मधुबनी : जिला कांग्रेस ने ललित बाबू की 48वीं पुण्यतिथि मनाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 3 जनवरी 2022

मधुबनी : जिला कांग्रेस ने ललित बाबू की 48वीं पुण्यतिथि मनाई

madhubani-congress-tribute-lalit-babu-anniversiry
मधुबनी, आज जिला कांग्रेस कमिटी कार्यालय मधुबनी के सभागार में युगपुरुष, दूरद्रष्टा, मिथिलासपुत विकास पुरुष स्व ललित नारायण मिश्रा जी के 48 वां पुण्यतिथि ।जिलाध्यक्ष प्रो शीतलाम्बर झा के अध्यक्षता में मनाई गई। सर्वप्रथम उनके तैलचित्र पर कांग्रेसजनों ने पुष्प अर्पित कर श्रदासुमन निवेदित किया। कार्यक्रम को संवोधित करते हुए जिलाध्यक्ष प्रो झा ने कहा सच्चे रूप में ललित बाबू मिथिला के रत्न थे हमेशा से उनके मन और मष्तिष्क में मिथिला के सम्पूर्ण विश्व में स्थान दिलाने का नेक पहल किए, ललित बाबू अजादी आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिए और अजादी के बाद प्रथम चुनाव में लोकसभा के चुनाव लड़कर सांसद पहुंचे और लगातार तीन बार जीते फिर दो बार राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए और संसदीय सचिव,उपमंत्री,राज्यमंत्री और केंद्रीय रेलमंत्री के रूप में देश एवं बिहार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया, रेलबे के पिछड़े विहार को जोड़ने का महतीं पहल किए और कई जिला एवं प्रखण्ड को सफल प्रयास किए उन्होंने मैथिली भाषा को साहित्य अकादमी में स्थान दिलाए, मिथिलाविश्वविद्यालय की स्थापना करना,मैथिली को लोक सेवा आयोग के चयनित विषयों के सूची में दर्ज करना उल्लेखनीय है, उन्होंने मिथिला के लिए अभिशाप बाढ़ और सुखाड़ से निजात दिलाने के लिए पश्चिमी कोशी नहर के लिए नेपाल से समझौता कराया, विदेश व्यपार मंत्री के रूप में देश के सैकड़ों विमार सूती मिलों का अधिग्रहण करबाए और लाखों लोगों को रोजगार से जोड़े, मिथिला चित्रकला को विश्व स्तर पर स्थापित किया और मधुबनी दरभंगा के कई भागों को रेलबे से जोड़े। कार्यक्रम में अमानुल्लाह खान,ज्योति झा,बशिष्ठ नारायण झा,रामइकबाल पासवान, उपेन्द्र यादव,प्रो इश्तियाक अहमद,मनोज मिश्रा,नलनी रंजन झा,अनुरंजन सिंह,मो अकील अंजुम, रामदेव यादव,गणेश झा,मो सबीर,मो सबीर,मो शाहिदहुसैन,मीनू पाठक,रामाशीष सिंह,बालेश्वर पासवान, सुशील कामत,सुशील कुमार झा,मिहिर झा,लालन सिंह,बिनोद झा,शमसुल हक,विवेकानंद झा,मो इमरान, दिलीप कुमार झा,मुकेश कुमार झा पप्पू,बिनय कुमार झा,मो तारिक अनवर विश्वनाथ पासवान मोहन कुमार, मो अतहर,के सी पाठक आदि थे।

कोई टिप्पणी नहीं: