मुज़फ़्फ़रपुर : आई हॉस्पिटल के चर्चित आँखफोड़वा कांड मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। आई हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर, अस्पताल का कार्यालय, सेक्रेटरी कक्ष और दवाखाना कक्ष को सील कर दिया गया है। इस अस्पताल को नगर डीएसपी रामनरेश पासवान, ब्रह्मपुरा थाना प्रभारी अनिल कुमार गुप्ता औऱ मजिस्ट्रेट के संयुक्त कार्रवाई में सील कर दिया गया है। मालूम हो कि मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में फ्री मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप रखा गया था। 22 नवंबर को सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक विशेष मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें 300 से अधिक मरीजों की आंख का इलाज हुआ, जिसमें 26 से अधिक लोगों की एक आंख की रोशनी चली गई थी। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने सभी रोगियों को आनन-फानन में बेहतर इलाज के नाम पर पटना भेज दिया। यहां स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने इंफेक्शन की बात बताते हुए 26 में से 17 रोगियों की एक आंख निकाल दिया गया। शेष रोगियों के लिए भी यही आखिरी इलाज बताया है। वहीं, अब इस बात को लेकर विपक्ष द्वारा भी सदन से लेकर सभी जगहों पर हंगामा किया जा रहा है। वहीं, विपक्ष द्वारा लगातार उठाए जा रहे सवालों के बाद सिविल सर्जन के द्वारा डॉक्टर एन डी साहू, डॉक्टर समीक्षा सहित चार डॉक्टर एवं पांच पारा मेडिकल स्टाफ पर प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी संज्ञान लिया है। बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारी रविन्द्र नाथ चौधरी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। मानवाधिकार अधिवक्ता एस. के. झा द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय को भी मामले के संबंध में उचित कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा गया था, जिसके आलोक में PMO ने संज्ञान लिया है।
शनिवार, 4 दिसंबर 2021
बिहार : आई हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर, कार्यालय, दवाखाना सील
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