कमल किशोर ने कहा, बाकी राज्यों में स्वास्थ्य बजट औसतन 5 फीसदी, लेकिन दिल्ली में तीन गुना से अधिक 16 फीसदी खर्च स्वास्थ्य पर किया है। आज दिल्ली के नागरिकों को मोहल्ला क्लीनिक में 125 तरह की मुफ्त दवाइयां और 212 लैब में मुफ्त जांच उपलब्ध हैं। यदि सरकारी अस्पतालों में 30 दिन के भीतर जांच नहीं होती है, तो मरीज पैनल में शामिल 23 निजी डायग्नोस्टिक केंद्रों में जांच करा सकता है। आज 1155 सर्जरी के लिए 56 निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है। हमारी आप सरकार ने बीते सात साल में 1600 से अधिक बिस्तर बढ़ाये हैं। वहीं 6836 बिस्तरों वाले सात नए अस्पताल बन रहे हैं जो लगभग बनकर तैयार हैं। केजरीवाल सरकार का प्रयास है कि साल 2025 तक दिल्ली में कुल बिस्तर की संख्या बढ़कर 20836 होगी। वार्ड -99 कर्मपुरा की जनता के बीच प्रचार और सदस्यता अभियान को प्रमुखता से आगे बढ़ाने और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए हमेशा काम करने वाले और कोरोना काल में लोगों को आक्सीजन,भोजन और इलाज उपलब्ध कराने वाले कमल किशोर का विजन है कि पार्टी ने सेवा का मौका दिया और जनता ने अपना आशीर्वाद दिया तो उनकी पार्कों में पैदल पथ, लाइटों की व्यवस्था, बैठने के बैंच, स्वच्छ गलियां और ढलाव,पार्किंग,बाज़ारों में महिला शौचालय,निगम स्कूलों में बच्चों की वर्ल्डक्लास शिक्षा व्यवस्था,सीढ़ियों में ग्रेनाइट की सीढियाँ और एलईडी प्रकाश व्यवस्था, महिलाओं के लिए विशेष महिला पार्क, महिला जिम बनवाना पहली प्राथमिकता होगी। वह विधायक शिवचरण गोयल के विकास को निगमों में लागू करना चाहते हैं इसलिए निगम चुनाव में उतरकर भाजपा के भ्रष्टाचार को समाप्त करना चाहते हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम में सरकार बनाने का दावा कर रही आम आदमी पार्टी भी सभी समीकरणों को साधकर चल रही है। पार्टी ने अब तक जहां जातिगत समीकरणों के साथ ही पढ़े-लिखे उम्मीदवारों को तवज्जो दी थी तो अब भी पार्टी जनाधार,शिक्षा,सामाजिक पकड़ और प्रचार को देखकर ही निगम प्रत्याशियों का चयन करेगी। बूथ संवाद और निगम परिवर्तन यात्रा से पार्टी और जनता का की नब्ज टटोलेगी की किस व्यक्ति को योग्य उम्मीदार बनाया जाए जो आगामी निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत सुनिश्चित कर सके। कर्मपुरा वार्ड -99 में आम आदमी पार्टी के लोकप्रिय युवा चेहरे और दिल्ली पिछड़ा वर्ग आयोग के नई दिल्ली के संयोजक कमल किशोर इस बार निगम चुनाव - 2022 में किस्मत आजमाना चाहते है। उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली के रामजस स्कूल से की है। इसके बाद वह राजनीति और समाजसेवा से जुड़कर समाज के वंचित और जरूरतमंदों की मदद के लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के मध्यम से राष्ट्र और समाज का नाम बढ़ाने में लगे हैं। समाजसेवा करने के बाद आम आदमी पार्टी से जुड़े और अब सक्रिय राजनीति में आये हैं। आम आदमी पार्टी की दिल्ली में उपलब्धियां गिनवाते हुए कमल किशोर ने कहा कि दिल्ली में 8,000 क्लासरूम बनाए (12,000 और बन रहे हैं),54 मॉडल स्कूल बनाए, 200 से ज़्यादा मोहल्ला क्लीनिक बनाए (200 और बनने जा रहे हैं), होम डिलीवरी ऑफ सर्विसेज लाए, ऑनलाइन आरटीआई लाए, बिना गारंटी स्टूडेंट लोन दिया,सीवर साफ करने की मशीन लाए,प्राइवेट स्कूलों की फीस वापस कराई,सरकारी अस्पतालों में दवाई,टेस्ट,इलाज सब मुफ्त किया,कम समय में, कम बजट में फ्लाईओवर बनाए लेकिन बहुत सारे कामों में भाजपा के सांसदों ने और उपराज्यपाल के माध्यम से केंद्र सरकार ने अड़चन भी डाली गईं, इस बार निगम में आम आदमी पार्टी के पार्षद जीतेंगे तो केंद्र सरकार कोई काम नहीं रोक पाएगी। मेरा मानना है कि जो पार्टी की टैगलाइन है। काम भी होंगे दोगुने, होगी दोगुनी रफ़्तार।
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