नयी दिल्ली, 10 दिसंबर, संसद के मॉनसून सत्र के दौरान उच्च सदन में ‘‘अशोभनीय आचरण’’ को लेकर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए गए राज्यसभा के 12 सदस्यों ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों की मृत्य के मद्देनजर उनके सम्मान में शुक्रवार को भी अपना धरना निलंबित कर दिया। इससे पहले, उन्होंने बृहस्पतिवार को जनरल रावत एवं अन्य के सम्मान में अपना धरना स्थगित किया था। गत 29 नवंबर को निलंबन के बाद से ये सांसद यहां संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दे रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘जनरल रावत और अन्य लोगों को आज दोपहर अंतिम विदाई दी जा रही है, ऐसे में उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हुए विपक्ष 12 सांसदों के असंवैधानिक एवं गैरकानूनी निंबलन के खिलाफ आज प्रदर्शन नहीं करेगा।’’ निलंबित सांसदों में शामिल कांग्रेस नेता सैयद नासिर हुसैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘जनरल रावत और अन्य सैन्यकर्मियों को आज आखिरी विदाई दी जा रही है। ऐसे हमने धरना निलंबित कर दिया। सदन के भीतर भी विपक्षी सदस्यों ने अपना विरोध नहीं जताया। आज हम सब अपनी ओर से जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। सोमवार से हमारा धरना फिर से शुरू होगा।’’ पिछले सप्ताह सोमवार, 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।
शुक्रवार, 10 दिसंबर 2021
निलंबित सांसदों ने सैन्यकर्मियों के सम्मान में धरना शुक्रवार को भी स्थगित किया
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