बिहार : महिला से पुलिस ने की बदतमीजी, कहा – अपने बाप को भी बुला लो - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 11 जनवरी 2022

बिहार : महिला से पुलिस ने की बदतमीजी, कहा – अपने बाप को भी बुला लो

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पटना : “आपकी सेवा में सदैव तत्पर” का उद्देश्य लें घूमती राज्य की पुलिस प्रशासन का एक असली चेहरा सामने आया है। पटना सचिवालय में कार्यरत एक महिला मोबाइल झपटमारी की शिकायत देने सचिवालय थाना पहुंची। महिला ने लिखित शिकायत देने के बाद उसकी रिसीविंग मांगा, जिसके बाद इस सरकारी महिला कर्मी से सचिवालय थाना अध्यक्ष की नोकझोंक शुरू हो गई। उस वक्त सचिवालय थाना में मौजूद थानेदार साहब इतना गुस्सा में आ गए कि वह अपनी मर्यादा ही भूल गए। महिला कर्मी का कहना है कि थानेदार साहब इतना गुस्सा हो गए कि उन्होंने महिला को हाजत में बंद करने का आदेश देते हुए अपने बाप तक को बुलाने की बात कह दिया। जिसके बाद इसका एक विडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया और मामले ने तुल पकड़ ली। बता दें कि, इस बार भी जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब प्रदेश की सत्‍ता संभाली थी तो उन्‍होंने पुलिस की छवि को बेहतर करने की काफी कोशिश की थी। शुरुआत में पुलिसवालों ने उनके कथन का पालन भी किया, लेकिन बाद में हालत वहीं ढाक के तीन पात जैसी होती दिख रही है। इसका उदाहरण आए देखने को मिल जाता है। इस बीच एक ऐसा ही मामला पटना सचिवालय के सचिवालय थाने में सामने आया है। महिला कर्मचारी के साथ अभद्र व्‍यवहार से पटना पुलिस की छवि पर गंभीर सवाल उठे हैं। जानकारी के अनुसार, पटना सचिवालय में काम करने वाली एक महिला का सचिवालय के ही गेट नंबर-2 के पास मोबाइल झपट लिया गया। महिला ने यह बात अपने विभाग के लोगों को बताई और दूसरी महिला सहकर्मी के साथ शिकायत दर्ज कराने सचिवालय थाना पहुंच गईं। सचिवालय थाना में उस वक्त थानाध्यक्ष सीपी गुप्ता मौजूद थे। सचिवालय में काम करने वाली महिला सरकारी कामकाज के तौर-तरीकों से अवगत थीं, लिहाजा उन्‍होंने लिखित आवेदन दिया। जिसके बाद महिला आवेदन पर रिसीविंग मांगने लगीं। महिला के इस बात को लेकर थानेदार सीपी गुप्ता से नोकझोंक होने लगी। इस दौरान थानेदार साहब इतना नाराज हो गए कि उन्‍होंने महिला के सवाल पूछने पर उन्‍हें हाजत में बंद करने का आदेश दे दिया। बात इतने पर ही नहीं थमी तो थानेदार यह करते नजर आए कि अपने बाप को भी बुला लो। वहीं, थानेदार सीपी गुप्‍ता के इस रवैये से महिला हैरान रह गईं। जिसके बाद उसने थानेदार के शब्दों का विरोध किया और कहा कि उन्हें ऐसा बोलने का हक नहीं है। हैरानी की बात यह है कि सचिवालय थाने के बगल में ही एएसपी का भी ऑफिस है। इसकी भनक लगने पर एएसपी काम्या मिश्रा इस मामले को देखने के लिए बाहर निकलीं। वह भीथानेदार को नसीहत देने के बजाय पीड़ित सचिवालय महिला कर्मचारी को ही समझाने में जुट गईं।

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