तमिलनाडू में लावन्या के साथ धर्म परिवर्तन करवाने को लेकर हुई ज्यादती बाद की गई आत्महत्या के मामले में अभाविप ने किया उग्र प्रदर्शन, झाबुआ में विरोध रैली निकालकर राजवाड़ा पर किया गया सभा का आयोजन
झाबुआ। देश के तमिलनाडू राज्य में निजी स्कूल में कक्षा 10वीं में पढ़ने वाली छात्रा लावन्या के साथ धर्म परिवर्तन करवाने को लेकर बाध्य करने और ज्यादती करने से पीड़िता द्वारा आत्महत्या करने के मामले में छात्र-छात्राओं के हित में सदैव तत्पर रहने वाले संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् द्वारा संपूर्ण देश में इस घटना को लेकर उम्र विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। साथ ही इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कर पीड़िता को माननीय न्यायालय के माध्यम से न्याय दिलवाने की मांग भी की जा रहीं है। इसी बीच तमिलनाड़ू में इस घटना का कड़ा विरोध कर रहीं अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी एवं उनके साथ अन्य करीब 33 अन्य कार्यकर्ताओं को वहां की कम्यूनिस्ट पार्टी की सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन को आदेश जारी करवाकर गिरफतार करवाने से भी अभाविप द्वारा संपूर्ण देश में उग्र आंदोलन किया जा रहा है। इसी क्रम में 16 फरवरी, बुधवार को अभाविप के भारत स्तरीय आव्हान पर जिला मुख्यालय झाबुआ पर भी संगठन द्वारा तमिलनाडू में हुए उक्त दोनो घटनाक्रम के विरोध स्वरूप शहर में रैली निकाली गई। सर्वप्रथम एबीवीपी के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता स्थानीय नेहरू मार्ग स्थित प्राचीन श्री दक्षिण मुखी महाकालिका माता मंदिर पर एकत्रित हुए। यहां बड़ी संख्या में अभाविप के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं के साथ छात्रों विशेषकर छात्राओं ने भी सम्मिलित होकर तमिलनाडू में लावन्या के साथ हुई घटना के प्रति अपना तीव्र आक्रोश व्यक्त किया। बाद यहां से दोपहर करीब 1 बजे से ‘‘लावन्या को न्याय दो, जस्टिस ऑफ लावन्या और तमिलनाडू सरकार हाय-हाय’’ के नारांे से लिखी तख्तीयां लेकर अपने हाथों में अभाविप कार्यकर्ता और छात्राएं चली।
- राजवाड़ा पर फूंका तमिलनाडू के मुख्यमंत्री का पुतला, जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब जारी रहेगा विरोध प्रदर्शन
इन्होंने किया रैली का नेतृत्व
रैली का नेतृत्व अभाविप की प्रदेश सह-मंत्री मोनिका पाटीदार, पूर्णकालिक इंदौर महानगर मंगला टेकाम, प्रदेश छात्रा प्रमुख राधिका सिकरवार, प्रदेश पदाधिकारी बलमा खराड़ी, प्रदेश सह-मंत्री दर्शन कहार, अभाविप के आलीराजपुर जिला संगठन मंत्री कापसिंह भूरिया, अभाविप के झाबुआ नगर मंत्री वैभव जैन, पवन परमार, आशु जैन, हेमाद्री व्यास आदि के नेतृत्व में इस मांग को पूरजोर तरीके से बुलंद करते हुए यह रैली शहर के नेहरू मार्ग, श्री गौवर्धननाथ मंदिर तिराहा होते हुए राजवाड़ा पहुंची।
लावन्या के साथ हुई घटना अशोभनीय एवं निंदनीय
राजवाड़ा पर सभा का आयोजन हुआ। जिसमें वक्ता के रूप में संगठन की प्रदेश सह-मंत्री मोनिका पाटीदार ने कहा कि तमिलनाडू में स्कूली छात्र-छात्राआंे को धर्म परिवर्तन करवाने का काम जोर-शोर से चल रहा है। यह इसका जीता जागता उदाहरण है। अब ऐसे कृत्य बर्दाश्त नहंी किए जाएंगे। इंदौर महानगर से आई मंगला टेकाम में कहा कि लावान्या के साथ हुई घटना अत्यंत ही अशोभनीय एवं निंदनीय है। तमिलनाड़ू सरकार के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। प्रदेश छात्रा प्रमुख राधिका सिकरवार ने कहा कि अभाविप इस तरह की घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहंी करेेगा और पूरे देश में तब तक इसका विरोध करता रहेगा, जब तक लावन्या को जस्टिस नहीं मिल जाता है। प्रदेश पदाधिकारी बलमा खराड़ी एवं प्रदेश सह-मंत्री दर्शन कहार ने मांग की कि तमिलनाड़ू पुलिस इस घटनाक्रम का विरोध करने वाली अभाविप की राष्ट्रीय सह-मंत्री निधि त्रिपाठी एवं अन्य सभी कार्यकर्ताओं को तत्काल रिहा करे, नहीं तो परिषद् अब आर-पार की लड़ाई लड़ेगा। सभा का संचालन अभाविप के नगर पदाधिकारी आशु जैन ने किया।
