- समाज की दिशा और दशा को बदलने की ताकत रखती हैं महिलाएं - डा. नीरा चौधरी
रायसेन. आधी आबादी को समर्पित विश्व महिला दिवस के अवसर पर एकता परिषद मध्य प्रदेश द्वारा 9 मार्च 2022 को नारी सम्मान समारोह का आयोजन आमोघ होटल रायसेन मे आयोजित किया गया. इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा.नीरा चौधरी संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग ने शॉल पहना कर एवम कस्तूरबा गांधी की तस्वीर स्मृति चिन्ह के रूप मे देकर समाज की दिशा और दशा को बदलने को प्रयासरत और विशिष्ट सेवाएं करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया. अपने उद्बोधन मे उन्होंने महिलाओं की दशा और दिशा पर विचार रखे और हर प्रकार के सहयोग का भरोसा दिया. इस बीच एकता परिषद ग्राम समिति व सामाजिक स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली 40 महिलाओं को सम्मानित किया गया.वरिष्ठ पत्रकार रुबी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों से आई आदिवासी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपनी बेटिओं को स्कूल पढ़ने जरूर भेजे और अपनी समस्याओं को लिखने की कोशिश करे, आपको भूमि और आजीविका के अधिकारों को महसूस करने की जरूरत है. समाज सेवी श्रीमति कुमुद सिंह ने नारी सम्मान समारोह में अपनी बात रखते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में मजबूती के साथ खड़ी और महिलाओं के अधिकारों पर कार्य करने वाली नारी शक्ति को मेरा सलाम है आप लोंगो की संघर्ष की कहानियां आने वाली पीढी को अपने अधिकारों के प्रति जागृत करेगी, महिला दिवस हमारी जीत का दिवस है. इसी क्रम मे फ्री प्रेस से पधारी स्मिता ने महिला अधिकारों की बात रखी, रायपुर प्रयोग से आई दीपिका धुरंधर ने ग्राम सभा में महिलाओं की भागीदारी और अपनी बात रखने के लिए सभी को आगे आने के लिए कहा बछुआ गाँव से आई संपत बाई ने बताया कि जनादेश यात्रा के बाद आये वन अधिकार कानून से हमने गाँव में 2005 से पूर्व के लोंगो के दावे एकता परिषद ग्राम इकाई के सहयोग से कराये गए थे उनमें से कुछ लोंगो को अधिकार मिल गए है हम अपने अधिकारों के लिए गांधी वादी तरीके से आंदोलन चला रहे हैं,एकता परिषद से जुड़ी बोरी गाँव की रुकमणि बाई ने महिलाओं के संघर्ष, उनके योगदान और उनके समर्पण की कहानियों का चित्रण किया , सरस्वती उईके द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया. समारोह मे एकता परिषद के राष्ट्रीय महा सचिव अनीश कुमार एवम भूमि और आजीविका संयोजक दीपक अग्रवाल का विशेष योगदान रहा. इस अवसर पर रायपुर छत्तीसगढ़ से परियोजना राष्ट्रीय समन्वयक अरुण कुमार, दीपिका धुरंदर, ग्वालियर से रवींद्र सक्सेना, भोपाल से जितेंद्र शर्मा, विदिशा से भंवर लाल, टीका राम, सत्य नारायण सहित 32 गाँव से 110 महिलाएं उपस्थित थी.
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