पटना : बिहार विधान परिषद में समान वाद विवाद के दौरान बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने राज्य की स्वास्थ्य व शिक्षा को सुपरहिट करने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने कहा है कि बिहार में बहुत चल बड़ी संख्या में नर्सों की बहाली की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि, इस वर्ष राज्य में 20 हजार नर्सों की बहाली होगी। अभी 8900 नर्सों की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। इसे एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद और बहालियां होंगी। विधान परिषद में स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और समाज कल्याण विभाग के बजट पर सामान्य वाद-विवाद के बाद मंत्री मंगल पाण्डेय सरकार का उत्तर दे रहे थे। इसके साथ ही मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का काम सबसे चुनौतीपूर्ण काम है। इसको हमेशा अलर्ट मोड में रहना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लालू राबड़ी के राज में स्वास्थ्य व्यवस्था की क्या स्थिति थी और अभी क्या स्थिति है विपक्ष के लोगों को विभिन्न अस्पतालों में घूम कर देखना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि पढ़ 2005 के दौरान भी स्वास्थ्य को लेकर काम बिहार में होता तो तो पिछले 17 वर्षों में जैसा काम हुआ है उस हिसाब से बिहार की सूरत ही कुछ और होती। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वर्तमान में जेनरल मेडिकल ऑफिसर के मात्र 220 पद बचे हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि विशेष डॉक्टरों के करीब 3000 पद खाली हैं पर इसकी वजह चिकित्सकों का नहीं मिलना है। जब डॉक्टर मिलेंगे तभी तो उनकी नियुक्ति होगी। उन्होंने कहा कि बीते तीन वर्षों में 6-7 बार डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है।सरकार स्वास्थ्य के हर क्षेत्र में काम कर रही है। लोगों को 95 तरह की दवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके साथ ही सरकार ने 850 करोड़ रुपये आयुष चिकित्सा पद्धति को हर तरह से मजबूत करने के लिए स्वीकृत किये हैं। पांच आयुर्वेदिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल, एक-एक यूनानी एवं होमियोपैथी मेडिकल कॉलेज, 26 जिला संयुक्त औषधालय, 69 राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय, 29 होमियोपैथी औषधालय, 30 राजकीय यूनानी औषधालय और एक-एक राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषध निर्माणशाला एवं अनुसंधान इकाई सूबे में स्थापित की जायेगी।
शनिवार, 26 मार्च 2022
बिहार : 20 हजार नर्सों की होगी भर्ती, सूबे में बनेंगे ये नए अस्पताल
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