शहर की बेटी स्वाति ने कराटे फाइट में हासिल किया गोल्ड
भंडारे में उमड़ा आस्था का सैलाब, श्रद्धालुओं ने लगाया छप्पन भोग
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी काल भैरव अष्टमी के पावन अवसर पर शहर के बड़ा बाजार-चरखा लाइन के मध्य में स्थित शहर कोतवाल बाबा काल भैरव के नाम से प्रसिद्ध मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ महा आरती का आयोजन किया गया। इसके उपरांत छप्पन भोग के साथ सर्व प्रथम कन्याओं को भोज के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। रविवार को बाबा काल भैरव महोत्सव के दूसरे दिन भी प्रसादी का वितरण किया। इस संबंध में जानकारी देते हुए आयोजन समिति के रामू सोनी और समाजसेवी संजय सोनी ने बताया कि छावनी सहित आस-पास के क्षेत्र में आस्था का केन्द्र इस मंदिर में प्रतिवर्ष काल भैरव अष्टमी पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस साल इस दो दिवसीय कार्यक्रम में बाबा का विशेष अभिषेक, श्रृंगार और भंडारे का आयोजन के साथ ही ब्राह्मणजनों का सम्मान किया गया था। सम्मान के दौरान पंडित पूनम चंद्र व्यास, पंडित गणेश शर्मा, पंडित शिवनारायण शास्त्री, पिंकी शर्मा, चंदू शर्मा सहित आधा दर्जन से अधिक ब्राह्मणजनों का सम्मान किया गया। इस मौके पर पंडित श्री व्यास ने कहा कि काल भैरव यानि जो भय से रक्षा करता है, माना जाता है कि अगर आपके भीतर किसी बात का भय है तो काल भैरव के नाम लेते ही आपका वह डर गायब हो जाएगा। हिंदू धर्म में काल भैरव की पूजा का विशेष महत्व है क्योंकि ये भगवान शिव के ही स्वरूप माने जाते हैं। बाबा भैरव भगवान का साहसिक युवा रूप है। इस रूप की आराधना से शत्रु से मुक्ति, संकट, कोर्ट-कचहरी के मुकदमों में विजय की प्राप्ति होती है। व्यक्ति में साहस का संचार होता है। सभी तरह के भय से मुक्ति मिलती है। काल भैरव को शंकर का रुद्रावतार माना जाता है।
- शहर कोतवाल बाबा काल भैरव की महा आरती में गूंजे जयकारे, उत्साह के साथ किया दो दिवसीय महोत्सव का समापन
ऐसे हुई थी काल भैरव की उत्पत्ति!
उन्होंने कहा कि काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा जाता है कि काल भैरव शिव के क्रोध के कारण उत्पन्न हुए थे। एक बार ब्रह्मा, विष्णु और महेश में इस बात को लेकर काफी बहस हो गई कि उन तीनों में कौन ज्यादा श्रेष्ठ है. तब बातों ही बातों में ब्रह्मा जी ने भगवान शिव की निंदा की तो इससे शिव शंकर क्रोधित हो गए और उनके रौद्र रूप के चलते काल भैरव की उत्पत्ति हुई। बाबा भैरव शहर में कोतवाल के रूप में प्रसिद्ध है। इसलिए हर क्षेत्र में बाबा की पूजा का विधान है। महोत्सव में समाजसेवी सुमन वियाणी, राजेश भूरा यादव, बंटू सोनी, अनिल पारे, आशीष गुप्ता, हीरु बेलानी, संतोष बैस, अतुल जैन, हेमंत रूठिया, गौतम रूठिया, सौरभ सोनी, नन्नू जैन, अभिषेक जैन, अरविन्द शर्मा, सावन यादव, संजय चौरसिया, राजू बंसल, यश सोनी, राधेश्याम सोनी आदि शामिल थे।
उत्साह के साथ निकाली गई भगवान शिव और माता पार्वती की बारात, कलियुग में श्रीराम कथा का श्रवण सबसे बड़ा धर्म-श्री राघवेन्द्राचार्य महाराज
शहर के बीएसआई मैदान पर खेली जा रही टी-20 लीग सीजन-2 क्रिकेट प्रतियोगिता, पीपीसीए ने यंग स्टार को सात विकेट से हराया
भंडारे में उमड़ा आस्था का सैलाब, श्रद्धालुओं ने लगाया छप्पन भोग
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी काल भैरव अष्टमी के पावन अवसर पर शहर के बड़ा बाजार-चरखा लाइन के मध्य में स्थित शहर कोतवाल बाबा काल भैरव के नाम से प्रसिद्ध मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ महा आरती का आयोजन किया गया। इसके उपरांत छप्पन भोग के साथ सर्व प्रथम कन्याओं को भोज के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। रविवार को बाबा काल भैरव महोत्सव के दूसरे दिन भी प्रसादी का वितरण किया। इस संबंध में जानकारी देते हुए आयोजन समिति के रामू सोनी और समाजसेवी संजय सोनी ने बताया कि छावनी सहित आस-पास के क्षेत्र में आस्था का केन्द्र इस मंदिर में प्रतिवर्ष काल भैरव अष्टमी पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस साल इस दो दिवसीय कार्यक्रम में बाबा का विशेष अभिषेक, श्रृंगार और भंडारे का आयोजन के साथ ही ब्राह्मणजनों का सम्मान किया गया था। सम्मान के दौरान पंडित पूनम चंद्र व्यास, पंडित गणेश शर्मा, पंडित शिवनारायण शास्त्री, पिंकी शर्मा, चंदू शर्मा सहित आधा दर्जन से अधिक ब्राह्मणजनों का सम्मान किया गया। इस मौके पर पंडित श्री व्यास ने कहा कि काल भैरव यानि जो भय से रक्षा करता है, माना जाता है कि अगर आपके भीतर किसी बात का भय है तो काल भैरव के नाम लेते ही आपका वह डर गायब हो जाएगा। हिंदू धर्म में काल भैरव की पूजा का विशेष महत्व है क्योंकि ये भगवान शिव के ही स्वरूप माने जाते हैं। बाबा भैरव भगवान का साहसिक युवा रूप है। इस रूप की आराधना से शत्रु से मुक्ति, संकट, कोर्ट-कचहरी के मुकदमों में विजय की प्राप्ति होती है। व्यक्ति में साहस का संचार होता है। सभी तरह के भय से मुक्ति मिलती है। काल भैरव को शंकर का रुद्रावतार माना जाता है।
- शहर कोतवाल बाबा काल भैरव की महा आरती में गूंजे जयकारे, उत्साह के साथ किया दो दिवसीय महोत्सव का समापन
ऐसे हुई थी काल भैरव की उत्पत्ति!
