प्रतापगढ़ : विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विधिक सेवा शिविर का किया गया आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 13 नवंबर 2021

प्रतापगढ़ : विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विधिक सेवा शिविर का किया गया आयोजन

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प्रतापगढ़।  आजादी के अमृत महोत्सव पर माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर द्वारा लॉन्च किये गये पेन इंडिया अवेयरनेस एण्ड आउटरीच कार्यक्रम के तहत्् प्रतापगढ़ जिले के दूरस्थ गांव अम्बीरामा में प्रशासन गांवो के संग अभियान के साथ-साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रतापगढ़ द्वारा विधिक जागरूकता एवं जन कल्याणकारी शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर के दौरान प्रतापगढ़ के उपखण्ड अधिकारी अरनोद, तहसीलदार अरनोद, विकास अधिकारी पंचायत समिति दलोट एवं समस्त विभाग यथा- जनजाति एवं क्षैत्रीय विकास विभाग, आयुर्वेद विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, वन विभाग, महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग, जलदाय विभाग, विद्युत विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती विभाग, राजस्व एवं उपनिवेश विभाग, सहकारिता विभाग, श्रम विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, आजीविका विभाग  के अधिकारी एवं कर्मचारीगण ने उपस्थित रहकर राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का आमजन को मौके पर लाभ दिया।

सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), प्रतापगढ़ श्री शिवप्रसाद तम्बोली द्वारा उपस्थित ग्रामीण जन को बाल विवाह निषेध, मृत्यु-भोज निषेध, कन्या भ्रूण हत्या निषेध, पीसीपीएनडीटी एक्ट, जन्म-मृत्यु पंजीयन, मोटर व्हीकल अधिनियम, वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार, डाकन प्रथा निषेध कानून, पीड़ित प्रतिकर स्कीम एवं विधिक सहायता की जानकारी दी गई। साथ ही श्री तम्बोली ने कृषि से संबंधित जानकारी देते हुए बताया गया कि खेती के देशी तरीकांे का भी प्रयोग करना चाहिए ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहे । इसी संबंध में ग्रामीणों को देशी खाद निर्माण, देशी कीटनाशक निर्माण, खेती की देशी पद्धति तथा जल संचय की जानकारी प्रदान की गई। आमजन को बीज उपचार(कल्चर) करने के आसान तरीकों से अवगत कराते हुए बताया गया कि गाय के गौमूत्र से बीजोपचार किया जा सकता है।  स्वरोजगार के क्षेत्र में कार्यरत धरियावद रोड़ स्थित बड़ौदा स्वरोजगार संस्थान की जानकारी भी आमजन को दी गई। संस्थान द्वारा निःशुल्क सिलाई सिखाने, अगरबत्ती बनाना एवं वर्मी कम्पोस्ट बनाना सिखाया जाता है। इसके माध्यम से अधिक से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़कर ग्रामीण एवं आमजन स्वरोजगार से जुड़ सकते हैं और स्वयं की आय में वृद्धि कर सकते हैं।  शिविर मंे विभागों द्वारा ग्रामीणों को मौके पर पट्टे वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् आवास निर्माण की स्वीकृति, जॉब कार्ड, आंगनवाडी केन्द्रो पर शौचालय की स्वीकृति, गांव में स्वच्छता के लिए मैजिक कीट की स्वीकृति, कृषि भूमि का मौके पर विभाजन, मौके पर पट्टो का वितरण, कृषि उपकरण वितरण, नामांतरण, खाता शुद्धिकरण, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र वितरण, पेंशन एवं पालनहार प्रकरणों का निस्तारण, जरूरतमंदो को बैसाखी एवं ट्राईसाईकिल का वितरण किया गया।

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