‘परमवीर चक्र’ –21 जांबाज फौजियों की वीरगाथा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 24 जनवरी 2022

‘परमवीर चक्र’ –21 जांबाज फौजियों की वीरगाथा

  • · कैप्टन विक्रम बत्रा और मनोज कुमार पांडेय की गाथा को कागज में लिखना मेरे लिए काफी भावुक क्षण रहा था: कर्नल गौतम ऋषिराज
  • · समय के साथ  लोग अक्सर अपने हीरों को भी भूल जाते हैं: लेफ़्टिनेंट कर्नल संजय शर्मा
  • · 26 जनवरी को स्टोरीटेल पर  परमवीर चक्र रिलीज़ होगी जिसे लिखा  है कर्नल गौतम ऋषिराज ने और  आवाज दी है लेफ़्टिनेंट कर्नल संजय शर्मा ने
  • · इस गणतंत्र दिवस सुनिए 21 एपिसोड में देश के वीर सपूतों की देशभक्ति और गौरव की कहानियाँ फोजियों की जुबानी

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नई दिल्ली : देश की सेना को दिए जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार परमवीर चक्र देश के उन वीर सपूतों को दिया जाता है जो अपने अदम्य साहस  और जानी की बाजी लगाकर देश के लिए मर मिटते हैं। इस गणतंत्र दिवस आप  अपने परिवार और बच्चों के साथ  उन वीर शूरवीरों योधाओं की कहानी फोजियों की जुबानी सुन सकते हैं, जिन्होनें अपनी जान पर खेलकर देश की रक्षा की और उन्हें देश के सर्वोच्च पुरस्कार परमवीर चक्र से नवाजा गया। कर्नल गौतम ऋषिराज  द्वारा लिखित और लेफ़्टिनेंट कर्नल संजय शर्मा की आवाज में स्टोरीटेल ऑडियोबुक प्लेटफार्म पर 26 जनवरी को 21 एपिसोड में 21 वीर योद्धा जिन्हें देश के सर्वोच्च सैन्य पदक परमवीर चक्र से नवाजा गया सुन सकते हैं। यह ऑडियो सीरीज  परमवीर चक्र हासिल करने वाले 21 जांबाज फौजियों की हैरतअंगेज गाथा है। 1947 में देश के पहले परमवीर चक्र से नवाजे जाने वाले मेजर सोमनाथ शर्मा-4 कुमाऊं रेजिमेंट से लेके  1999 में कारगिल युद्ध में शहीद होने वाले कैप्टेन विक्रम बत्रा,13 बटालियन ,जम्मू कश्मीर राइफल्स तक 21  वीर फौजियों की  शौर्य की गाथा इस सीरीज में सुन सकते हैं। इस ऑडियो सीरीज के लेखक कर्नल गौतम ऋषिराज ने 21 परमवीर चक्र विजेताओं की गाथाओं को लिखने पर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा “कैप्टन विक्रम बत्रा और मनोज कुमार पांडेय मेरे दोस्त थे और मेरे लिए उनकी गाथा को कागज में लिखना काफी भावुक क्षण रहा था। प्रथम परमवीर चक्र  विजेता सोमनाथ शर्मा कुमाऊँ रेजिमेंट के फोर्थ बटालियन से थे और मै भी उसी बटालियन से हूँ,और वो हमारे लिए भगवान सवरूप रहे हैं।” आगे उन्होंने कहा “ वैसे  परमवीर चक्र पुरस्कृत  वीरों पर पहले भी कई सीरियल, फ़िल्में और किताबें लिखी जा चुकी हैं. जिन लोगों ने परमवीर चक्र विजेताओं के बारे में  विस्तार से जाना नही, पढ़ा नही है, उनके लिए यह एक तौहफा है की वे चलते फिरते और काम करते देश की इन अद्भुत जाबाजों के बारे सुन सकें।” इस ऑडियो सीरीज को अपनी आवाज देने वाले लेफ़्टिनेंट कर्नल संजय शर्मा ने कहा “मेरे लिए यह एक नया अनुभव था मै खुद सेना से हूँ लेकिन सच्चाई यही है कि अक्सर समय के साथ-साथ  हम लोग अपने हीरों को भी भूल जाते हैं। ये सब अनसंग हीरो थे , ज्यादातर लोग आज भी इन योधाओं के बारे में नही जानते हैं। मैं अपने आप में गर्व महसूस कर रहा हूँ कि मेने अपनी आवाज इस सीरीज को दी है और मेरे लिए यह अनुभव  रोंगटे खड़े करने वाला था।”

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