तमिलनाडूु के मुख्यमंत्री का फूंका पुतला
बाद तमिलनाडू सरकार हाय-हाय, जस्टिस फॉर लावन्या के जमकर नारो के बीच अभाविप द्वारा राजवाड़ा पर तमिलनाडू के मुख्यमंत्री का पुतला भी जलाया गया। तत्पश्चात् स्थानीय गोपाल कॉलोनी स्थित अभाविप के जिला कार्यालय पर उक्त प्रदेश से आई पदाधिकारियेां ने संक्षिप्त चर्चा में बताया कि आज पूरे देश में ही लावन्या घटनाक्रम में विरोध प्रकट किया जा रहा है और यह विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक देश की बेटी को न्याय नहीं मिल जाता और तमिलनाडू में अभाविप के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं की रिहाई नहीं हो जाती है।
संत शिरोमणि रविदास जयंती समारोह का आयोजन किया गया, माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया
झाबुआ । झाबुआ रतलाम माननीय सांसद श्री गुमान सिंह जी डामोर ने मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत के नवीन सभा ग्रह में संत रविदास जयंती समारोह के आयोजन मैं अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि कहां की संत रविदास जी को रैदास भी कहा जाता था। संत रविदास ने समाज में समरसता लाने मैं अपना जीवन को न्योछावर कर दिया था ।आज आवश्यकता है कि हम सभी लोग संत रविदास जी के बताए हुए मार्ग पर चलकर गरीब, शोषित ,दिव्यांगों, सर्वहारा वर्ग की सेवा करें। माननीय श्री गुमान सिंह जी डामोर ने संत शिरोमणि रविदास जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। माननीय सांसद महोदय ने इस मौके पर संतो सहित समाज की प्रतिभाओं का भी सम्मान किया और शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत हितग्राहियों को लाभान्वित किया। माननीय सांसद श्री गुमान सिंह जी डामोर ने शुरू में संत रैदास की चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया! माननीय सांसद ने संत रविदास जयंती के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहां की संत रविदास ने अपने भजनों के माध्यम से समाज को एकत्रित करने का कार्य किया। संत रविदास हमें संदेश दिया कि हम जो भी कार्य करें पूरी इमानदारी और पूरी लगन के साथ करें! इस आयोजन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन ,भाजपा जिलाध्यक्ष माननीय श्री लक्ष्मण सिंह जी नायक ,भाजपा के जिला महामंत्री और जिला योजना समिति के सदस्य श्री सोमसिंह जी सोलंकी ,भील सेवा संघ के अध्यक्ष श्री अजय डामोर, मंडल अध्यक्ष श्री अंकुर पाठक, भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्री करविन यादव ,भाजपा पदाधिकारी श्री जुवान सिंह जी गुड़िया ,श्री थापा , जिले के प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. श्री के के त्रिवेदी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे ! जिनका पुष्प हार से समारोह स्थल पर अभिनंदन किया गया ! कार्यक्रम स्थल पर सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग श्री प्रशांत आर्य , लोक कलाकार ,बड़ी संख्या में जिलाधिकारी ,कर्मचारी उपस्थित थे! कार्यक्रम स्थल पर माननीय मुख्यमंत्री जी वर्चुअल उद्बोधन की भी व्यवस्था थी ! जहां पर माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा संत रविदास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में उद्बोधन दिया ! समारोह स्थल पर माननीय श्री सोमसिंह जी सोलंकी के द्वारा भी अपना उद्बोधन दीया गया ! जिले के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. के के त्रिवेदी के द्वारा संत रविदास के व्यक्तित्व के बारे में विस्तार से सदन को बताया ! कार्यक्रम का संचालन श्री हरीश कुंडल के द्वारा किया गया !
डॉ रामशंकर चंचल की मां सरस्वती वंदना का उर्दू में हुआ अनुवाद, एक शुभ संदेश जायेगा पूरे देश को
झाबुआ। झाबुआ जिले के प्रख्यात साहित्यकार डॉ रामशंकर चंचल की रचनाओं का अनुवाद अभी तक कई भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। आज उनकी रचनाओं का अनुवाद उर्दू शायरी के महान साहित्य साधक श्री एहसास मगहरी संत कबीर नगर ऊ.प्र. के शायर द्वारा किया गया । आपने डॉ रामशंकर चंचल की मां सरस्वती वंदना , तुम सुंदरता की पर्याय हो और एक और कविता का अनुवाद उर्दू भाषा शैली में किया है। अनेकानेक भाषाओं में अनुवाद हुआ है डॉ चंचल की रचनाओं का यह पहली बार उर्दू भाषा में अनुवाद हुआ है। डॉ रामशंकर चंचल का कहना है कि यह एक सुखद अहसास होगा कि उर्दू में मेरी मां सरस्वती वंदना का अनुवाद किया गया। पूरे देश में यह एक शुभ संदेश जायेगा। सचमुच इस आदिवासी अंचल में पहली बार कोई रचनाकर है जिसकी रचनाओं का अनुवाद कई भाषाओं में अभी तक हो चुका है। जिले के इतिहास में पहली बार यह सुखद अहसास किया जा रहा है कि यहां के रचनाकर डॉ रामशंकर चंचल ने अपनी रचनाओं के माध्यम से पूरे देश में विभिन्न भाषा को जोड़ने का अद्भुत कार्य किया है। जो सदा सम्मान से नवाजा जाएगा आदरणीय डॉ चंचल का यह योगदान सचमुच बेहद गर्व महसूस करने का विषय है इस जिले प्रदेश और देश के लिए ।डॉ रामशंकर चंचल की मां सरस्वती वंदना का उर्दू में हुआ अनुवाद एक शुभ संदेश जायेगा पूरे देश को ।
प्रजापिता ब्रम्हकुमारी संस्था गोपालपुरा पर ‘‘आओ एक दीप जलाए शहीदों के नाम’’ कार्यक्रम का हुआ आयोजन, प्रबद्धु एवं गणमान्यजनों ने दीपक प्रज्जवलित कर रखे विचार, विश्व शांति के लिए मेडिटेशन भी किया गया
झाबुआ। प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवा केंद्र गोपालपुरा शिव स्मृति भवन में 14 फरवरी, सोमवार शाम 4 बजे से अनोखा अमर प्रेम दिवस मनाया गया। जिसमें 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए वीरों की स्मृति में ‘‘आओ एक दीप जलाए, शहीदों के नाम’’ कार्यक्रम किया गया। जिसमें संस्था से जुड़े समस्त भाई-बहनों एवं झाबुआ शहर के प्रबुद्ध और गणमान्यजनों ने दीप-मोमबत्तीयां जलाकर एवं मौन रखकर पुलवामा आतंकी हमले में शहीदों के प्रति श्रद्धा तथा सम्मान व्यक्त किया गया। इस दौरान वरिष्ठ साहित्यकार एमएल फुलपगारे ने शहीदांे के सम्मान में उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि ‘‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे, हर वर्ष मेले, वतन पर मरने वालों का ... यहीं बाकी निशां होगा’’। बीके जयंती दीदी ने कहा कि खुशनसीब है, वह जो वतन पर मिट जाते है, मरकर भी वह लोग अमर हो जाते है। ऐसे वीर जवानों को हमारा सलाम है। उनकी हर सांसो में तिरंगा बसता है। बीके ज्योति दीदी ने विश्व शांति के लिए सभी को मेडिटेशन भी करवाया। इस अवसर पर संस्था से जुड़े रमेश भाई, मनीष भाई, सिद्धार्थ भाई, बाबुभाई, रणछोड़ भाई, स्वाति बहन, शालिनी, महिमा, रमिला बहन आदि भी उपस्थित थी।
संत रविदासजी महाराज की 645 वी जन्म जयंती पर हुए आयोजन, रथ में संत रविदासजी की तस्वीर के साथ बैंड बाजों पर भक्तों की टोली ने नाचते गाते निकाली भव्य शोभायात्रा
संत श्री रविदास जयंती पर झाबुआ में निकाला गया भव्य चल समारोह, जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत
झाबुआ। संत श्री रविदासजी की जयंती पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी संत श्री रविदास समिति रातीतलाई झाबुआ की ओर से शहर में भव्य चल समारोह निकाला गया। चल समारोह शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए गोपाल कॉलोनी स्थित मंगल भवन पहुंचने पर यहां कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें वक्ताओं ने राष्ट्रीय संत के जीवन पर प्रकाश डाला। अंत में सभी के लिए (भंडारा) प्रसादी भी रखी गई। जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक महेश परमार ने बताया कि यह शोभायात्रा रातीतलाई स्कूल से आरंभ हुई। जिसमें आगे केसरिया ध्वज लेकर युवक चले। इसके पीछे डीजे पर प्रस्तुत धार्मिक गीतों और भजनों पर महिलाओं और बालिकाओं ने जमकर नृत्य किया तथा गरबे खेले। डीजे के पीछे महिला वर्ग शामिल हुआ और इसके पीछे पुरूषों ने सम्मिलित होकर पूरे शहर में ध्वज लहराए गए। डीजे से भी पूरा शहर गूंजायमान हुआ। महिला द्वारा लाल साड़ी में एवं पुरूषों नें सफेद कुर्ता-पजामा में भाग लेकर श्री रविदासजी के जयकारे लगाए। विशेष रथ पर संत श्री रविदासजी की तस्वीर विराजमान रहीं। यह चल समारोह शहर के गोपाल कॉलोनी, राजगढ़ नाका, डीआरपी लाईन तिराहा, हाईवे मार्ग, विजय स्तंभ तिराहा, जिला चिकित्सालय, बस स्टेंड फव्वारा चौक, मुख्य बाजार, राजवाड़ा, नेहरू मार्ग, ऑफिसर्स कॉलोनी, रातीतलाई क्षेत्र होते हुए मंगल भवन पहुंचा।
- गोपाल कॉलोनी स्थित मंगल भवन पर कार्यक्रम बाद सभी के लिए भंडारा (प्रसादी) रखी गई
जगह-जगह किया गया स्वागत
शहर के राजगढ़ नाका पर यात्रा में शामिल आयोजकों एवं सभीजनों पर पुष्प वर्षा राजगढ़ नाका मित्र मंडल की ओर से वरिष्ठ शैलेष दुबे, दीपेश बबलू सकलेचा, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, भाजपा मंडल कोषाध्यक्ष एवं युवा पार्षद नरेन्द्र राठौरिया, भाजपा अजजा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष कन्हैयालाल लाखेरी, नंदलाल रेड्डी आदि ने किया। आगे चलने पर डीआरपी लाईन तिराहे पर भाजयुमो की ओर से जिलाध्यक्ष कुलदीपसिंह चौहान, सक्रिय कार्यकर्ता थावरिया अमलियार, कांतिलाल परमार, अल्केश परमार, मजेसिंह मकोड़िया, तोलसिंहभाई, मनीष ठाकुर, विक्रम, नरेन्द्र कटारा, उमंग जैन, शक्तिसिंह देवड़ा आदि ने जोरदार स्वागत कर सभी पर पुष्पवर्षा करने के साथ यहां भायजुमो जिलाध्यक्ष श्री चौहान ने विशेष रथ में विराजमान संत श्री की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन भी किया।
भंडारा (प्रसादी) का हुआ आयोजन
यात्रा के समापन पर गोपाल कॉलोनी स्थित मंगल भवन में कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। जिसमें वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में संत रविदासजी को राष्ट्रीय संत की उपाधि देने के साथ उनके जीवन वृतात पर प्रकाश डाला। अंत में संत रविदासजी की आरती कर सभी ने भंडारा (प्रसादी) का भी लाभ प्राप्त किया।
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