरात्रि से दुर्व्यसनों, नशाखोरी, चोरी, डकैती आदि में लिप्त लोगों के मन को सही दिशा देने हुए विनती करें। इस नवरात्रि भूत व भविष्य के पापों को धोने वाली माता महागौरी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए, ताकि हम मन स्वच्छ हो सके और वह नेक रास्ते पर चल सके। माता सिद्धिदात्री की पूजा नौवें दिन की जाती है। इनकी पूजा करने से माता किसी को निराश नहीं करती हैं। अतः आज हम सभी को इस नवरात्रि पर प्रतिज्ञा लेना हैे कि हमस ब सही रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। विशेष अतिथि भीलसेवा संघ के अध्यक्ष अजय डामोर ने भी इस अवसर पर कहा कि माता की उपासना एवं तदनुसार संकल्पपूर्वक कार्य करने से ही समाज में नारी शक्ति सम्मान के साथ आगे बढ़ पायेंगी। नवरात्रि के नौ दिन में सर्वशक्तिमान माता से हम सभी प्रार्थना करें कि हमारी बुद्धि को बलपूर्वक सही दिशा दें। नारी के सम्मान के इस पर्व को उत्सव के साथ मनाने एवं नारी को सतत आगे बढ़ने में सहयोग करने के संकल्प के साथ मनाना चाहिए। नवरात्री उत्सव में बसंत कालोनी में आयोजित नौ दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम में श्रीमती सूरज डामोर एवं श्री अजय डामोर का पुष्पहारों एवं शाल श्रीफल एवं मातारानी की प्रतिमा देकर आत्मीय स्वागत किया गया । महा मंगल आरती एवं आयोजित कार्यक्रम में ओम प्रकाश शर्मा ,महेन्द्र तिवारी, अंकुर पाठक,राजेन्द्रकुमार सोनी, विश्वनाथ सोनी, जुवानसिंह गुण्डिया मितेश गाादिया, अमीत शर्मा, सुनील मामा,किशोर भाबर,बीके सिंह, राजू थापना, रवि थापा, स्वीट गोस्वामी, रवि सूर्यवंशी, अरूण नायक, अनुराग चौरसिया, मोहित सिंह, अमनसिंह, मनजीत, जयेश अरोरा, प्रिंस चौहान, सीमा चौरसिया अर्चना गुप्ता, श्रीमती गीता सिंह, मधु शर्मा, बबीता थापा, सुश्री रेखा तिवारी,श्रीमती साधना बघेल, सुश्री प्रीतिसिंह, रजनी तिवारी, हिना चौधरी, नेन्सी, कनिष्का पायल आदि ने आगन्तुक अतिथियो का स्वागत किया । कार्यक्रम के अन्त मे प्रसादी का वितरण किया गया । कार्यक्रम का संचालन पण्डित महेन्द्र तिवारी ने माना तथा आभार प्रदर्शन ब्रजेशसिंह ने व्यक्त किया ।
- बंसत कालोनी गरबोत्सव में प्रतिदिन हो रही महामंगल आरती, गरबो का भी हो रहा आयोजन ।
माँ स्वम्भू माता के चरणों मे समर्पित की 51 मीटर की चुनरी, चुनरी यात्रा के चलते माँ के भक्तों ने की आराधना
थांदला । आदिवासी अंचल बाहुल्य अंचल के थांदला में नवरात्र महोत्सव के दूसरे दिन भव्य पद चुंदड़ी यात्रा निकाली गई,जिसमें जय श्री महाकाल आर्ट एंड डांस ग्रुप इंदौर,राजस्थानी डांस ग्रुप, भारत माता की झांकी,खाटू श्याम की झांकी,शंकर पार्वती की झांकी,राधा कृष्ण झांकी,बैंड,ढोल ग्रुप,गरबा पार्टी,स्थानीय नागरिकों सहित संख्या में दूरस्थ आदिवासी अंचल से आए आदिवासियों ने भाग लिया।यात्रा श्री कल्लेश्वर महादेव मंदिर तलावली रोड से शुरू हुई
- ग्रामीण क्षेत्रों से आदिवासी भाई, बहिनो ने चुनरी यात्रा में की अपनी सहभगिता
चुनरी यात्रा ने 3 घंटे किया नगर भ्रमण
