- सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को धमकाने प्रकरण में कुर्की का नोटिस तामील कराने के बावजूद हाजिर न होने के आरोप में एक और मुकदमा दर्ज किया गया है
वाराणसी (सुरेश गांधी) आगरा जेल में बंद भदोही के ज्ञानपुर के बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को घर में घुसकर धमकाने सहित अन्य आरोपों में उनके बेटे-बेटी और दामाद समेत दस लोगों पर एक और मुकदमा बृहस्पतिवार को जैतपुरा थाने में दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार कुर्की का नोटिस तामील कराने के बावजूद हाजिर नहीं होने और कोर्ट की अवहेलना पर यह मुकदमा दर्ज किया गया। विजय मिश्रा भतीजे और भदोही के डीघ ब्लाक प्रमुख मनीष मिश्र को गत 8 दिसंबर 2021 को गिरफ्तार किया गया था। वाराणसी के जैतपुरा थाना प्रभारी निरीक्षक प्रभुकांत के अनुसार भदोही के गोपीगंज थाने के कौलापुर निवासी विजय मिश्र का पुत्र विष्णु मिश्रा, प्रयागराज के अल्लापुर निवासी बेटी रीमा पांडेय, भदोही गोपीगंज थाना अंतर्गत कौलापुर निवासी प्रकाश चंद्र मिश्रा, विकास मिश्रा, जौनपुर के बरसठी थाना अंतर्गत नरहर निवासी बीमा दुबे व उसके पति राज दुबे उर्फ पंकज दुबे, मुंबई में रहने वाली गरिमा तिवारी और उसके पति मुकेश तिवारी, मुंबई में रहने वाले रतन मिश्रा और विमलधर दुबे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता को धमकी देने, हत्या का प्रयास, लूट व आपराधिक षडयंत्र सहित विभिन्न आरोपों दर्ज मुकदमे की विवेचना की जा रही है। इस मामले में विजय मिश्रा के बेटे विष्णु मिश्रा व बेटी रीमा पांडेय सहित 10 आरोपितों के विरुद्ध अदालत द्वारा जारी कुर्की का नोटिस तामील कराया जा चुका है। इसके बावजूद सभी आरोपित हाजिर नहीं हुए और अदालत के आदेश की अवहेलना की। अदालत के आदेश की अवहेलना दंडनीय अपराध है, इसलिए इनके खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है।
गायिका ने दर्ज कराया था सामूहिक दुष्कर्म का केस
जैतपुरा थाना अंतर्गत रहने वाली गायिका की तहरीर पर विधायक विजय मिश्र, उनके बेटे-बेटी और भतीजों सहित 14 लोगों के खिलाफ 13 सितंबर 2021 को जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। युवती का आरोप था कि विधायक विजय मिश्र, उनके बेटे और नाती ने जनवरी 2014 से दिसंबर 2015 के बीच सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस पर 18 अक्टूबर 2020 को भदोही जिले के ज्ञानपुर थाने में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। गैंगरेप के उसी मुकदमे में समझौता करने और अपने बयान से मुकरने का दबाव बनाने के लिए विजय मिश्र की बेटियां, बेटा, भतीजे और दामाद सहित अन्य लोग उसके जैतपुरा स्थित घर में जबरन घुसे थे। सभी ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए सादे कागजों पर हस्ताक्षर कराने का प्रयास करते हुए प्रताड़ित किया था। पुलिस ने विजय मिश्र को दो दिसंबर 2021 को आगरा जेल से लाकर बनारस की अदालत में पेश किया था। वहीं, विजय मिश्र के भतीजे और भदोही के डीघ ब्लाक प्रमुख मनीष मिश्रा को आठ दिसंबर 2021 को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में भदोही के गोपीगंज थाने के कौलापुर निवासी विजय मिश्रा के पुत्र विष्णु मिश्रा, प्रयागराज के अल्लापुर में रहने वाली पुत्री रीमा पांडेय, कौलापुर निवासी प्रकाश चंद्र मिश्रा, विकास मिश्रा, जौनपुर के बरसठी थानांतर्गत नरहर में रहने वाली बीमा दुबे व उसके पति राज दुबे उर्फ पंकज दुबे। मुंबई में रहने वाली गरिमा तिवारी व उसके पति मुकेश तिवारी व मुंबई के रतन मिश्रा व विमलधर दुबे आरोपित हैं।
ट्रेन की बोगी में मिला शव
मुंबई से गुरुवार को वाराणसी पहुंची एक ट्रेन में शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना के बाद पहुंची जीआरपी ने शव को कब्जे में लिया। उसके पास से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई। मृतक सोनभद्र जिले के चोपन थाना क्षेत्र का रहने वाल था, जिसका नाम देवेंद्र पांडेय (31) था। जानकारी के अनुसार, मुंबई से चलकर लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस ट्रेन बनारस स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर आकर रुकी। यार्ड में सफाई के लिए भेजने के लिए जब ट्रेन की बोगी के दरवाजों को बंद किया जा रहा था, तभी डी-1 बोगी में एक यात्री मृत अवस्था में मिला। यात्री की जेब से मिले आधार कार्ड के आधार पर उसकी शिनाख्त हुई। जीआरपी चौकी पर मौजूद सिपाहियों ने बताया की मृतक के शरीर पर चोट के कोई निशान नही थे। आशंका जताई जा रही है कि देवेंद्र की ठंड लगने से मौत हुई होगी। जीआरपी ने परिजनों को सूचना दे दी है।
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