- सरगना सहित 10 आरोपियों की तलाश में यूपी एसटीएफ, अब तक पांच दबोचे गए, प्रेग्नेंसी टेस्ट किट का रैपर बदल बनाते थे रैपिड कोविड किट, फोन पर कम, व्हाट्सएप कॉल के जरिये काम करता था गिरोह
वाराणसी (सुरेश गांधी) नकली कोविड किट और वैक्सीन बनाने वाले गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में यूपी एसटीएफ की वाराणसी फील्ड यूनिट अधिक जानकारियां जुटा रही है। बनारस से दिल्ली तक 10 से अधिक आरोपी इसमें शामिल हैं। जांच में सामने आया कि पांच आरोपियों ने ऐसा नेटवर्क फैलाया कि नई दिल्ली, बिहार, झारखंड, कोलकाता, असम, त्रिपुरा और पूर्वांचल सहित पश्चिमी के कई जिलों तक कोविड से संबंधित नकली रेमडिसिविर इंजेक्शन, कोविड वैक्सीन, कोविड टेस्ट किट पहुंच गई। इसमें सात आरोपियों की पहचान हो चुकी है। गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ की टीमें दबिश दे रही हैं। उधर, इस मामले में खुफिया एजेंसियां भी अब लग गई हैं। मुख्यालय स्तर से बार-बार इस केस के बारे में जानकारियां ली जा रही हैं। बीएचयू के आसपास लंका स्थित मेडिकल स्टोर और सप्तसागर दवा मंडी मैदागिन में भी दवा व्यापारियों से एसटीएफ ने पूछताछ शुरू की है। क्योंकि इन मार्केट में ही दवाओं की बड़ी खेप खपाई जा चुकी है। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि गिरोह फोन कॉल पर बहुत कम बात कर था। व्हाट्सएप कॉल के जरिये खरीद व बिक्री करने वालों के संपर्क में रहता था। गिरफ्तार पांच आरोपियों के कब्जे से मिले मोबाइल और लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
गिरोह ऐसे चलाता था जानलेवा धंधा
प्रेग्नेंसी टेस्ट किट का रैपर बदलकर रैपिड कोविड किट बनाते थे। वहीं डिस्टिल वाटर और ग्लूकॉन-डी से कोविड की नकली दवाएं बनाते थे। एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश के अनुसार इस धंधे में शामिल छह और आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। एसटीएफ वाराणसी इकाई के अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के अनुसार फील्ड यूनिट निरीक्षक राघवेंद्र मिश्रा को सूचना मिली कि लंका थाना अंतर्गत नरिया के रोहित नगर कॉलोनी स्थित जटारानी सिंह के मकान में नकली दवा और वैक्सीन बनाई जा रही है। टीम ने छापा मारा तो तीन कमरे में फैली दवाइयों के रैपर, नकली रैपिड कोविड टेस्ट किट 10800, नकली कोविड वैक्सीन 1600, नकली रेमिडिसिविर इंजेक्शन 1550, सिलिंग मशीन चार, रैपर आदि पैकेजिंग मैटेरियल्स और केमिकल भरी 6000 शीशी और खाली शीशी दो कार्टून बरामद हुई। ड्रग विभाग के सहायक आयुक्त औषधि केजी गुप्ता ने नकली दवाओं की पुष्टि की।
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