संसद में परम्परागत वैद्यो अर्थात बडवों की सेवाओं को लेकर सांसद गुमानसिंह डामोर ने उठाई आवाज
- तीन मंत्रालय मिल कर इस क्षेत्र में करेगें काम केन्द्रीय आयुषमंत्री ने दिया भरोसा, शीघ्र ही इन्हे चिन्हित कर किया जासकेगा
झाबुआ । जिले के इतिहास में पहली बार एक ऐसे सांसद का पूरे संसदीय क्षेत्र को प्रतिनिधित्व मिला है जिनके द्वारा पूरे संसदीय क्षेत्र के विकास के साथ ही विभिन्न पहलुंओं पर केन्द्र सरकार का ध्यान आकर्षित करके इस अंचल के लोगों के सर्वागिण विकास के साथ ही परम्परागत तरिकों ने तथा बरसों पूराने अनुभव के आधार पर परम्परागत देसी जडी बुटियों एवं औषधियों के माध्यम से आरोग्यमय जीवन के लिये उनके द्वारा की जारही सेवाओं को लेकर भी शुक्रवार को लोकसभा में आवाज उठा कर ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनके अनुभवों का लाभ उठाने के बारे में सदन के माध्यम से केन्द्र सरकार तक अपनी भावनाओं को पहूंचानें का सकारात्मक प्रयास किया । भाजपा आईटीसेल के प्रभारी अर्पित कटकानी ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को संसद में रतलाम झाबुआ अलीराजपुर के सांसद गुमानसिंह डामोर ने प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा स्पीकर के माध्यम से आयुष मंत्रालय के मंत्री श्री सोनवाल से स्वाथ्य संबंधित प्रश्न पुछे गये जिसमें सांसद श्री डामोर ने जिले की लाखों जनता की ओर से भावना व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल मे ग्रामीण इलाकों व जनजातीय क्षेत्रो में जहां परम्परागत आयुर्वेदिक तरीको से कई पीढ़ियो से वैद्य जिसको हमारे अंचल में बडवा -ओझा नाम से संबोधित किया जाता है, उपचारादि का काम कर रहे है । इन लोगों को आचंलिक सम्बोधन में ’’बडवा’’ कहा जाता है। पीढी दर पीढी इनको जंगल मे पाईजाने वाले औषधियों, जडी बुटियों का गहरा ज्ञान होने के चलते कोरोना काल में उन्होंने कई लोग की जान बचाई है । किन्तु ऐसे स्किल्ड वैद्य (बडवो) की अभी तक शासन प्रशासन स्तर से उनकी पहचान नही हो पाई है। उन्होने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया कि सरकार क्या ऐसे वैद्यो (बडवो) का रजिस्ट्रेशन कर उनको विधिवत चिकित्सा की अनुमति देगी ? इस प्रकार से इन परम्परागत वैद्यो (बडवो) लोगों के लम्बे औषधि ज्ञान एवं अनुभव का लाभ गरीब आदिवासी जनता के साथ ही जरूरतमंद लोगों को सुलभ एवं सस्ते तौर पर प्राप्त हो सकेगा । श्री डामोर ने कहा कि पूरे अंचल में आज भी लोग उनकी आयुर्वेदिक औषधियों पर भरोसाकरते हे तथा उनके परामर्शानुसार आज भी लोग आरोग्यमय जीवन प्राप्त कर रहे है। इसलिये उनको चिन्हित करके उनके पंजीयन की कार्रवाही के साथ ही उन्हे परम्परागत पद्धति से उपचार करने की स्वीकृति मिलना जनहित में जरूरी है। श्री डामोर ने इसी के साथ ही स्पीकर के माध्यम से केन्द्र सरकार के संज्ञान में यह बात भी लाई कि अचंल के जंगलो में कई ऐसी औषधियां है, लेकिन हम उनका सही से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं ,उसका मुख्य कारण है इस बिन्दु को लेकर हमारी कोई राष्टीªय नीति नही है ,अभी जो नीतियां प्रचलित है, बहुत पुरानी है तथा आजादी के पूर्व से ही बनी हुई होकर क्रियान्वित होरही है । उन्होने सदन के माध्यम से औधधि मंत्रालय के मंत्रीजी से आव्हान किया कि क्या सरकार इस पर मनन, अध्ययन कर विचार करके कोई नीति तैयार करेगी जिससे वनों की औषधि का ज्यादा से ज्यादा लाभ ले आम लोगों को मिल सकें । तथा इसके शमीलकर लेने से वनोपज से गा्रमीण वनवासियों को भी राजेगार के अच्छे अवसर प्राप्त हो सकेगें तथा इन आयुर्वेदिक दवाईयों को व्यापक बाजार भी मिल सकेगा जिससे सरकार एवं आदिवासी परिवारों की आय में भी आशातीत बढोत्तरी हो सकेगी । सदन में औषध मन्त्रालय के मंत्री सर्वानंद सोनवाल ने सांसद गुमानसिंह डामोर के जनहित से जुडे इस प्रश्न की भूरी भूरी प्रसंशा करते हुए उन्हे धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि निश्चित ही सांसद डामोर ने इस तरह अनछुए मुद्दे को उठा कर सर्वे भवन्तु निरामया का सन्देश दिया हे। उनके इस प्रस्ताव पर निश्चित ही आयुष मंत्रालय, आदिवासी विकास मंत्रालय एवं वन मंत्रालय मिल कर काम करेगा तथा स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी इस दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिये गये है। केन्द्रीय आयुष मंत्री ने भारत सरकार के संकल्प को दोहराते हुए भरोसा दिलाया कि श्री डामोर के प्रस्ताव पर केन्द्र सरकार इसे अमलीजामा पहिनाने के लिये पूरी तरह कृत संकल्पित है और शीघ्रा्रतिशीघ्र इस पर नियम बनाये जाकर इसे धरातल पर अमली जामा पहिनाया जावेगा । लोकसभा में परम्परागत तरिको से अंचल मे उपचारादि करने वाले बडवों को लेकर सांसद गुमानसिंह डामोर द्वारा की गर्इ्र पहल का पूरे संसदीय क्षेत्र मेें प्रशंसा की जारही है । तथा उनकी सकारात्मक भूमिका के लिये उन्हे धन्यवाद ज्ञापित किया है ।
सामाजिक सदभावना का अनुठा आयोजन, झाबुआ प्रीमियरलीग के लिये टीमों का हुआ गठन-
- 16 टमों के बीच होगा महामुकाबला, मार्चपास्ट के साथ होगा क्रिकेट महाकुंभ का आगाज
झाबुआ । झाबुआ शहर में पहली बार सामाजिक सद्भावना की अनुठी मिसाल पेश करते हुए क्रिकेट महाकुंभ झाबुआ प्रीमियर लीग रात्री कालीन टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन 5 मार्च से उत्कृष्ठ विद्यालय मेैदान पर सामाजिक महासंघ झाबुआ के तत्वावधान में किया जारहा है । इस स्पर्धा की खासियत यह है कि इसमें शहर के चुनिंदा 176 खिलाडियों को ही पंजीकृत किया गया हेै । विभिन्न समाजों, धर्मो केलगभग सभी खिलाडी मैदान पर अपना जौहर दिखायेगें । सम्पूर्ण शहर के सभी हिस्सों से डाक्टर्स, इन्जीनियर्स, वकील, व्यापारी ,अधिकारी, कर्मचारियों, साहित्यकारों एवं क्रिकेट के महारथियों की 16 टीमो का गठन शुक्रवार की रात्री को आयोजित बडी बैठक के दौरान किया गया । इस अवसर पर शहर के लगभग 200 खिलाडी मौजूद थे । सामाजिक महासंघ के हरिश लाला शाह,एवं अंकुश कांठी ने बताया कि टीमों के गठन संबंधी सम्पूर्ण कार्ययोजना को मूर्तरूप दे दिया गयाहै । कुल 16 फ्रेंचाईसी के अन्तर्गत 16 कप्तानों का चयन किया गया साथ ही इन टीमों में 176 खिलाडियों का चयन प्रक्रिया के तहत किया गया । 16 टीमों का चार ग्रुपों बंटवारा किया गया जो अपने अपने ग्रेपों की टीमों से भीडेगी व इन टीमों की आठ प्रथम टीमों के बीच क्वार्टर फायनल, सेमी फायनल, व फायनल मैच खेले जावेगें । ग्रुप ’ए’ में अभिषेक जैेन, निलेश माहेश्वरी, कुंदन सिंगार, विजय भाबर, ग्रुप ’बी’ में हरिश सोनी, विजय कुंडेला, अविनाश डोडियार, पैत्रुस मेडा, ग्रुप ’सी’ में राहूल कटारा, राहूल सोलंकी, विजय परमार, अनिरुद्ध सिसौदिया, तथा ग्रुप ’डी’ में मिखेल मेडा, लोकेश दवे, वाहिद शेख, एवं शाहिद अली को शामील किया गया है । महासंघ के सचिव उंमग ससैना एवं राजेश शाह ने बताया कि 16 टीमों का गठन होचुका है। प्रथम बार आयोजित इस स्पर्धा में समस्त समाजों के प्रतिनिधियों को शामील किया गया है । 5 मार्च को मार्च-पास्ट के साथ क्रिकेट महाकुंभका आगाज हो जायेगा । सभी क्रिकेटर अपने ड्रेस कोड में आकर झाबुआ के मुख्यबाजार में कदम ताल करते हुए सामाजिक सद्भावना का सन्देश एवं परिचय देगें । इसी दौरान ट्राफियों का अनावरण भी कियाजावेगा । इनकी तैयारियां शुरू कर दी गई है । महासंघ के शरत् शास्त्री एवं मनोज अरोडा ने बताया कि क्रिकेट के इस महाकुंभ के लिये पूरी तेैयारिया की जारही है । मार्च पास्ट के दोैरान 5 मार्च से स्पर्धा का शुभारंभ हो जायेगा । प्रातः इस आयोजन के बाद सभी खिलाडियों के लिये स्वल्पाहार की भी व्यवस्था की जारही हैै, सायंकाल 5 बजे से मैेच की शुरूवात हो जायेगी । आयोजन को लेकर उत्कृष्ठ विद्यालय मेैदान के लिये ब्ल्यु प्रिंट तेैयार किया जारहा है । सामाजिक महासंघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, अमित जेैन, हार्दिक अरोरा, अजयसिंह पंवार,वाहिद शेख, पीटीआई सदस्यों की टीम अंकुश कांठी, हरिशलाला शाह, आम्रपाली, पंकज मोगरा, पीडी रायपुरिया, भेरूसिंह चौहान, हिमंाशु त्रिवेदी, कुलदीप धबाई, अमजदखान, विनोद बडाई, संतोष प्रधान, अब्दूल रहीम, अशोक शर्मा, नरेश पुरोहित, मनोज पाठक इस स्पर्धा की तेैयारियों में लगे हुए है । पण्डित गणेश उपाध्याय, ने बताया कि शहर में सामाजिक सदभाव का यह टूर्नामेंट अनुठा उदाहरण साबित होगा । शरत् शास्त्री ने चयन प्रक्रिया के दोैरान सामाजिक महासंघ के कार्यो का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया । संचालन अंकुश कांठी एवं आभार नीरजसिंह राठौर ने माना ।
28 मार्च को अपनी मंागों को लेकर पेंषनर्स मुख्यमंत्री के नाम सौपेगें ज्ञापन
झाबुआ । मध्यप्रदेश पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष ओपी बुधोलिया के आव्हान पर 28 मार्च सोमवार को पेंशनरों की लंबित मांगों के संबंधमें दोपहर 1 बजे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नाम कलेक्टर झाबुआ के माध्यम से ज्ञापन सोपा जावेगा । जिला पेंशनर्स एसोसिएशन के पीडी रायपुरिया एवं भेरूसिंह सोलंकी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के पेंशनर 28 मार्च को आम्बेडकर पार्क जिला न्यायालय के सामने दोपहर 12 बजे एकत्रित होकर दोपहर 1 बजे रेली के माध्यम से जिलाध्यक्ष रेतनसिंह राठौर के नेतृत्व में कलेक्टोरेट पहूंचें एवं दोपहर 1 बजे कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपा जावेगा । ज्ञापन में पूर्व की लंबित विभिन्न मांगों के अलावा विशेष रूप से प्रदेश के कर्मचारियों की तरह ही प्रदेश के पेंशनरों को भी 31 प्रतिशत के मान से महंगाइ्र राहत दिये जाने की मांग की जावेगी । ज्ञातव्य है कि प्रदेश की सरकार द्वारा पिछले लम्बे अरसे से पेंशनरों के साथ भेदभाव किया जारहा है तथा छत्तीसगढ का बहाना बना कर पेंशनरों के हितलाभों पर कुठाराघात किया जा रहा है , तथा बुजुर्ग पेंशनरों को बार बार आन्दोलन के लिये बाध्य होना पडता है । सचिव रायपुरिया ने सभी पेंशनरों से आव्हान किया है कि 28 मार्च को दोपहर 12 बजे अनिवार्य रूप से आम्बेडकर पार्क में एकत्रित होकर अपनी एकता का परिचय देवें । तथा सरकार को कर्मचारियों के समतुल्य महंगाई राहत दिये जाने के लिये बाध्य करें ।
मप्र राज्य सामान्य वर्ग कल्याण आयोग की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का भोपाल में हुआ आयोजन, जिला पेंशनर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष एवं राजपूत समाज झाबुआ के पूर्व अध्यक्ष भेरूसिंह सोलंकी हुए सम्मिलित
झाबुआ। मप्र राज्य सामान्य वर्ग कल्याण आयोग की प्रदेश स्तरीय दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मप्र की राजधानी भोपाल के प्रशासक अकादमी नरोन्हा में किया गया। कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, विशिष्ट अतिथि आयोग के अध्यक्ष शिवकुमार चौबे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया। दो दिवसीय कार्यशाला में झाबुआ जिले से जिला पंेशनर्स एसोसिएशन से कोषाध्यक्ष एवं राजपूत समाज झाबुआ के पूर्व अध्यक्ष भेरूसिंह सोलंकी तथा सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र श्रीवास्तव (नीरज) मेघनगर ने उपस्थित रहकर सामान्य वर्ग के लिए संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से जाना तथा झाबुआ जिले का बखूबी प्रतिनिधित्व किया। साथ ही निर्धारित विषय पर अपने-अपने विचार भी व्यक्त किए।
झाबुआ शहर की माताओं के एकजुटता का प्रतीक गणगौर महोत्सव 28 मार्च से 4 अप्रेल तक मनाया जाएगा, देखिए किस दिन क्या कार्यक्रम का होगा आयोजन ... !
- 4 अप्रेल को निकाला जाएगा भव्य चल समारोह
झाबुआ। गणगौर उत्सव समिति राजवाड़ा झाबुआ द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गणगौर महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस वर्ष गणगौर पर 8 दिवसीय कार्यक्रम किया जाना तय किया गया है। प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ ही अंतिम दिन 4 अप्रेल को गणगौर पर्व होने से शहर में भव्य चल समारोह निकाला जाएगा। जानकारी देते हुए गणगौर उत्सव समिति के संयोजक नीरजसिंह राठौर ने बताया कि सभी कार्यक्रम पैलेस गार्डन पर संपन्न होंगे। जिसमें प्रथम दिन 28 मार्च को क्रिकेट प्रतियोगिता, 29 मार्च को कबड्डी, 30 मार्च को चेयर रेस एवं अंताक्षरी प्रतियोगिता, 31 मार्च को तंबोला, 1 अप्रेल को सांस्कृतिक कार्यक्रम, 2 अप्रेल को गरबा रास एवं फैंसी ड्रेस का आयोजन होगा। उक्त समस्त आयोजन प्रतिदिन शाम 5.30 से 8.30 बजे के मध्य आयोजित होंगे। गणगौर उत्सव समिति ने शहर की समस्त मातृ शक्तियों से अधिक से अधिक संख्या में पधारकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।
गणगौर पर्व पर निकलेगा भव्य चल समारोह
4 अप्रेल को अंतिम दिन गणगौर पर्व पर शाम 5.30 बजे आयोजनस्थल पैलेस गार्डन से सकल हिन्दू समाज की मातृ शक्तियों द्वारा मिलकर भव्य चल समारोह निकाला जाएगा, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए समापन पुनः पैलेस गार्डन पर होगा। चल समारोह में मातृ शक्तियां एक जैसे अपने-अपने ड्रेस कोड में सम्मिलित होगी। महिलाओं और बालिकाओं द्वारा अपने सिर पर बालू रेत से बने गणगौर स्वरूप शिव-पार्वतीजी को लेकर नृत्य किया जाएगा। वहीं जगह-जगह प्रमुख तिराहो-चौराहों पर भी गरबा खेलने एवं नृत्य आदि कर चल समारोह की शोभा में अभिवृद्धि की जाएगी। समापन पर पैलेस गार्डन पर कार्यक्रम भी आयोजित होगा।
जिन शासन की परंपरा के महान आचार्य थे आचार्य नवरत्न सागर सूरीजी -ः साध्वी श्री प्रीति दर्शनाजी
- आचार्य श्री नवरत्न सागरजी मसा के 79 वें जन्मदिवस पर बावन जिनालय स्थित गुरू मंदिर हॉल में गुणानुवाद सभा का हुआ आयोजन
- चित्र पर दीप प्रज्जवलन कर माल्यार्पण किया गया
झाबुआ। मालव सम्राट, जन-जन की आस्था के केंद्र, जिनशासन परंपरा के महान आचार्य श्री नवरत्न सागर सूरीश्वरजी मसा के 79वें जन्मदिवस के अवसर पर स्थानीय श्री ऋषभदेव बावन जिनालय के गुरु मंदिर हॉल में गुना गुणानुवाद सभा का आयोजन पूज्य साध्वी श्री प्रीति दर्शना श्रीजी मसा के सानिध्य में किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में आचार्य श्री नवरत्न सागरजी मसा के चित्र पर श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के सलाहकार बोर्ड के सदस्य यशवंत भंडारी एवं नवरत्न परिवार के राष्ट्रीय सह-प्रचार मंत्री तथा युवा अर्पित जैन ‘चौधरी’ ने माल्यार्पण किया। पश्चात् श्री संघ के वरिष्ठ धर्मचंद मेहता, भरत बाबेल, राजेंद्र जैन ‘शुभम’, अशोक कटारिया, अभिभाषके शशांक संघवी, इंद्रसेन संघवी, डॉ प्रदीप संघवी सहित समाजजनों ने गुरुदेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित क़र भावांजलि अर्पित की। गुणानुवाद सभा को संबोधित करते हुए पूज्य साध्वी प्रीती दर्शन श्रीजी ने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि आचार्य नवरत्न सागर सूरीश्वरजी मसा जिनशासन के महान संत थेे। उनकी तप, जप एवं साधना बेजोड़ थ।ी उन्होंने अपने संयम जीवन में जीवन भर आयंमिल के तप क़र महान तपस्पी बने।
आचार्य श्रीजी के साथ बिताए पलों का स्मरण किया
पूर्व व्यवस्थापक संजय मेहता ने कहा कि आचार्य श्री नवरत्न सागरजी मसा जिन शासन में कोहिनूर के समान थे। आपने अपने संपूर्ण संयम जीवन काल में सदैव प्रत्येक प्राणी मात्र के कल्याण की बात कहीं। श्रीमती हंसा कोठारी ने आचार्य श्रीजी के साथ बिताए गए पलों का स्मरण करते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व में गजब तेज था। आप वचन सिद्ध महापुरुष थे। महिला परिषद की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती आशा कटारिया ने अपने उदबोधन में बताया कि जिस महान संत ने जीवन भर आयमिल तप कर अपने जीवन को धन्य बनाया, उनकी स्मृति में हर गुरु भक्त को अधिक से अधिक आयमील तप करना चाहिए।
आचार्य नवरत्न सागरजी एवं उमेश मुनिजी ने जिन शासन को नई दिशा प्रदान की
मालवा जैन श्वेतांबर महासंघ के केंद्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य यशवंत भंडारी ने अपने ओजस्वी उदबोधन में कहा कि मालव भूषण, महान तपस्वी श्री नवरत्न सागरजी मसा मालवा के नंदन होकर उन्होंने सारे देश में अपने जप-तप एवं संयम बल से लाखों जैन-अजैन परिवारों का भला किया। आपने कहा कि जिनशासन का वह स्वर्णमयी काल था, जब त्रिस्तुतिक संघ में पुण्य सम्राट राष्ट्रसंत श्रीमद् विजय जयंत सूरीश्वरजी मसा सागर समुदाय में तपोनिष्ठ आचार्य श्री नवरत्न सागरजी एवं श्रीवर्धमान स्थानकवासी संघ में आचार्य श्री उमेश मुनिजी ने समस्त जिनशासन को एक नई दिशा और दशा प्रदान की। यह तीनों महान आचार्य समकालीन रहे। तीनों ने भगवान श्री महावीर स्वामीजी के सिद्धांतों को भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व भर में डंका बजाया। सभा का संचालन डॉ. प्रदीप संघवी ने किया एवं आभार मालवा जैन महासंघ के जिला प्रभारी योगेंद्र नाहर ने माना।
झाबुआ के वार्ड क्र. 17 लक्ष्मीनगर कॉलोनी में 3-4 गलियों में कच्ची सड़कों के कारण रहवासियों और वाहन चालकों को परेशानियों का करना पड़ रहा सामना, पिछले कई वर्षो से झेल रहे दंश
- वार्ड पार्षद एवं नगरपालिका को ध्यान देकर इन गलियों में सीसी रोड़ बनवाएं जाने की मंाग
झाबुआ। शहर के वार्ड क्र. 17 अंतर्गत आने वाली लक्ष्मीनगर कॉलोनी में पिछले करीब 10 वर्ष से भी अधिक समय से 3-4 गलियों के रहवासियों को कच्ची सड़कों के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर गिट्टी-पत्थर होने से पैदल चलना तो दुभर होता है वहीं दो, तीन एवं चार पहिया वाहनों को भी आवागमन में काफी परेशानी होती है। रहवासियों के अनुसार उनके द्वारा इस संबंध में वार्ड पार्षद एवं नगरपालिका परिषद् को भी कई बार अवगत करवाने के बाद भी आश्वासन के सिवाय कुछ नहंी मिला। लक्ष्मीनगर कॉलोनी के रहवासी योगेन्द्र नाहर, विेरेन्द्रंिसंह सिकरवार, वितराग विक्की जैन, एएच आशी आदि ने बताया कि कच्चे रोड़ की समस्या इन गलियों में तब से बनी हुई है, जब से लक्ष्मीनगर कॉलोनी का निर्माण हुआ है। एक तो कच्ची सड़क और ऊपर से सड़कों पर गिट्टी, पत्थर आदि बिखरे होने से पैदल चलते समय यह पैरो में चुभते है। वाहन चालकों के साथ भी इस कारण कई बार दुर्घटनाएं घटित होती है तो वाहन के टायर पैंचर होने तथा टूट-फूट होने आदि की समस्या भी आती है। सबसे अधिक परेशानी वर्षाकाल में होती है, जब यह गिट्टी-पत्थर जम जाने एवं मार्गों पर किचड़ होने से समस्या में ओर अधिक वृद्धि हो जाती है।
3-4 गलियों में ही कार्य अधूरा छोड़ा
ज्ञातव्य रहे जिन तीन गलियों में कच्ची सड़क है, वहीं से लक्ष्मीनगर कॉलोनी से होकर बीएसएनएल, रतनपुरा, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी, सज्जन रोड़ आने-जाने का भी रास्ता है। बावजूद इसके इन सड़कों की सुध ना तो स्थानीय प्रशासन द्वारा और ना ही वार्ड पार्षद द्वारा ली जा रहीं है, जबकि लक्ष्मीनगर कॉलोनी के अन्य क्षेत्रों में पक्की सड़के बन चुकी है, केवल इन 3-4 गलियों को ही छोड़ दिया गया है। उक्त रहवासियों ने नगरपालिका प्रशासन पर भेदभाव एवं पक्षपात करने का आरोप लगाया है।
पूर्व मंे सीसी रोड़ निर्माण स्वीकृत हो चुका है
रहवासियों के अनुसार पिछले 2-3 वर्ष पूर्व जब यहां निरीक्षण के लिए नगरपालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के साथ वार्ड पार्षद का भी दौर हुआ था, तब रहवासियों ने उन्हें उक्त समस्या से अवगत करवाया था। तब नपा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष द्वारा यहां सीसी रोड़ निर्माण किए जाने की घोषणा की गई थी, बावजूद इसके यहां अब तक नवीन रोड़ का निर्माण नहीं हुआ है। पूर्व में इसकी शिकायत मंगलवारीय जनसुनवाई में कलेक्टर को भी की जा चुका है। जनहित में रहवासियों ने नगरपालिका एवं वार्ड पार्षद से उक्त 3-4 गलियों में अतिशीघ्र नवीन रोड़ निर्माण कार्य करवाए जाने की मांग की है।
इनका कहना है
- आपके द्वारा मुझे इस मामले से अवगत करवाया है। रहवासियों की मांग पर लक्ष्मीनगर कॉलोनी में शेष रहीं 3-4 गलियों में भी जल्द ही सीसी रोड़ निर्माण कार्य करवा दिया जाएगा।: एलएस डोडिया, सीएमओ, नगरपालिका परिषद् झाबुआ।
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