- कैट्स आई, डेलिनेटर, रिफ्लेक्टर, रोड साईनेजेज, रम्बल स्ट्रीप का अधिष्ठापन एवं रोड मार्किंग कराने का निर्देश
बेतिया। पश्चिम चम्पारण के जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आज जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने एवं जान-माल की क्षति को रोकने के लिए सभी प्रकार के समुचित एवं कारगर उपाय अविलंब किया जाय। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारियों को इसे अत्यंत ही गंभीरत से लेते हुए सुरक्षात्मक कार्य कराना होगा ताकि आने वाले समय में दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके, लोगों की जान-माल की क्षति को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध एमभी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित किया जाय। सड़क पर चलने वाले सभी प्रकार के वाहनों की नियमित रूप से जांच करायी जाय तथा यातायात नियमों का सख्ती के साथ अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि प्रायः ऐसा देखा जाता है कि तीखे मोड़ों एवं वैसे मोड़ जहां वाहन को टर्न करते समय सामने से आने वाली वाहनों को देखने में परेशानी होती है वैसे स्थलों पर दुर्घटनाएं अधिक होती है। इसी रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया जाय तथा कैट्स आई, डेलिनेटर, रिफ्लेक्टर, रोड साईनेजेज, रम्बल स्ट्रीप का अधिष्ठापन कराया जाय तथा रोड मार्किंग की व्यवस्था की जाय। समीक्षा के दौरान जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में 09 ऐसे स्थलों को चिन्हित किया गया है, जहां अक्सर दुर्घटनाएं होती है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि ऐसे स्थलों पर जिला परिवहन पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी जायेंगे और किन कारणों से दुर्घटनाएं हो रही है, उसकी पड़ताल करेंगे और समुचित एवं कारगर कदम उठायेंगे ताकि दुर्घटनाएं नहीं होने पाएं। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क के किनारे अवस्थित विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों आदि के समीप पर्याप्त सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित किया जाय। यहां पर रिफ्लेक्टर, रम्बल स्ट्रीप आदि का अधिष्ठापन कराया जाय ताकि आने-जाने वाले वाहन चालक सहित बच्चे सावधान रहें। साथ ही बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल ले जाने वाले वाहनों की भी नियमित रूप से जांच-पड़ताल की जाय। स्कूल वाहन अच्छे तरीके से सुरक्षा मानकों का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं, इसकी जांच करें। साथ ही स्कूल वाहन संचालकोंध्चालकों को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित कराने की भी व्यवस्था करें। जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि दुर्घटनाओं से संबंधित जानकारी संबंधित पोर्टल/एप पर नियमित रूप से ससमय अपलोड कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही पूर्व के दुर्घटनाओं को भी पुलिस विभाग, परिवहन विभाग से समन्वय स्थापित कर अद्यतन कराया जाय। इस कार्य का नियमित रूप से एनालिसिस किया जाय। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि ट्रक, ट्रेक्टर, ऑटो आदि वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगवाने हेतु कार्य करें ताकि रात्रि के समय चालकों को दूर से आने वाले वाहन दृष्टिगोचर हो सके तथा दुर्घटना की संभावना नहीं रहे। उन्होंने कहा कि गुड सेमेरिटन (अच्छा मददगार) को प्रोत्साहित किया जाय। गुड सेमेरिटन के द्वारा दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने के उपरांत परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क जाम की समस्या से निपटने के लिए कारगर कार्रवाई किया जाय। आवश्यकतानुसार वन-वे की व्यवस्था की जाय। साथ ही जगह-जगह पार्किंग की व्यवस्था भी की जाय। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण के कारण भी कई जगहों पर दुर्घटनाएं होती रहती है। इस हेतु ठोस कदम उठाया जाय और अतिक्रमण को हटाया जाय। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, एसडीएम, बेतिया, डीपीओ, शिक्षा विभाग सहित ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।
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