मधुबनी, आज दिनांक 03 फरवरी 2022 को जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा जिले के बाबूबरही प्रखंड के सभी मुखिया को उनकी गतिविधियों के प्रति दिशाबोध कराया गया। बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा क्रमवार जिले के सभी प्रखंडों के मुखिया से उनकी भावी योजनाओं को लेकर संक्षित किंतु सारगर्भित चर्चा की जा रही है। इस परिप्रेक्ष्य में आज समाहरणालय के सभाकक्ष में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। सभी मुखिया को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इन बैठकों का मकसद आपकी भूमिका को लेकर व्यापक समझ बनाना है। एक लोक सेवक के रूप में आपकी भूमिका बेहद अहम है। उन्होंने कहा कि आप अपने पंचायत के सर्वाधिक मत लेकर चुने गए हैं, ऐसे में आपकी सकारात्मक भूमिका से पंचायतों की विभिन्न योजनाओं में बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। ऐसे में आप अपने पंचायत के अंतर्गत संचालित होने वाली सभी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में सहयोग करें, चाहे वो योजनाएं आपके माध्यम से संचालित की जा रही हों अथवा उनका संपादन विभागीय स्तर पर किया जा रहा हो। इस परिप्रेक्ष्य में आपको पंचायत के अंतर्गत संचालित होने वाली विभिन्न योजनाओं की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के अतिरिक्त आपके पंचायत के अंतर्गत सुख शांति बनी रहे, यह भी आपकी भूमिका के केंद्र में है। उदाहरणस्वरूप किसी दुर्घटना या अनहोनी घटित होने पर संबंधित पंचायत के मुखिया की यह महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है कि वे घटना की सही जानकारी प्राप्त कर प्रशासन को सूचित करें तथा प्रभावित लोगों को सरकारी प्रावधानों का लाभ मुहैया कराएं। लोकसेवक होने के नाते आप सभी का व्यवहार, क्रियाकलाप और आचरण पद अनुकूल होना चाहिए। गलत कारगुजारियों पर सरकार ने सख्त कदम उठाए जाने के प्रावधान बनाए हैं। उन्होंने बताया कि मद्य निषेध, बाल विवाह और बाल मजदूरी जैसे मामलों में मुखिया की सहायता से बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। उन्होंने ग्राम सभा के आयोजन में सभी वर्गों और तबकों से विचार प्राप्त कर विकास की योजनाओं पर पहल करने की आवश्यकता पर बल दिया। ग्राम समितियों में पंचायत के हर तबके को प्रतिनिधित्व मिले और किसी से भी पक्षपात न हो।
उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और स्वावलंबल को समाज के विकास का सही पैमाना बताया। उन्होंने कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार मिशन और नल जल जैसी कई जन कल्याणकारी योजनाएं गलत मानसिकता की शिकार हो गई। उन्होंने सभी सरकारी योजनाओं से बिचौलियों को बाहर किए जाने पर भी जोर दिया। अपनी अपेक्षाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आपके द्वारा अब जितनी भी योजनाएं लागू की जाएं, वो उच्चतर मापदंड स्थापित करें। ताकि, राज्य व देश के दूसरे हिस्से से भी लोग आदर्श पंचायत को देखने के नजरिए से आपके पंचायत का भ्रमण करें। उन्होंने अपने प्रशिक्षण के दौरान आंध्र प्रदेश के एक पंचायत में टूर विजिट किए जाने का भी उल्लेख कर सभी को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भूमि अतिक्रमण आज गांव के विकास की बड़ी बाधक है। सरकार की अनेक योजनाएं भूमि उपलब्ध न होने के कारण लागू करने से वंचित रह जाती हैं। ऐसे में पंचायत के सभी सरकारी भूमि को चिन्हित कर अवैध कब्जे से मुक्त कराने की मुहिम में आप जिला प्रशासन, मधुबनी के प्रयास में सहभागी बनें। वर्तमान में सभी पंचायतों से पंचायत सरकार भवन के निर्माण हेतु सरकारी भूमि को चिन्हित करने की आवश्यकता है। इसके लिए पचास डिसिमल विवादरहित और आवागम में सुगम भूमि को चिन्हित कर जिला पंचायत कार्यालय को प्रेषित करें। सभी मुखिया को दिशाबोध प्रदान करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यदि पंचायत के मुखिया अग्रगामी सोच वाले हों तो पंचायतें अपने आप विकास के मार्ग पर अग्रसर हो जाएंगी। जिले में जिलाधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए श्री प्रमोद कुमार झा, जिला समन्वयक, यूनिसेफ ने जिले में कोरोना के विस्तृत टीकाकरण अभियान की चर्चा की। उन्होंने नियमित टीकाकरण और संस्थागत प्रसव के फायदे से भी सभी लोगों को अवगत कराया। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी मुखिया से कहा गया कि कोरोना संक्रमण से अपने पंचायत को मुक्त कराए जाने के लिए पूर्ण वैक्सिनेशन के लक्ष्य को प्राप्त करने वाले पंचायत को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। संवाद कार्यक्रम के दौरान श्री शैलेंद्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी, डीपीआरसी से श्री विकास कुमार मिश्र के साथ साथ बाबूबरही प्रखंड के सभी मुखिया जन मौजूद थे।
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