दोपहर 1ः00 बजे से कलेश्वर महादेव मंदिर तलावली रोड से शुरू की गई चुनरी यात्रा नगर भ्रमण पर निकली तो ऐसा लग रहा था मानव संपूर्ण थांदला नगर भक्ति के एक रंग में समाहित होकर खुशियों से सरोवर हो रहा है पैदल यात्रा के दौरान 3 घंटे तक चुनरी यात्रा नगर में भ्रमण करती रही 01 किलोमीटर की लंबाई में चल रहे श्रद्धालुओं ने जिस चौराहा और नाके से होकर यात्रा निकाली वहां उपस्थित वरिष्ठ जन एवं बच्चों द्वारा अलग ढंग से चुनरी यात्रा का स्वागत सत्कार किया गया लाल पीले वस्त्र धारण किए महिलाएं एवं पुरुष यात्रा में चल रहे थे लोग अपना कामकाज छोड़कर माता रानी की चुनरी यात्रा को सफल बनाने में लगे हुए थे चुनरी यात्रा को सफल बनाने में नगर सहित सैकड़ो की संख्या में चुनरी यात्रा में शामिल होकर भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने अपना विशेष योगदान दिया। नगर में हिंदू जागरण मंच के द्वारा मुख्य चौराहों पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया एवं नगर में सभी जगह स्वागत किए गए। 7 किलोमीटर दूर मार्ग तय करते हुए प्राचीनकाल में तंत्र साधना का केंद्र रहे जिले के सुप्रसिद्ध स्वयंभू माता मंदिर पर देवी प्रतिमा को 51फीट लम्बी चुंदड़ी समर्पित करने के साथ ही पूर्ण हो गई।इस अवसर पर धार्मिक एवं राष्ट्रीय महत्व को रेखांकित करती झांकियां भी निकाली गई। इस धार्मिक चुंदड़ी पद यात्रा के श्री आध्या शक्ति कल्याण मंडल के आयोजक दिलीप डामोर एवं श्री आध्या शक्ति कल्याण मंडल सह.आयोजक निरंजन भारद्वाज थे।पदयात्रा में श्री कल्लाजी मंदिर के गादीपति गिरीशचन्द्र धानक, अरण्यपथ न्यूज प्रधान संपादक डॉ उमेशचंद्र शर्मा,विपरण संस्था प्रदेश संयोजक संजय श्रीवास,सहकार भारती प्रदेश सदस्य गणेश प्रजापत जिला जनपद सदस्य मेघजी अमलियार,हिंदू जागरण मंच जिला महामंत्री कमलेश वर्मा,नगर पंचायत अध्यक्ष बंटी डामोर,भाजपा मंडल महामंत्री सुनील पण्दा,नगर पंचायत पूर्व विधायक प्रतिनिधि राकेश सोनी,पार्षद रोहित बैरागी,पार्षद आनंद चौहान,पूर्व पार्षद सुधीर भाबर,नटवर पवार,संतोष सिसोदिया,वरिष्ठ पत्रकार व राज न्यूज प्रधान संपादक सुधीर शर्मा,कादर शेख,समकित तलेरा,मनोज उपाध्याय,जमील खान, बंटी भारती,शाहिद खान,मनीष वाघेला,कुलदीप वर्मा,राजू धानक,नीलिमा डाबी,विवेक व्यास आदि पत्रकारगण श्री आध्या शक्ति कल्याण मंडल समिति अध्यक्ष गोपाल प्रजापत,उपाध्यक्ष किशोर राठौर,एवं समिति पदाधिकारी दूरस्थ आदिवासी अंचल से आए विभिन्न संत महात्मा,रामदास महाराज,बहादुर महाराज,बीड वाली माता जी,शांति बारिया,रमेश कटारा,दुला भूरिया आदि धार्मिक,सामाजिक के पदाधिकारियों ने अपनी सहभागिता की।धर्म पदयात्रा के उद्देश्य के बारे में पूछे जाने पर यात्रा के आयोजक दिलीप डामोर और सह.आयोजक निरंजन भारद्वाज मीडिया को बताया कि‘‘इस धर्म यात्रा का मुख्य उद्देश्य नवरात्र के पावन काल में स्वयंभू माता की आराधना ही रहा है,किन्तु इस माध्यम से आदिवासी समाज में धर्म जागरण कार्य की भी चाहत हमारे मन में रही,क्योंकि हमने इस बात का अनुभव किया है कि हमारे जो आदिवासी भाई धर्म से जुड़े हैं,वो व्यसन से पूरे तौर पर दूर हो गए। डामोर ने कहा‘‘इसीलिए हम चाहते हैं कि हमारे आदिवासी भाई धर्म से जुड़े और अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।
