पटना सिटी का गुरु गोविंद सिंह अस्पताल आजकल काफी चर्चा में बना हुआ है, इसका मुख्य कारण है इस अस्पताल के उपाधीक्षक अलख नारायण सिंह एवं अस्पताल प्रबंधक चंद्रशेखआजाद के द्वारा परिश्रम करके मरीजों की हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराते आ रहे है। गुरु गोविंद सिंह का अस्पताल परिवार डॉक्टर से लेकर रात्रि प्रहरी गार्ड तक बेहतर सेवा देने के लिए आजकल काफी चर्चा में है, यहां इलाज के लिए आने वाले दूरदराज के मरीजों का काफी ख्याल रखा जाता है कोई भी मरीज यहां से निराश होकर नहीं लौट रहे हैं उनको दवा के साथ जांच की पूरी सुविधा उपलब्ध है लेकिन यह बात पुराना हेल्थ मैनेजर मोहम्मद शब्बीर को रास नहीं आ रहा है क्योंकि उन्होंने अस्पताल की जो बदहाली स्थिति में पहुंचा दी थी, आर्थिक लाभ द्वारा मरीजों का शोषण करके, यहां कार्यरत चिकित्सकों एवं कर्मचारियों में भैया दोहन करके धन उपार्जन कर रहे थे हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है किसी समाजिक कार्यकर्ता ने आर्थिक अपराध इकाई में पत्राचार के द्वारा शिकायत पहुंचाई है। ताजा समाचार सूत्रों से पता चला है कि पुराने हेल्थ मैनेजर पुनः अस्पताल में कब्जा जमाना चाह रहे हैं क्योंकि जिसको मलाई खाने की आदत लग जाती है वह अपना स्थान छोड़ना नहीं चाहता है। जिला स्वास्थ्य समिति एवं जिलाधिकारी के निर्देशन में इस अस्पताल का निगरानी पटना सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह खुद कर रही हैं इस अस्पताल का कायाकल्प जितनी तेजी से हो रहा है शायद ही किसी ने यह सोचा होगा। आने वाले समय में गिरजा अस्पताल अग्रणी पंक्ति में खड़ा होगा और बिहार के 1 से 5 अस्पतालों में इसकी गिनती होगी। यही कारण है कि यहां के मलाई खाने के लिए पुराने हेल्थ मैनेजर पुनः यहां आने के लिए दांवपेच लगा रहे हैं, हालांकि इनकी दाल कहीं से गलने वाली नहीं है क्योंकि इनके काले करतूतों को वहां के सभी चिकित्सक एवं कर्मचारी समझ गए हैं और उन्होंने इसका विरोध किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यदि पुराने मैनेजर का यहां आगमन होगा तो अस्पताल में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।सबसे बड़ी बात यह है कि मो0 शब्बीर खान ब्लॉक मैनेजर है और गुरुगोविंद सदर अस्पताल हॉस्पिटल मैनेजर का पढ़ है सूत्रों के अनुसार मो0 शब्बीर खान के द्वारा बहुत सारा काम लगातार पेंडिंग में रहा है लेकिन वर्तमान समय मे सारा कार्य को सुचारू रूप से किया जा रहा है। मो0 शब्बीर खान ब्लॉक मैनेजर को आने से अस्पताल की समस्या और ब्लैक मार्केटिंग, काला धंदा चारु हो सकता है। सबसे बड़ी बात या है कि ऑक्सीजन प्लांट बनाने में लाखों रुपए का धांधली हुआ है और दीदी की रशोई के लिए भी लाखों रूपीस का गमन हुआ है। जिलाधिकारी महोदय को एबं सरकार को अपने स्तर से जांच कर पूर्व स्वास्थ मैनेजर मो0 शब्बीर खान पर कानूनी करवाई करना चाहिए।
शनिवार, 27 नवंबर 2021
बिहार : गुरु गोविंद सिंह अस्पताल का पुराना हेल्थ मैनेजर कब्जा जमाना चाह रहे
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