तेजस्वी ने आरोप लगाते हुए कहा कि इन सभी बिहारवासियों की नृशंस हत्या के दोषी आप और आपकी निकम्मी सरकार है। अगर आपकी सरकार ने पिछले 16 साल से किए जा रहे ‘सुशासन’ के दावे के अनुरूप सचमुच रोजगार सृजन पर गम्भीरता से कुछ भी किया होता तो इनकी भाँति करोड़ों बिहारवासियों को हरवर्ष पलायन के लिए विवश नहीं होना पड़ता। आप ही की सरकार की नाकामी के कारण ये सभी आतंकवाद की भेंट चढ़े युवक अपने घर से दूर एक आतंकवाद प्रभावित दूसरे राज्य में रोजगार की तलाश में पलायन करने को विवश हुए। अपनी सरकार की नाकामी को छुपाने के लिए आप बड़ी बनावटी मासूमियत से प्रवासी मजदूर शब्द पर आपत्ति जताते हैं पर पलायन के ज़हर को गरीब बिहारवासियों के जीवन से मिटाने का कोई ईमानदार प्रयास नहीं करते। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऊपर से आपकी सरकार ने तो खूब दावा किया था कि धारा 370 हटने से आतंकवाद का घाटी से अंत हो जाएगा। खूब उछल कूद कर आपकी पार्टी ने बिना सोचे समझे लिए गए इस कदम का देश के लिए ऐतिहासिक दिन बताकर समर्थन किया था। जब सब कुछ इतना सामान्य हो चुका था तो क्यों आपकी सरकार में बैठे लोग दबी जुबान जम्मू कश्मीर जाकर रोजगार तलाशने के लिए श्रमिकों की ही आलोचना कर रहे हैं? सम्भव है कि आपकी सरकार के द्वारा ज़मीनी हकीकत से दूर किए गए दावों के प्रभाव में ही इन श्रमिकों ने जम्मू कश्मीर जाने का मन बनाया हो। इन राक्षसी हत्याओं के लिए परिस्थिति उत्पन्न करने और श्रमिकों को रोजीरोटी के लिए घर से दूर बसने के लिए आपकी सरकार को पीड़ित परिवारों से ना सिर्फ़ हाथ जोड़कर माफ़ी माँगना चाहिए, बल्कि सभी परिवारों के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी और 1 करोड़ मुआवजे की घोषणा करके अपने पापों को धोने का प्रयास करना चाहिए। आतंकियों द्वारा मारे गए इन निर्दोष बिहारियों की मौत के ज़िम्मेवार आप और आपकी डबल इंजन सह ट्रबलधारी सरकार है।
पटना : जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने मजदूरों को निशाना बनाया है। रविवार शाम वनपोह इलाके में 3 बिहारी मजदूरों को गोली मारी है। हमले में दो मजदूरों की मौत हुई है, जबकि एक की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। निर्दोष बिहारियों पर हुए हमले के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, आशा है आपको ज्ञात हो चुका होगा कि आज फिर बिहार के दो श्रमिकों को जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा मौत के घाट उतार दिया गया। कल भी एक श्रमिक की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। इससे पहले एक और बिहारी मूल के श्रमिक की हत्या की जा चुकी है जिसकी मृत्यु की जानकारी भी आपको दो दिन बाद एक पत्रकार के इस विषय पर सवाल के द्वारा ही हुआ था।
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