- साल 2017 के चुनाव में यह सीट सुभासपा के पास थी और जीत हुई थी
वाराणसी (सुरेश गांधी) विधानसभा चुनाव की तारीख तय नहीं है, लेकिन टिकट दावेदारों की अटकले तेज हो गयी है। खासकर दावेदारों की इस उत्सुकता इस कड़ाके की ठंड में दलों के शीर्ष नेताओं को पसीने छूट रहे है। यह अलग बात है कि हाल ही सपा से यारी करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बीच टिकटों का बटवारा भले ही नहीं हो पाया है, लेकिन सूत्रों की माने तो वाराणसी के अजगरा विधानसभा उनके ही खाते में आने वाली है। इसकी बड़ी वजह यह है कि से सीट पहले से ही उन्हीं के पास है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस सीट पर उनके बेहद करीबी पत्रकार राजकुमार सोनकर उर्फ कुंवर को मैदान में उतारा जा सकता है।
बता दें, अजगरा विधानसभा सुरक्षित सीट है। साल 2017 के चुनाव में भाजपा गठबंधन में यह सीट सुभासपा के पास थी और जीत हुई थी। इसी के चलते इस बार भी वह सपा गठबंधन में इस सीट पर अपने किसीखास सामान्य आदमी को चुनाव लड़ाकर जीत सुनिश्चित करना चाहती है। पार्टी मुखिया ओमप्रकाश राजभर के करीबियों की मानें तो इस सीट पर पाण्डेयपुर काली मंदिर निवासी पीएम आवास में रहने वाले राजकुमार सोनकर“कुँवर“ का नाम तेजी से लिया जा रहा है। क्यों कि कुंवर की इस सीट पर काफी पकड़ है, जनता के दुख-दर्द में सदैव उनके बीच में रहते है। साथ ही उन्हें कर्मठ सामाजिक कार्यकर्ता माना जाता है। पेशे से पत्रकार कुँवर की राजनीति में भी रुचि रखते हुए जनता की सेवा करने की सोच रखते है। फिलहाल सोशल मीडिया पर राजकुमार सोनकर“कुँवर“ के नाम की चर्चा तेज है। टिकट दावेदारी पर राजकुमार का कहना है कि अगर सुभासपा से टिकट मिलता है तो पार्टी का आभारी रहूंगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में जीत मिलने पर अजगरा विधान सभा को उत्तर प्रदेश में आदर्श विधान सभा के रूप में बनाने का पूरा प्रयास करेंगे। पूरे विधान सभा क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालयों को कान्वेंट स्कूल के रूप में विकसित करने के साथ ही सरकारी स्वास्थ्य विभाग को मॉडल स्वास्थ्य सेवाएं जनता को मुहैया कराने का मेरी प्राथमिकता होंगी। विकास कार्यो में कमीशन खोरी पूरी तरह समाप्त होंगी। जनता की सेवा करने के लिए 24 घण्टे उपलब्धता मेरी प्रथम प्राथमिकता में होगी।
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