उन्होंने कहा कि काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा जाता है कि काल भैरव शिव के क्रोध के कारण उत्पन्न हुए थे। एक बार ब्रह्मा, विष्णु और महेश में इस बात को लेकर काफी बहस हो गई कि उन तीनों में कौन ज्यादा श्रेष्ठ है. तब बातों ही बातों में ब्रह्मा जी ने भगवान शिव की निंदा की तो इससे शिव शंकर क्रोधित हो गए और उनके रौद्र रूप के चलते काल भैरव की उत्पत्ति हुई। बाबा भैरव शहर में कोतवाल के रूप में प्रसिद्ध है। इसलिए हर क्षेत्र में बाबा की पूजा का विधान है। महोत्सव में समाजसेवी सुमन वियाणी, राजेश भूरा यादव, बंटू सोनी, अनिल पारे, आशीष गुप्ता, मनोज दीक्षित मामा, हीरु बेलानी, संतोष बैस, अतुल जैन, हेमंत रूठिया, गौतम रूठिया, सौरभ सोनी, नन्नू जैन, अभिषेक जैन, अरविन्द शर्मा, सावन यादव, संजय चौरसिया, राजू बंसल, यश सोनी, राधेश्याम सोनी आदि शामिल थे।
शहर के बेटी शिवानी बनी मध्यप्रदेश फुटबाल टीम की कप्तान
पशुपालकों से नवीन पशुधन बीमा योजनांतर्गत बीमा कराने की अपील
पशुपालक अपने पशुधन का बीमा करायें। राष्ट्रीय पशुधन मिशन अंतर्गत नवीन पशुधन बीमा योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना में पशुपालकों को पशु की मृत्यु होने पर हुई आर्थिक हानि में राहत मिलती है। योजना में समस्त पशुधन जैसे गाय, भैंस, घोड़ा एवं बकरी को शामिल किया गया है। योजनांतर्गत प्रति परिवार अधिकतम पांच पशुओं का बीमा करा सकते हैं। बीमे की अधिकतम राशि 55 हजार रूपये तक हो सकती है तथा प्रीमियम दर एक वर्ष के लिए 2.92 प्रतिशत है। जिसमें सामान्य वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अनुदान तथा बीपीएल एससी एसटी के लिए 70 प्रतिशत अनुदान शासन द्वारा दिया जाता है। पशुपालक अधिक जानकारी के लिए अपने निकटतम पशु चिकित्सालय प्रभारी से संपर्क कर करें।
शैक्षणिक सत्र 2021-22 की परीक्षाओं के लिए ऑनलाईन आवेदन की तिथियाँ निर्धारित
शैक्षणिक सत्र 2021-22 की परीक्षाओं के लिए नामांकन एवं परीक्षा आवेदन पत्र ऑनलाईन भरने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा तिथियाँ निर्धारित की गई है। नामांकन के लिए 30 नवम्बर तक ऑनलाईन आवेदन किया जा सकते है, जिसका नियमित शुल्क 250 रूपए निर्धारित किया गया है, विलम्ब शुल्क 300 रूपए निर्धारित है। परीक्षा फार्म के लिए निर्धारित तिथि 30 नवम्बर 2021 है तथा नियमित शुल्क 900 रूपए तथा विलम्ब शुल्क 2 हजार रूपए निर्धारित है। परीक्षा फार्म के लिए 31 दिसम्बर 2021 तक नियमित शुल्क 900 रूपए व विलम्ब शुल्क 5 हजार रूपए, मंडल की परीक्षा के प्रथम प्रश्न पत्र के एक माह पूर्व अर्थात 16 जनवरी 2022 तक परीक्षा फार्म भरने की तिथि के लिए नियमित शुल्क 900 रूपए व विलम्ब शुल्क 10 हजार रूपए तथा परीक्षा आवेदन पत्र में संशोधन के लिए 15 दिसम्बर 2021 के लिए नियमित शुल्क 300 रूपए निर्धारित है।
डेंगू से बचाव के लिए आसपास रखे साफ-सफाई स्वच्छता पर दे विशेष ध्यान
डेंगू से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों पर विशेष जोर देते हुए जिला मलेरिया अधिकारी ने बचाव के लिए आमजनों से अपील की है कि अपने आस-पास पानी जमा ना होने दे और साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। ऐसे स्थान जहां जल भराव होता है उन स्थानो पर मच्छर पनपने की संभावनाएं ज्यादा होती है जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकिनगुनिया जैसे जल वाहक होने की संभावना रहती है। डेंगू और चिकिनगुनिया के वाहक मच्छर साफ पानी पर पनपते है और दिन में काटते है। अतः नागरिकगण अपने आस-पास पानी जमा ना होने दें और साफ सफाई रखें। ताकि डेंगू से बचा जा सकें। यदि किसी को तेज बुखार, आंखो, मांसपेशियों, सर में तेज दर्द है, मसूढो, नाक से खून बह रहा है, शरीर पर लाल चढ्ढे होते है तो डेंगू होने की संभावना बढ़ जाती है अतः ऐसी स्थिति में नजदीक के शासकीय अस्पताल में जांच व उपचार अवश्य कराएं। डेंगू से बचाव के लिए पानी के बर्तनो को ढंककर रखें। अनुपयोगी सामग्री जैसे कूलर, ड्रम, टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा ना होने दें। दुबारा उपयोग के पहले एक बार उन्हें सुखा अवश्य लें। आस-पास सफाई रखें, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें तथा पूरे अस्तीन के कपडे पहनें।
पुन: गूंजने लगी ऑंगनवाड़ी केंद्रो में बच्चों की किलकारियां
कोरोना संक्रमण के कारण लम्बे समय से बंद पड़ी आंगनबाड़ी केंद्रों को पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। जिसके कारण जिले के दूर-दराज क्षेत्रो में भी संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रो में बच्चो की किलकारिया गूंजने लगी है। अब इन आंगनवाड़ी केन्द्रो में बच्चो की खेल गतिविधियों के साथ - साथ पोष्टिक भोजन भी वितरण होने लगा है। महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन प्रारंभ हो गया है। ऑंगनवाड़ी केंद्रो पर बच्चो की नियमित सफाई, स्वच्छता, सैनिटाइजर का इस्तेमाल सुनिश्चित करवाया जा रहा है। साथ ही मन्ध्यान भोजन के तहत दाल-रोटी का भी वितरण करवाया जा रहा है। इसके पूर्व सभी बच्चों का हेंडवॉश का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
रूक जाना नहीं योजना हायर सेकेंडरी प्रमाण-पत्र परीक्षा की समय सारणी जारी
मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल द्वारा ''रूक जाना नही'' योजना हायर सेकेण्डरी प्रमाण परीक्षा की समय सारिणी जारी की गई है। परीक्षा 15 दिसंबर से प्रारंभ होगी जो 30 दिसंबर तक चलेगी। परीक्षा प्रातः 8 बजे से अपरान्ह 11 बजे तक संपन्न होगी। 15 दिसंबर को भूगोल, रसायन, शरीर रचना क्रिया विज्ञान एवं स्वास्थ्य, स्टिल लाईफ एण्ड डिजाईन, तृतीय प्रश्न पत्र व्होकेशनल, 16 दिसंबर को विशिष्ट भाषा संस्कृत, 18 दिसंबर को बुक कीपिंग एंड एकाउंटेंसी, 20 दिसंबर को समाज शास्त्र, मनोविज्ञान, मानविकी, इन्वायरमेंटल एज्यूकेशन एण्ड रूरल डेवलपमेंट इंटरप्रेनुअरशिप फाउण्डेशन कोर्स, 21 दिसंबर को राजनीति शास्त्र, एनिमल हस्बेण्ड्री मिल्कट्रेड पोल्ट्री फार्मिग एण्ड फिसरीज, विज्ञान के तत्व, व्यवसायिक अर्थ शास्त्र, भारतीय कला का इतिहास, द्वितीय प्रश्न पत्र व्होकेशनल कोर्स, 22 दिसंबर को बायोलाजी, अर्थ शास्त्र, प्रथम प्रश्न पत्र व्होकेशन कोर्स, 23 दिसंबर को द्वितीय भाषा सामान्य हिन्दी, अग्रेजी, संस्कृत, मराठी, उर्दू, 24 दिसंबर को नेशनल स्क्ल्सि क्वालीफिकेशन फेमवर्क, 27 दिसंबर को उच्च गणित, 28 दिसंबर को इन्फॉरमेटिक प्रेक्टिस, 29 दिसंबर को विशिष्ट भाषा हिंदी, अंग्रेजी, व्होकेशनल के छात्रो सहित, उर्दू, 30 दिसंबर को ड्राइंग एण्ड डिजाईनिंग की परीक्षा संपन्न होगी। परीक्षाकाल में शासन द्वारा यदि कोई सार्वजनिक अथवा स्थानीय अवकाश घोषित किया जाता है तो भी परीक्षाएँ यथावत कार्यक्रम अनुसार संपन्न होगी। जो परीक्षार्थी प्रायोगिक विषय में अनुत्तीर्ण रहा है उनकी प्रायोगिक परीक्षाएं निर्धारित परीक्षा केन्द्र पर ही आयोजित की जाएंगी। तिथि एवं समय ज्ञात करने के लिए संबंधित परीक्षा केन्द्र के केन्द्राध्यक्ष से परीक्षा अवधि में परीक्षार्थी सतत् संपर्क बनाये रखेंगे। परीक्षा केन्द्र पर समस्त परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में 7:30 बजे उपस्थित होना अनिवार्य होगा। परीक्षा कक्ष में प्रातः 7:45 के पश्चात् किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जायेगा। परीक्षा प्रारम्भ होने के 10 मिनिट पूर्व उत्तर पुस्तिका एवं 5 मिनट पूर्व प्रश्न पत्र प्रदान किये जायेंगे। आवश्यक होने पर परीक्षा तिथि एवं समय में परिवर्तन किया जा सकेगा। जिसकी सूचना मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल की वेबसाइट-एमपीएसओएस एनआईसीइन मोबाइल एप एमपीएसओएस पर परीक्षा केन्द्र पर तथा मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल के कार्यालय में उपलब्ध रहेगी।
कमिश्नर, कलेक्टर वीडियो कॉफ्रेंसिंग 29 नवम्बर को
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में 29 नवम्बर को प्रातः 11 बजे से मध्यप्रदेश के कमिश्नर, कलेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियों कांफ्रेंसिंग आयोजित की गई है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रदेश में माफिया के विरूद्ध कार्यवाही, महिला अपराध एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा, प्रधानमंत्री शहरी पथविक्रेता स्वनिधि एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना की प्रगति की समीक्षा की जायेगी। इसके साथ ही बैठक में कोविड-19 टीकाकरण अंतर्गत द्वितीय डोज लगाने की कार्यवाही, सीएम हेल्पलाइन अंतर्गत प्रकरणों के निराकरण, सीएम राईज योजना का प्रस्तुतीकरण, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का प्रस्तुतीकरण, मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना का प्रस्तुतीकरण, मप्र सिकल सेल अर्थात हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन से संबंधित प्रेजेन्टेशन दिया जाएगा।
निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर
रोजगार संचालनालय द्वारा निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किये जा रहे है। इसके लिए पीपीपी पार्टनर के माध्यम से प्रदेश में स्थित विभिन्न नियोजको से संपर्क स्थापित किया जा रहा है। जिला रोजगार कार्यालय से र्प्राप्त जानकारी के अनुसार पीथमपुर स्थित एक आंटोमोबाईल कंपनी से 200 रिक्तियाँ निकली है। इस कंपनी को फिटर, डीजल मोटर मैकेनिक, टर्नर एवं मशीनिष्ट ट्रेड से आईटीआई पास आवेदकों की आवश्यकता है। इसके अलावा इंटरनेशनल बीपीओ से भोपाल में कार्य करने के लिए कस्टमर केयर प्रोफेशनल की 300 रिक्तियों की जानकारी मिली है। इसके लिए योग्यता 12वीं पास निर्धारित है। आवेदक रिज्यूम ईमेल yashaswi.recruiter13@yashaswigroup.in या व्हाटसएप फोन न. 07554343124 पर भेज सकते है। अधिक जानकारी के लिए आवेदक अपने निकटतम जिला रोजगार कार्यालय में संपर्क करें।
शासकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में प्रवेश का अंतिम अवसर
शासकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए संस्था स्तर पर काउंसलिंग 27, 29 एवं 30 नवम्बर को की जाएगी। इच्छुक छात्राओं से अपने समस्त मूल प्रमाण पत्र लेकर निर्धारित तिथि पर महाविद्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है। संस्था स्तर पर प्रवेश के लिए सर्वप्रथम 22 से 30 नवम्बर के बीच में dte.mponline.gov.in पर डिप्लोमा पाठ्यक्रम के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराना होगा, संस्था के एमओएम ब्रांच में प्रवेश के लिए छात्राओं को कक्षा 12वीं उत्तीर्ण एवं कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में प्रवेश के लिए कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। संस्था के प्राचार्य डॉ.पंकज जैन ने बताया कि शासन द्वारा संस्था स्तर की काउंसलिंग में तिथि की वृद्धि से छात्राओं को पुनः यह अवसर मिल रहा है। संस्था में अनुसूचित जाति वर्ग की छात्राओं को पूर्णतः निःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। साथ ही उन्हें निःशुल्क छात्रावास, भोजन, पुस्तकें एवं स्टेशनरी भी प्रदाय की जाएगी। अन्य वर्ग की छात्राओं को सःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। अधिक जानकारी हेतु छात्राएं महाविद्यालय में सम्पर्क करें।
अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना
प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को शैक्षणिक प्रोत्साहन देने, उनके कौशल उन्नयन तथा उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन योजनाओं से युवाओं को अपने सपनों को साकार करने में मदद मिल रही है। इन्हीं में से एक योजना है सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, जिसके तहत मध्यप्रदेश प्रदेश लोक सेवा आयोग तथा संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार में सफल होने पर प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। शासन द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिनकी मदद से युवा अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। बस जरूरत है लक्ष्य निर्धारित करते हुए उसे प्राप्त करने के लिए पूरी लगन, निष्ठा और मेहनत से प्रयास करने की। शासन द्वारा स्कूली शिक्षा से उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है।
संकल्प योजना के तहत आवेदन आमंत्रित
संकल्प योजना के तहत कैरियर काउंसलिंग के लिए काउंसलर एवं मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता के पैनल तैयार करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। केन्द्र सरकार प्रवर्तित संकल्प योजना अंतर्गत जिले के समस्त शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं, पॉलिटेक्निक कॉलेजों, हायर सेकेण्डरी एवं हाईस्कूलों में कैरियर काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। इस कैरियर काउंसलिंग में विशेषज्ञ, काउंसलर, मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। कैरियर मार्गदर्शन के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले शासकीय, अशासकीय, स्वयंसेवी संस्थाएं, स्वतंत्र काउंसलर और विभिन्न विषय विशेषज्ञ पेनल में अपना नाम शामिल करवाने के लिए शासकीय आईटीआई में अपना आवेदन 3 दिसंबर 2021 तक जमा करा सकते हैं। शासकीय कर्मचारी हेतु अपने आवेदन उचित माध्यम से प्रेषित करें। विषय विशेषज्ञ के लिए संबंधित विषय, क्षेत्र में विशेष योग्यता होना चाहिए। मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता के लिए मनोविज्ञान विषय में पीजी डिप्लोमा और स्नातकोत्तर होना अनिवार्य है। चयनित काउंसलरों को नियमानुसार मानदेय प्रदान किया जाएगा।
सीपीसीटी प्रशिक्षण के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित
मध्यप्रदेश शासन द्वारा विभिन्न शासकीय पदों के लिए सीपीसीटी सर्टिफिकेट को अनिवार्य किया गया है। सीपीसीटी परीक्षा के लिए अल्प अवधि प्रशिक्षण कोर्स कार्यालय कलेक्टर जिला ई-गवर्नेंस सोसाइटी सीहोर के स्थापित ई-दक्ष केंद्र में आयोजित किया जा रहा है। शासन द्वारा स्थापित ई-दक्ष केंद्र आधुनिक कम्प्यूटर से सुसज्जित है जिसमे कम्प्यूटर और टाइपिंग के अलावा आईटी संबंधी परीक्षापयोगी महत्वपूर्ण जानकारियां सैद्धान्तिक और प्रायोगिक तौर पर प्रशिक्षकों द्वारा बताई जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान कंप्यूटर संबंधी समस्त आवश्यक जानकारियां जैसे आधारभूत ज्ञान, इन्टरनेट एवं ई-मेल, एडवांस एमएस ऑफिस, साइबर सुरक्षा, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे महत्वपूर्ण विषय पढ़ाए जाएंगे। इसके साथ ही इस प्रशिक्षण केंद्र में परीक्षा उतीर्ण करने हेतु प्रैक्टिस टेस्ट भी करवाए जाएंगे। हिंदी और अंग्रेजी टाइपिंग भी बहुत सरल और साधारण तरीके से इस केन्द्र में सिखाई जाएगी। प्रशिक्षण के लिए आवेदन एक दिसम्बर से ई-गवर्नेंस कार्यालय, न्यू कलेक्ट्रेट परिसर सीहोर में प्राप्त किये जाएंगे, जिसमे शासन द्वारा निर्धारित शुल्क एक हजार रूपये का भुगतान अभ्यार्थी को करना होगा। प्रशिक्षण संबंधी अधिक जानकारी के लिए प्रशिक्षको से 9407532771 एवं 8770640155 फोन नम्बरों पर संपर्क करें।
माटीशिल्पियों और कामगारों के कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण
मध्यप्रदेश माटीकला बोर्ड की कौशल विकास कार्यक्रम संचालन योजना के तहत वर्ष 2021-22 में प्रदेश के माटी कामगारों और शिल्पियों को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जिले से माटीशिल्पियों एवं कामगारों का चयन किया जा रहा है। प्रशिक्षण के लिए आवेदन पत्र आवश्यक दस्तावेजों के साथ मध्य प्रदेश माटीकला बोर्ड सीहोर में दिनांक 30 नवंबर शाम 5.30 बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। आवेदन पत्र प्रारूप एवं अन्य आवश्यक जानकारी जिला पंचायत कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।
जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला
पिछले 24 घंटे के दौरान प्राप्त रिपोर्ट में जिले में आज कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 10143 है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव शून्य हो गई हैं। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या10021 हैं। आज 584 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 122, श्यामपुर से 135, नसरुल्लागंज 48, आष्टा से 217, तथा बुधनी से 32 एवं इछावर से 30 सैंपल लिए गए हैं। अभी तक कुल जांच के लिए भेजे गए सैंपल 302879 हैं। जिनमें से 290878 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आज 639 सेंपलो की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 1787 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथोलॉजी द्वारा कोरोना वायरस सैंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 71 है।
साँची चिकित्सा सहायता बीमा योजना का लाभ ले सकेंगे, दुग्ध समितियों के सदस्य व उनके परिवार
मध्यप्रदेश को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन द्वारा दुग्ध समितियों के सदस्यों और उनके परिवार के लिये साँची चिकित्सा सहायता बीमा योजना स्वीकृत की गई है। योजना में दुग्ध प्रदायक सदस्यों और उनके आश्रित परिजनों को सामान्य बीमारी के उपचार के लिये एक लाख रुपये और गंभीर बीमारियों के लिये दो लाख रुपये प्रति परिवार प्रतिवर्ष बीमा राशि का प्रावधान है। बीमा राशि का भुगतान न्यू इण्डिया इंश्योरेंश कम्पनी द्वारा किया जायेगा। योजना में दुग्ध प्रदायक सदस्यों एवं उन पर आश्रित 3 परिजनों को लाभान्वित किया जाएगा। परिजनों में पति या पत्नी और 3 माह से 25 वर्ष तक की आयु के 2 बच्चे शामिल हैं।
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