सन्तोषी माता मंदिर में नवरात्री मे हो रहे रामायण के नव्हाण पारायण पाठ
झाबुआ । शारदेय नवरात्री में स्थानीय दक्षिणमुखी कालिका माता मंदिर के सामने स्थित मां सन्तोषी के मंदिर में प्रतिवर्षानुसार इस बार भी 6 वें वर्ष नव्हाण रामचरित मानस का संगीत मय पाठ श्री रामायण मंडल झाबुआ द्वारा रात्री 8 से 11 तक प्रतिदिन 3 घण्टे किया जारहा है। रामायण मंडल के प्रमुख दशरथ जानी ने बताया कि नवरात्री उत्सव में पिछले 5 वषो्र से सतत सन्तोषी माता मंदिर में पंचमुखी हनुमान जी के मंदिर के समक्ष रामायण पाठ का आयोजन किया जारहा है । रामायण मंण्डल में दशरथ जानी के अलावा भवरसिंह पंवार, छोगालाल मालवीय, रमेश मालवीय, प्रेमादीब पंवार, गोपालसिंह चौहान, दयाराम पाटीदार, एवं मनोज सोनी के अलावा श्रीमती सरिता भगोरा, एवं मधु बैरागी द्वारा रामचरित नव्हाण पारायण में सहभागिता की जारही है। प्रतिदिन हनुमानजी की आरती के बाद रामायण पाठ समवेत स्वरों में किया जारहा है । रामायण मंण्डल द्वारा नगरवासियों से अधिक से अधिक सख्या में नव्हाण पारायण में भाग लेकर धर्मलाभ उठाने की अपील की गई है
नीमा समाज महिला मंडल द्वारा प्रतिदिन किये जारहे गरबे, चारभूजा के दरबार में सर्वमंगला देवी के समक्ष ड्रेस कोड मेंकी जारही गरबा रास आराधना
दक्षिणमुखी कालिका मााता मंदिर पर श्रद्धालुओं का लगा तांता, मां के दरबार मे आयोजित हो रहे गरबे
सर्व भाषा ट्रस्ट दिल्ली ने डॉ रामशंकर चंचल को नवाजा चंद्रशेखर आजाद सम्मान से
नेचुरल ग्रीन पार्क कॉलोनी प्रथम नव दुर्गा उत्सव का रंग जमा’
झाबुआ । नेचुरल ग्रीन पार्क कॉलोनी में प्रथम बार नव दुर्गा उत्सव समिति का गठन किया गया जिसमें कार्यक्रम संयोजक दौलत भावसार और कार्यक्रम अध्यक्ष राजा ठाकुर द्वारा बताया गया कि प्रथम नव दुर्गा उत्सव का आयोजन समिति द्वारा किया गया है स्थानीय गणेश गार्डन मैं माताजी की स्थापना प्रथम दिवस की गई उसी दिन से गणेश गार्डन में नवदुर्गा उत्सव कारण जमने लगा है गरबो का आयोजन भी प्रतिदिन धूमधाम से किया जा रहा है प्रात और शाम को माता जी की महा आरती का आयोजन प्रतिदिन किया जा रहा है । समिति के समस्त पदाधिकारी एवं संरक्षक कौन है नेचुरल ग्रीन पार्क कॉलोनी के समस्त ग्राम वासियों से अनुरोध किया है कि माता रानी के इस उत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लेकर आयोजन को सफल बनाने में समिति की मदद करें अपनी श्रद्धा अनुसार तन मन धन से सहयोग कर कार्यक्रम को सफल बनाने की कृपा करें
संगिनी प्राइडश् ग्रुप के तत्वाधान में हुआ विषाल गरबे रास का आयोजन
विश्व मानसिक स्वास्थय दिवस पर किया विधिक साक्षरता शिविर का अयोजन
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