नया साल का जश्न मनाने के लिए शहर से लेकर देहात तक में तैयारियां पूरी हो गई हैं। साल 2022 के स्वागत में कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुरूप रेस्टोरेंट, होटल, काफी शॉप में जबरदस्त तैयारियां की गयी हैं। भला हो भी क्यों नहीं, नया साल जो है। वैसे भी नया साल हम सभी के लिए बेहद खास होता है। इस मौके पर हम पिछली तमाम परेशानियों, दुखों और असफलताओं को भूलकर एक नयी शुरुआत करते हैं। ज्योतिषि की लिहाज से नए साल का पहला दिन न सिर्फ उत्तम है, बल्कि बाबा भोलेनाथ व शनि का दिन होने से खास योग बन रहे हैं। विद्वानों की मानें तो नववर्ष का पहला दिन अमृत सिद्धि योग में मनगा और विधि-विधान से मंदिरों में पूजा-अर्चन करने वालों को शनि और शिव का आशीर्वाद मिलेगा। खास यह है कि नए वर्ष के पहले दिन शनिवार को वाराणसी में नया कीर्तिमान बनेगा। काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के तहत सामूहिक 1001 शंखवादन कर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार नववर्ष का पहला दिन बहुत ही खास होने वाला है। इस दिन अमृत, सिद्धि योग में शनि देव और शिव की कृपा पाने का भक्तों को मौका मिलेगा। पहली जनवरी को पौष महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी होने से इस दिन मासिक शिवरात्रि भी पड़ रही है। जिसके चलते यह दिन शनि के साथ-साथ भगवान शिव की कृपा पाने के लिहाज से बहुत ही खास रहेगा। इस दिन शिव और शनि देव की पूजा करने से सभी कष्टों से छुटकारा मिलेगा।
- बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड : नए वर्ष के पहले दिन विश्वनाथ धाम से विश्व में गूंजेगा शंखनाद, 1001 लोग एक साथ बजाएंगे शंख
1001 शंखनाद कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण पर मास पर्यंत चलने वाले कार्यक्रमों के तहत वर्ष 2022 के पहले दिन एक नया कीर्तिमान बनेगा। शनिवार को बाबा के दरबार में नए साल के पहले दिन 1001 शंखनाद कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। धाम से विश्व भर में शंखनाद की गूंज सुनाई देगी। इसका आयोजन प्रयागराज स्थित उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) के द्वारा होगा। सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक कार्यक्रम प्रस्तावित है।
बाबा विश्वनाथ के होंगे झांकी दर्शन
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में नए साल पर दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगेगी। देश भर के कई राज्यों से श्रद्धालु बनारस पहुंच रहे हैं। 31 दिसंबर और एक जनवरी को श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने झांकी दर्शन के इंतजाम किए हैं। वहीं संकटमोचन, दुर्गाकुंड, बीएचयू विश्वनाथ, शूलटंकेश्वर महादेव समेत अधिकांश मंदिरों में दर्शन-पूजन के इंतजाम किए गए हैं। गंगा घाट पर मां गंगा की विशेष आरती के साथ नए साल का स्वागत किया जाएगा।
आज लें पांच संकल्प
नये साल के मौके पर नये और सकारात्मक बदलाव के लिए संकल्प भी लिया जाना चाहिए। ऐसा संकल्प जो आपके व्यक्तित्व और आपकी सोच में एक बेहतरीन बदलाव कर सके।
1. स्वस्थ रहने का संकल्प
2. वर्चुअल दोस्ती छोड़ रियल दोस्तों से करें मुलाकात
3. किताबों को भी बनाएं दोस्त
4. बदलाव का संकल्प
5. योग और ध्यान का संकल्प
कालसर्प योग का असर
ज्योतिष के अनुसार जिस समय तक ब्रह्मांड में कालसर्प योग रहेगा. तब तक विश्व में तनाव रहने के साथ ही कई अन्य प्रकार की समस्याएं भी समाने आती रहेंगी. जिसमें बीमीरी, युद्ध, प्राकृतिक आपदा आदि हैं. कालसर्प योग के दौरान जिन बच्चों का जन्म होगा उनकी कुंडली में कालसर्प योग बनेगा. ज्योतिष के अनुसार जब कभी ब्रह्मांड में कालसर्प योग बनता है, तब राहु केतु को छोड़कर अन्य ग्रह एक ही तरफ आ जाते हैं. ऐसे में अच्छे ग्रहों की भी शक्ति कम हो जाती है और वे अपना पूरा प्रभाव नहीं दे पाते हैं. वैसे लोग जिनकी कुंडली में कालसर्प योग शुभता की स्थिति में है, उनके लिए ये समय शुभ फल देने वाला होगा लेकिन जिन लोगों की की कुंडली में कालसर्प योग दोष की स्थिति में है, उनके लिए ये समय कष्टकारी रहेगा.
कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय
ज्योतिष के अनुसार जिनकी जन्म कुंडली में कालसर्प दोष के रूप में है, ऐसे जातकों को इस समय कालसर्प दोष की शांति करानी चाहिए. ब्रह्मांड में भी कालसर्प योग बनने के कारण इस समय कालसर्प दोष की शांति कराने से कष्ट दूर होते हैं. कालसर्प दोष के निवारण के लिए किसी सपेरे से नाग नागिन लेकर उन्हें मुक्त कराना चाहिए ये विधि इस दोष से मुक्ति में मदद करती है.
-सुरेश गांधी-
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें