जालंधर 28 मार्च, केंद्रीय व्यापार संघों (सीटू) और स्वतंत्र क्षेत्रीय अखिल भारतीय संघों और अन्य संघों के दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के आह्वान पर सोमवार को बैंक, एलआईसी, जीआईसी, रोडवेज, बिजली, बीएसएनएल और शहर के औद्योगिक संस्थानों के हजारों कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में हडताल पर रहे। सीटू और स्वतंत्र क्षेत्रीय अखिल भारतीय संघ के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 28 और 29 मार्च को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं। जिसमें एलआईसी परिसर के सामने एलआईसी, जीआईसी, बैंकों की विशाल संयुक्त रैली का आयोजन किया गया। कर्मचारियों ने सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। पंजाब बैंक कर्मचारी महासंघ ने दावा किया कि 20 करोड़ कर्मचारी और अधिकारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत करने, बैंकों के निजीकरण को रोकने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। उनकी मांग है कि खराब ऋणों को लेकर वसूली शुरू करें, बैंक जमा पर ब्याज दर बढ़ाएँ, ग्राहकों पर उच्च सेवा शुल्क का बोझ न डालें, स्क्रैप एनपीएस - डीए से जुड़ी पेंशन योजना बहाल करें, आउटसोर्सिंग बंद करें, नयी भर्ती शुरू करें और सभी अनुबंध कर्मचारियों और बीसी को नियमित करें। बैंक यूनियनें बैंकों के निजीकरण और पुरानी पेंशन योजना की बहाली और कर्मचारियों की नई भर्ती का विरोध कर रही हैं।
सोमवार, 28 मार्च 2022
सीटू के आह्वान पर बैंक और अन्य कर्मचारी हड़ताल पर
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