रतनपुरवा. 'दे वांट डू एनीथिंग' यह कथन है प्रकाश मादानु का. उसके बड़े साले पीटर ओस्ता के पुत्र अतुल कुमार की मौत बाइक और टायर लगे बैलगाड़ी के बीच टक्कर लगने से हो गयी.बगहा-1के थानाध्यक्ष ने मृतक के पिता पीटर ओस्ता को बताया कि बाइक चलाते समय बैलगाड़ी से टक्कर लगने से 15 नवम्बर 2021की शाम अतुल कुमार की मौत हो गयी.थानाध्यक्ष के द्वारा एकतरफा पक्ष रखने से मृतक के पिता पीटर ओस्ता ने लिखकर दे दिया कि इस मामले में किसी तरह की कार्रवाई न हो.इसको रामबाण समझकर किसी तरह की कार्रवाई करने के पक्ष में नहीं हैं.मोबाइल से वार्तालाप के दौरान थानाध्यक्ष ने कहा कि एफआईआर नहीं किया गया है.मृतक के पिता के द्वारा लिखकर दिया गया है कि किसी तरह की कार्रवाई न हो.अब क्या किया जा सकता है?
दिल की अरमान आंसूओं में बह गये
पश्चिम चम्पारण जिले में है प्रखंड बगहा-2. थाना का नाम चिउताहा है.पंचायत का नाम बैरागी सोनबरसा है.इस पंचायत में रतनपुरवा गांव हैं. यहां पर अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के पीटर ओस्ता और पूनम देवी रहती हैं.दोनों दम्पति के दो संतान है एक अतुल कुमार और दूसरी मुन्नी कुमारी.अतुल कुमार के बारे में बताया जाता है कि वह टेलर मास्टर के रूप में जीविकोपार्जन करता था.वह काम के दरम्यान पढ़ाई भी कर रहा था. बीएड कर चुका था. शिक्षक बनने की उसकी चाहत थी.लिहाजा उसने टीईटी का फॉर्म भी भरा था.अतुल के किसान पिता पीटर ओस्ता ने उसकी शादी तय कर चुके थे.अतुल जब महज तीन वर्ष का था, तभी उसकी मां पूनम देवी की मृत्यु हो गई थी.तबसे पिता के साथ मां की भूमिका भी उन्होंने ही निभाते हुए अतुल को पाल कर बड़ा किया था.पीटर ने बताया कि उन्होंने ही कुछ समय पहले अतुल को BR-22 Y 4880 बाइक खरीदकर दी थी.
बाइक चलाकर अतुल मुंडन के भोज में शामिल होने गया था
अतुल के पिता पीटर ओस्ता ने कहा कि रतनपुरवा निवासी अतुल कुमार,बनचहरी निवासी पिंटू चौधरी व जयप्रकाश चौधरी भोज में शामिल होने कुम्हिया गांव गये थे.तीनों बाइक से अपने परिचित के घर मुंडन के उपलक्ष्य में आयोजित भोज में शामिल होने के लिए निकले थे.अतुल कुमार ही बाइक चला रहे थे.अतुल के पिता ने बताया कि देर रात तक जब वह मुंडन समारोह से लौटकर घर वापस नहीं पहुंचा तो उन्हें चिंता हुई.पुत्र के कुशलक्षेम के लिए कभी मोबाइल से तो कभी यहां -वहां जाकर पूछताछ व जानकारी लेने लगे.
पता चला कि टायर गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया
परिचितों को फोन किया तो पता चला कि टायर गाड़ी से उसका एक्सीडेंट हो गया है.एक्सीडेंट बगहा-1 थानान्तर्गत सिकटिया मचरगवा में हुई.एक्सीडेंट स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिकटिया मचरगावा गांव के झील के पास अतुल मिला.सबसे पहले अतुल को झील के पास प्रमोद गुप्ता और आकाश रेमी देखा.उन दोनों का कहना है कि वहां पर अतुल के साथ बाइक पर बैठे व घटना के प्रत्यक्षदर्शी पिंटू चौधरी व जयप्रकाश चौधरी नजर नहीं पड़े.अतुल को अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने अतुल को मृत घोषित कर दिया.इस बीच अतुल के पिता अहले सुबह अस्पताल पहुंचे तो उसकी मृत्यु की जानकारी पाकर हतप्रभ हो गए.अतुल की मौत की जानकारी मिलते ही अस्पताल परिसर में उसके परिचितों व परिजनों का तांता लग गया. अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक सह वरीय चिकित्सक डाॅ.एसपी अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल लाए जाने से पहले ही उसकी मृत्यु हो चुकी थी.घटना के बाबत नगर थाना को सूचना दी गई.पुलिस दामन पाक साफ करने के उद्देश्य से मृतक के पिता पीटर ओस्ता से लिखवा लिया कि यह विशुद्ध सड़क हादसा है.इस सड़क हादसे से अतुल कुमार की मौत पर आगे किसी तरह से कार्रवाई नहीं करेंगे.
खुद को बचाव करने में जुट गए प्रत्यक्षदर्शी
सोची-समझी उपाय के तहत बचाव करने में पिंटू चौधरी व जयप्रकाश चौधरी जुट गये.बेतिया में जाकर दोनों ने अपना कथित इलाज मिश्रा चौक,बेतिया में स्थित आर्थो एण्ड टॉमा सेंटर में कराया. आर्थो एण्ड टॉमा सेंटर के डॉ.दीपक जायसवाल और डॉ रीना रानी ने लेटर पैड पर लिख रखा है कि चिकित्सकीय कानूनी उद्देश्य के लिए मान्य नहीं है (Not valid for medico legal purpose).और तो और 5.12.2021 तक वैध (Valid upto 5.12.2021) है.इससे साबित होता है कि दोनों ने खुद को बचाने का प्रयास किया.परंतु खुद को बचा नहीं पाये.
अपने स्तर जांच -पड़ताल करके अंग्रिम कार्रवाई की जाए
अपने बड़े साले व अतुल कुमार के पिता पीटर ओस्ता को अंधकार में रखकर बगहा- 1 के थानाध्यक्ष ने आवेदन लिखवाकर मामले को रफादफा कर दिये थे.तब प्रकाश मादानु,चखनी,थाना बगहा और पश्चिम चम्पारण का निवासी ने 18 नवम्बर को आवेदन लिखकर थानाध्यक्ष को दिया है.उसमें उल्लेख किया है कि दिनांक 15.11.2021 को समय करीब 6:30 बजे शाम को मचरगवा मंदिर थाना बगहा के समीप मेरे बड़े साले का बेटा अतुल कुमार उम्र 25 वर्ष पिता पीटर ओस्ता सा.रतनपुरवा थाना चिउताहा निवासी हैं ,जो की बाइक चला रहा था,तथा मचरगवा मंदिर के पास रास्ते पर ही टायर गाड़ी से जाकर टकरा गया,तथा घटनास्थल पर उसकी मौत हो गयी.बाइक पर साथ में जयप्रकाश चौधरी पिता नामालूम और पिंटू चौधरी पिता नामालूम दोनों मच्छरगहवा,थाना बगहा जिला निवासी भी थे.पिंटू चौधरी का मो.नं. 9546366297 है.अत: श्रीमान् से नम्र निवेदन है कि कृपया इस संदर्भ में अपने स्तर जांच -पड़ताल करके अंग्रिम कार्रवाई की जाए.
लापरवाही से मौत के मामले में पुलिस
लापरवाही से मौत के मामले में पुलिस उस ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज करती है, जिसकी लापरवाही से मौत हुई हो. नियम के मुताबिक, अगर किसी शख्स की किसी और की गाड़ी की टक्कर से मौत हो जाए, तो पुलिस को यह देखना होता है कि टक्कर मारने वाली गाड़ी के ड्राइवर की कितनी गलती है.गलती होने पर उसके खिलाफ आईपीसी की धारा-304 ए के तहत केस बनता है.अगर टक्कर मारने वाली गाड़ी ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए चल रही हो, ग्रीन लाइट होने पर चौराहा पार कर रही हो और इस दौरान किसी और गाड़ी ने रेड लाइट जंप कर ली हो, जिस कारण हादसा हो जाए और रेड लाइट जंप करने वाली गाड़ी के ड्राइवर या फिर उसमें सवार किसी शख्स की मौत हो जाए तो रेड लाइट जंप करने वाले ड्राइवर की गलती मानी जाएगी.इसके उलट अगर टक्कर मारने वाली गाड़ी के ड्राइवर ने रेड लाइट जंप की और उसकी लापरवाही से दूसरी गाड़ी को टक्कर लगे और उसके ड्राइवर या उसमें सवार शख्स की मौत हो जाए या कोई जख्मी हो जाए, तो टक्कर मारने वाले ड्राइवर की जिम्मेदारी बनेगी.पुलिस चश्मदीद गवाहों से पूछताछ करती है, सीसीटीवी वगैरह देखती है.छानबीन के आधार पर आरोपी ड्राइवर के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाता है.
मामला ठण्डे बस्ते में चले जाना निश्चित
बगहा -1के थानाध्यक्ष का कहना है कि सड़क दुर्घटना में मारे गए बाइक चालक अतुल कुमार के पिता जी पीटर ओस्ता ने लिखकर दिया है कि सड़क दुर्घटना मारे गए पुत्र पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं किया जाए.इसके साथ मामला ठण्डे बस्ते में चले जाना निश्चित है.वहीं प्रकाश मादानु ने थानाध्यक्ष से लिखित आग्रह किये हैं कि अपने स्तर से जांच-पड़ताल करके कार्रवाई करे.थानाध्यक्ष एवं उनके सहकर्मी थाना में इतना व्यस्त हैं कि बाइक में बैठे पिंटू चौधरी व जयप्रकाश चौधरी से 24 दिनों के बाद भी किसी तरह की पूछताछ नहीं की गयी.उसी तरह से टायर बैलगाड़ी वाले गाड़ीवान से भी खबर नहीं लिये.मोस्टमार्टम रिपोर्ट भी अस्पताल से नहीं लाया गया है.कुल मिलाकर चिउटाहा थाना क्षेत्र के रतनपुरवा निवासी 25 वर्षीय अतुल कुमार की मौत पर से पर्दा हटाने के मूड में नहीं है बगहा-1 थाना थानाध्यक्ष.
बिहार मानवाधिकार आयोग में मामला पेश
पश्चिम चम्पारण जिले के चखनी गांव के वार्ड नम्बर 03 के निवासी प्रकाश मादानु ने बिहार मानवाधिकार आयोग 9, बेली रोड, बिहार को 27 दिसबंर 2021को ईमेल के जरिये पूरी जानकारी दी है.ईमेल में लिखा है कि अतुल कुमार पुत्र पीटर ओस्ता, रतनपुरवा गांव, वार्ड नं. 08, चिउताहा पो, चिउताहा पीएस, पश्चिम-चंपारण में रहते हैं.सिकतिया मचरगाँव की घटना है बाइक और टायर वाली बैलगाड़ी के बीच में भिड़ंत हो जाती है.उसमें 15 नवंबर 2021को शाम के करीब 6.30 बज रहा था,अतुल कुमार की मौत हो जाती है. उन्होंने लिखा है कि इस दारूण घटना के बारे में परिवार के सदस्यों को कुछ भी पता नहीं है.पोस्टमॉर्टम करवाने के दौरान पुलिस रिपोर्ट लिखने आई थी.परिवार के कुछ सदस्यों ने कहा कि किसी जांच की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उनकी मृत्यु बैलगाड़ी से टकराने से हो गई.बाद में परिजनों के साथ अन्य लोगों को शक हुआ है कि शायद उन्हीं दो लोगों ने उसकी हत्या कर दी है,जो बाइक पर पीछे बैठे थे. परिजनों व ग्रामीणों के द्वारा शंका व्यक्त करने के आधार पर, मैंने यानी प्रकाश मदनु ने एक आवेदन देकर बगहा-1 थाने में एक शिकायत पूर्ण मामला दर्ज करवाया.बगहा-1 थाने में 18 नवंबर 2021 को प्रेषित आवेदन में इस मामले की जांच कराने के लिए कहा गया है.प्रकाश मदनु ने शिकायत आवेदन की प्राप्ति कॉपी मांगी तो बगहा-1 थाने के थानाध्यक्ष ने नहीं दिया और न ही सच्चाई का पता लगाने व आवश्यक पूछताछ करने के लिए मृतक अतुल कुमार के घर और पीछे बैठने वाले पिंटू चौधरी और जयप्रकाश चौधरी के घर दिनांक 27 नवंबर 2021 तक पूछताछ नहीं किये.इन 12 दिनों में कोई पूछताछ नहीं हुई.यदि वे देरी करते हैं तो सभी गवाहों का सफाया हो जाएगा. प्रकाश मदनु ने उनसे अनुरोध किया कि जांच जल्द से जल्द करें ताकि सच्चाई सामने आ सके. प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार मानवाधिकार आयोग ने जवाब में कहा है कि 27 नवंबर 2021, 2:12 पूर्वाह्न एचआरसीनेट की शिकायत प्रति ईमेल फ़ाइल सफलतापूर्वक अपलोड की गई ( downloadfile.jpg.आगे कहा है कि प्रिय प्रकाश मादानु, आयोग ने आपकी शिकायत प्राप्त कर ली है और इसने डायरी नंबर 905/IN/2021 के रूप में निर्दिष्ट किया है.
कई सवालों पर जांच हो
मृतक अतुल कुमार के पिता पीटर ओस्ता को घटना की जानकारी दी और आवेदन लिखवाने वाले कौन हैं? प्रकाश मादानु द्वारा लिखित आवेदन पर थानाध्यक्ष द्वारा कार्रवाई क्यों नहीं की जारी है? मृतक का मोस्टमार्टम रिपोर्ट 24 दिनों के बाद के बाद भी परिजनों को नहीं देकर आजकल कहकर टरकाया जा रहा? आखिर किस दबाव में थानाध्यक्ष बाइक पर बैठे पिंटू चौधरी व जयप्रकाश चौधरी से 24 दिनों के बाद भी किसी तरह की पूछताछ नहीं की जा रही है? टायर वाली बैलगाड़ी की खोज निकालने में बगहा-1 पुलिस अक्षम क्यों है? बाइक और टायर वाली बैलगाड़ी के बीच टक्कर न होकर बाइक पर बैठे दोनों शख्स ही अतुल कुमार की हत्या कर दी हो? घटना स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित झील के पास अतुल को कौन ले गया? आखिर बाइक पर बैठने वाले पिंटू चौधरी व जयप्रकाश चौधरी अतुल को छोड़कर क्यों भाग गये? इन सब सवालों को आधार बनाकर थानाध्यक्ष को प्रकाश मादानु द्वारा लिखित आवेदन पर कार्रवाई करना चाहिए.
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