न्यूयॉर्क (अमेरिका), 30 दिसंबर, ब्रिटिश सोशलाइट गिलैन मैक्सवेल को बुधवार को किशोरियों को बहलाने फुसलाने का दोषी ठहराया गया। इन किशोरियों को बहला फुसला कर अमेरिकी करोड़पति जेफरी एपस्टीन के पास भेजा जाता था। अमेरिका की एक अदालत में करीब एक महीने तक चली सुनवाई के बाद इस फैसले ने 14 साल की उम्र में यौन शोषण का शिकार हुईं पीड़िताओं को न्याय दिलाया है। इस घटना का खुलासा चार महिलाओं ने किया था, जो 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क और न्यू मैक्सिको में एपस्टीन के महलनुमा घरों में यौन शोषण की शिकार हुई थीं। छह में से पांच मामलों में मैक्सवेल (60) को दोषी ठहराने से पहले न्यायाधीशों ने पूरे पांच दिनों तक विचार-विमर्श किया। इन महिलाओं ने आरोप लगाया था कि एपस्टीन के पास भेजने के लिए मैक्सवेल उन्हें बहलाती फुसलाती थी। पीड़ित महिलाओं ने न्याय पाने के लिए अदालतों में वर्षों तक लड़ाई लड़ी। पीड़ितों में से एक एनी फार्मर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि न्यायाधीशों ने मैक्सवेल के ‘‘बर्ताव’’ को दोषपूर्ण माना। अमेरिकी अटॉर्नी डैमियन विलियम्स ने मैक्सवेल के खिलाफ गवाही देने वाली महिलाओं की प्रशंसा की और इसे ‘‘सबसे घृणित अपराध में से एक बताया।’’ हालांकि मामले में अभी सजा सुनाए जाने की तारीख की घोषणा नहीं हुई है। एपस्टीन एक फाइनेंसर है जिसकी प्रभावशाली नेताओं और उद्यमियों तथा मैक्सवेल से मित्रता है। एपस्टीन के जेट में कई नामी शख्सियतें उड़ान भर चुकी हैं।
गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

एपस्टीन यौन शोषण मामले में गिलैन मैक्सवेल दोषी करार
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