राजनांदगांव, 17 दिसंबर, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक, किसान कर्ज और धान का रकबा घटाए जाने को लेकर परेशान था। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि जिले के छुरिया विकास खंड के अंतर्गत करेगांव में किसान सुरेश कुमार (37) ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस दल को रवाना किया गया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल से कोई पत्र बरामद नहीं हुआ है। आत्महत्या करने वाले किसान की पत्नी गैंद कुंवर नेताम ने बताया कि सुरेश धान का रकबा कम दर्ज किए जाने के बाद से परेशान था और वह कर्ज को लेकर भी चिंतित रहता था। नेताम ने कहा कि सुरेश ने कई बार स्थानीय पटवारी से मिलकर रकबे में सुधार का अनुरोध किया था लेकिन इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई थी। वहीं, राजनांदगांव जिले के अधिकारियों ने बताया कि धान के रकबे में कमी नहीं की गई थी और सुरेश पर सोसाइटी में 44 हजार रुपये का कर्ज था, जबकि रकबे के आधार पर धान बेचने के बाद उसे 76 हजार 415 रुपये मिलते। अधिकारियों ने बताया कि सुरेश के आत्महत्या करने के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच की जिसमें पता चला कि सुरेश के खेत के धान के रकबे में और पंजीयन में किसी प्रकार की त्रुटि नहीं हुई थी।
शुक्रवार, 17 दिसंबर 2021
छत्तीसगढ़ में किसान ने आत्महत्या की
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें