- साम्प्रदायिक-उन्मादी संगठनों क ेखिलाफ सख्त कदम उठाए सरकार: धीरेन्द्र झा
पटना 27 फरवरी, समस्तीपुर में घटित माॅब लिंचिंग मामले में आज भाकपा-माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम व पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा के नेतृत्व में एक जांच टीम मुसरीघरारी पहुंची और मृतक के परिजन से मुलाकात की. टीम रुपौली बुर्ज गांव के ग्रामीणों से मिली, फिर पूरी टीम ने कल्याणपुर प्रखंड के बासुदेवपुर गांव के चैर और मुर्गा फार्म का दौरा किया, जहां खलील को बंधक बनाकर रखा गया था और जलाकर मारा गया था. टीम में जिला सचिव उमेश कुमार,सुरेंद्र प्रसाद सिंह,बन्दना सिंह,दिनेश महतो,अमित कुमार,रामकुमार,आसिफ होदा, सुखलाल यादव, चांद, एजाज आदि थे। माले नेताओं ने कहा कि जो रिपोर्ट सामने आई है, वह बेहद चिंताजनक है. यह समस्तीपुर के इलाके में सांप्रदायिक-उन्मादी संगठनों की संगठित कार्रवाइयों का नतीजा है और इसके जरिए वे पूरे इलाके में मुस्लिम समुदाय के भीतर आतंक पैदा करना चाहते हैं. माले नेताओं ने कहा कि खलील रिजवी को आरएसएस व अन्य उन्मादी संगठनों से जुड़े अपराधी गिरोह ने 16 फरबरी को अपहरण करके बासुदेवपुर के गंडक नदी के चैर के बगीचा में घण्टों बंधक बनाकर रखा, वीडियो बनाया और फिर जलाकर मार दिया. लाश को एक मुर्गा फार्म के एक कमरे में 5फीट गड्ढा खोदकर गाड़ दिया गया. गड्ढे में नमक और यूरिया भी मिला पाया गया है. अभी तक 4 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है और इन सबों का आरएसएस के संगठन और नफरत के अभियान से गहरा रिश्ता रहा है. आम जनता की मांग है कि स्पीडी ट्रायल चलाकर इस जघन्य अपराध के अभियुक्तों को अविलम्ब सजा दी जाए और इन अपराधिायों के सम्पूर्ण आपराधिक उन्मादी गतिविधियों की समग्र जांच की जाए. बासुदेवपुर फकीराना टोला के लोगों ने और खासकर महिलाओं ने बताया कि इन लोगों के उत्पात से सहनी और ततमा समुदाय के लोग आतंकित रहते हैं. लोगों ने बताया कि ये सारे अपराधी भाजपा-आरएसएस के अभियानों में सक्रिय रहते हैं. अभीतक सरकार की कोई टीम अथवा भाजपा के नेता पीड़ित परिवार से नही मिले हैं.
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