मधुबनी, आज दिनांक 02 फरवरी 2022 को श्री अमित कुमार, भा. प्र. से. जिला पदाधिकारी, मधुबनी जिले के राजनगर प्रखंड के सभी नव निर्वाचित मुखिया से समाहरणालय, मधुबनी के सभाकक्ष में आयोजित संवाद कार्यक्रम में रू ब रू हुए। बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा जिले के सभी नव निर्वाचित मुखिया से उनके संबंधित प्रखंडों के क्रम में मुलाकात कर भावी क्रियाकलापों पर दिशाबोध प्रदान किया जाता है। इस क्रम में आज प्रखंड राजनगर के सभी मुखिया आमंत्रित किए गए थे। संवाद कार्यक्रम के दौरान सभी मुखिया को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी जनता के प्रतिनिधि हैं। ऐसे में प्रशासन और आपके बीच में आपके किसी प्रतिनिधि से काम नहीं चलेगा। वास्तव में सामर्थ्य उन्हीं के पास है, जो निर्णय लेते हैं। जनता ने निर्णय लेने के लिए आपको मत दिया है। अतः एक सच्चे प्रतिनिधि के रूप में जनता के हित में सभी फैसले लेने का अधिकार भी सिर्फ आपको प्राप्त है। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि उनका मकसद कुछ बुनियादी बातों पर सभी मुखिया का आह्वान करना है, जिससे आगामी पांच वर्षों के कार्यकाल में आपके माध्यम से पंचायतों का कायाकल्प किया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बदलते स्वरूप के कारण केवल वही सुरक्षित हैं, जिन्होंने वैक्सिनेशन करवा लिया है। वैक्सिनेशन के महत्व को देखते हुए, आपके पंचायत के सभी लोग वैक्सिनेटेड हो जाएं, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी भी आप लोगों की है। जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायत की सभी योजनाओं में आप समूचे पंचायत का ध्यान रखें। ऐसा हो सकता है कि किसी टोले या समूह से आपको मत नहीं भी प्राप्त हुए हों, इसके बावजूद आपको सम्यक भाव से जनता की सेवा करनी है। यदि आपके पंचायत में किसी एकमात्र योजना के क्रियान्वयन के लिए कई स्थानों में से एक का चयन करना हो, तो आप महात्मा गांधी जी के उस कथन को याद रखें, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि आपके किसी कार्य से समाज के अंतिम व्यक्ति का भला होता हो, तो आप मान लें कि आपका निर्णय सही है।
सभी लोकसेवकों की भांति आप सब भी लोकसेवक हैं। ऐसे में आपका व्यवहार भी लोकसेवा के अनुरूप ही होना चाहिए। सामाजिक सुरक्षा, मद्य निषेध, बाल विवाह और बाल मजदूरी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में आपके सहयोग के बगैर बेहतर स्थिति नहीं बनाई जा सकती है। खासकर लोगों की मानसिकता को बदलना एक बड़ी चुनौती है। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत जिले में घर घर शौचालय बनवाए गए ताकि लोग स्वच्छता को अपना सकें। परंतु, लोग उन शौचालयों का उपयोग करते हैं कि नहीं, यह जन चेतना का विषय है। जिसे जागृत करने में आपकी भूमिका अहम है। एक अन्य उदाहरण के तहत उन्होंने कहा कि पंचायतों में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा सद्भाव मंडप का निर्माण किया जाना है। परंतु, इसका निर्माण कहां हो, इसे देखना आपकी जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि जिस पंचायत में पंचायत सरकार भवन नहीं बने हैं, वहां इसके निर्माण के लिए भूमि तलाश कर सूचित किया जाए। उन्होंने पंचायतों से बिचौलिए को खत्म किए जाने पर भी बल दिया। लोक समस्याओं के समाधान के लिए अनुमंडल लोक शिकायत निवारण कार्यालय की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि बिहार एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां सरकार द्वारा इतनी अच्छी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आप सभी किसी लोक सेवक के कार्य से शिकायत होने पर अनुमंडल लोक शिकायत निवारण, पदाधिकारी के समक्ष अपील कर सकते हैं। यदि आप भी कुछ गलत करते हैं, तो जनता भी आपके विरुद्ध भी यहां शिकायत कर सकती है। यहां किसी भी शिकायत का निपटारा 60 दिनों में किया जाता है। उन्होंने अपनी अपेक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि आप केवल समस्याओं के साथ आगे न बढ़ें, बल्कि उनका समाधान भी प्रस्तुत करें। आपके पास पूरे पांच सालों के लिए कार्य योजना होनी चाहिए, ताकि विकास की योजनाओं को ग्राम स्तर तक सफलीभूत किया जा सके। आपका कार्यकाल राजनगर में याद किया जाए। उक्त बैठक में श्री शैलेंद्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी, श्री नरेंद्र प्रसाद, पंचायती राज पदाधिकारी, राजनगर, श्री विकास कुमार मिश्र, डीपीआरसी एवं प्रखंड राजनगर के सभी नव निर्वाचित मुखिया उपस्थित थे।
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