पटना 30 नवंबर, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बिहार में अपराध की घटनाओं में किसी भी प्रकार की कमी नहीं हो रही है. यह बहुत चिंताजनक है. समस्तीपुर में हाजत में सफाईकर्मी रामसेवक राम, अररिया में महादलित चंदेश्वरी रीषिदेव की हत्या के बाद अब दो दिन पहले सुपौल जिले में हमारी पार्टी की जिला कमिटी के सदस्य व अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के पिपरा प्रखंड के सचिव योगेन्द्र पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या के पीछे जो मामला उभरकर सामने आ रहा है, वह और चिंताजनक है. ऐसा लगता है कि नीतीश राज में गरीबों के सवालों पर लड़ाई लड़ने वाले राजनीतिक कार्यकर्ताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है. योगेन्द्र पासवान पेशे से वकील थे. उसी जिले के अमलदत राम की मां को भूदान की जमीन का पर्चा मिला था. उसपर दखल दिलाने की लड़ाई योगेन्द्र पासवान लड़ रहे थे. अमलदत राम को सामंती अपराधी लगातार धमकी दे रहे थे. इसी बात को लेकर मुकदमा दर्ज कराने हेतु अमलदत राम योगेन्द्र पासवान के पास पहुंचे थे. अमलदत राम ने विगत शनिवार को आवेदन तैयार किया था और उसी रात योगेन्द्र पासवान की हत्या गोली मारकर कर दी गई. इस हत्या के खिलाफ सखवा में योगेन्द्र पासवान के अंतिम संस्कार के पहले प्रदर्शन किया गया. इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. भाकपा-माले ने सभी हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है. साथ ही, योगेन्द्र पासवान के परिजनों को 10 लाख रु. मुआवजे की भी मांग की. भाकपा-माले ने कहा है कि इस घटना के उपरांत योगेन्द्र पासवान का पूरा परिवार दहशत में है. इसलिए यह प्रशासन की जिम्मेवारी बनती है कि वह उनकी सुरक्षा का प्रबंध करे.
मंगलवार, 30 नवंबर 2021
सुपौल में माले नेता योगेन्द्र पासवान की हत्या निंदनीय, अपराधियों का मनोबल चरम पर
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