पटना : मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ राजेंद्र प्रसाद को विजिलेंस की भी परवाह नहीं है। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप झेल रहे कुलपति को विजिलेंस की नोटिस मिलने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ता है। प्रोफेसर डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को विजिलेंस की तरफ से हर हाल में पटना विजिलेंस ऑफिस में हाजिर होने की नोटिस मिलने के बाद भी अभी तक कुलपति मेडिकल लीव पर ही हैं। बता दें कि, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को स्पेशल विजिलेंस यूनिट के तरफ से पूछताछ के लिए हर हाल में 3 जनवरी को हाजिर होना था। ऐसे में अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर मगध विश्वविद्यालय कुलपति के ऊपर किसका हाथ है जो विजिलेंस की नोटिस मिलने के बाद भी अब तक हाजिर नहीं हुए। जानकारी हो कि,कुलपति राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज है। इसके साथ ही इन पर आय से अधिक संपत्ति रखने का भी केस दर्ज किया गया है। वहीं, स्पेशल विजिलेंस के तरफ से मगध विश्वविद्यालय कुलपति और उनके रिश्तेदार के घर छापेमारी भी की गई, जिसके बाद से मगध विश्वविद्यालय के कुलपति मेडिकल लीव पर चले गए थे। इसकी जानकारी राजभवन की तरफ से दी गई थी। इसी कड़ी में अब एक बार फिर वह 1 महीने की विस्तारित मेडिकल लीव पर हैं। उनकी यह लीव 23 जनवरी को खत्म हो रही है। हालांकि, इससे पहले उनको स्पेशल विजिलेंस की पूछताछ में पटना आना था लेकिन, वह विजिलेंस के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। गौरतलब है कि, इससे पहले भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने वाली विजिलेंस की टीम ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, डॉक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह लाइब्रेरी इंचार्ज और हिंदी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर विनोद कुमार और वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद के पीए और असिस्टेंट सुबोध कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं, इसके इतर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को नोटिस मिलने के बावजूद वह हाजिर नहीं हो पाए हैं, जिसके बाद यह माना जा रहा है कि कोई बहुत बड़ा संरक्षण होने के कारण मगध विश्वविद्यालय के कुलपति की मेडिकल लीव बार-बार बढ़ाई जा रही है। ऐसे में अब यह जानना बेहद दिलचस्प होगा कि, कब तक इस संरक्षण के सहारे स्पेशल विजिलेंस की पूछताछ से बच सकते हैं।
मंगलवार, 4 जनवरी 2022
बिहार : विजिलेंस आफिस में नहीं पहुंचे कुलपति राजेंद्र
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