कोई भी आवास कंम्पलीट हुये बिना गृह प्रवेश हुआ तो संबंधित की खैर नहीं - कलेक्टर
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत विदिशा जिले में 7813 हितग्राहियों को 28 मार्च को दिलायेंगे गृह प्रवेश
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत गृह प्रवेश कार्यक्रम प्रधानमंत्री की उपस्थिति में गूगल मीट के माध्यम से 28 मार्च की प्रातः 11ः30 बजे से किया जायेगा, जिसमें विदिशा जिले के 7 हजार 813 हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया जाएगा। इसके साथ ही जो आवास किसी कारणवश अपूर्ण हैं, अर्थात खिड़की, दरवाजे, डेंटिंग-पेंटिंग, शौचालय बिना गृह प्रवेश दिलाया तो उस अधिकारी की खैर नहीं होगी। ये निर्देश कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने सोमवार को टीएल बैठक में समस्त जिला अधिकारियों एवं वीसी के माध्यम से समस्त एसडीएम तथा जनपदों के सीईओ को संयुक्त रूप से दिये है। इस अवसर पर जिला पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी आईएएस श्री अनिल कुमार राठौर, अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह , डिप्टी कलेक्टर ध्दय श्रीमती अनुभा जैन , श्रीमती अमृता गर्ग के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने कहा है कि विदिशा जनपद 875 में , बासौदा में 1550 , कुरवाई में 780 , सिरोंज में 1480 , लटेरी में 1153, नटेरन में 1055 , ग्यारसपुर विकासखंड में 920 हितग्राहियों को गृह प्रवेश दिलाया जायेगा। कलेक्टर श्री भार्गव ने समस्त जिला अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी हितग्राहियों को संबंधित विभागों द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं से 28 मार्च तक लाभांवित करना है, जिसमें उन हितग्राहियों को सीमांकन, संबल, पीडीएस, शिक्षा, छात्रवृत्ति स्ट्रीट वेंडर, जेएसवाय, वैक्सीनेशन आयुष्मान कार्ड, पशुपालन के तहत केसीसी, एनएससी महिला बाल विकास और एससी, एसटी लोगों को मिलने वाली योजना का भी लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करें, जिसकी सूची मुझे संबंधित विभाग उपलब्ध कराये। इसके अलावा एसडीएम अपने-अपने स्तर से यह सुनिश्चित करें कि संबंधित योजना का लाभ हितग्राही को मिले। प्रत्येक हितग्राही की ओर से धन्यवाद पत्र एवं गृह प्रवेश का फोटो वेबसाइट पर अपलोड हो, यह समस्त जनपद सीईओ सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि प्रत्येक हितग्राही को चार किश्तें में एवं शौचालय का पैसा मिल जाये, यह जनपद सीईओ सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला स्तरीय कार्यक्रम स्थल का चयन के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देशों दिए हैं। संबंधित जनपद सीईओ नेटवर्किंग आदि का प्रबंध करें, जिससे प्रधानमंत्री के उदबोधन को बिना किसी व्यवधान के सुनाया जा सके। इसके अलावा सभी जनपदों एवं ग्राम पंचायत स्तर पर भी प्रधानमंत्री का उदबोधन सुनाने का प्रबंध किया जाये। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने कहा कि आवास पोर्टल पर पूर्ण सभी नव निर्मित आवासों की जनपदवार, ग्राम पंचायतवार, हितग्राहीवार सूची बनाकर गृह प्रवेश के लिये आवश्यक तैयारी कराना सुनिश्चित करें। यह कार्यक्रम समस्त ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों पर आयोजित एवं प्रसारित किया जाये। कलेक्टर ने कहा कि जिला पंचायत के सीईओ चयनित आवासों के लिये कार्यपालिक ़अधिकारी के माध्यम से सत्यापन करायेंगे तथा उन कार्यपालिक अधिकारियों से लिखित में इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त करेंगे, जिसमें यह स्पष्ट होगा कि जिन हितग्राहियों को उक्त गृह प्रवेश कार्यक्रम में सम्मिलित किया जा रहा है। उनमें निम्नानुसार पूर्ति की गई है। आवासों का निर्माण 18 मार्च के बाद पूर्ण हुये आवासों में से करेंगे। यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि गृह प्रवेश के लिये चयनित आवासों को योजना अंतर्गत चारों किश्तें प्राप्त हो गई हैं। चयनित आवास दिशा-निर्देश के अनुक्रम में सभी मापदण्ड पूर्ण करते हों। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम प्रदेशभर में आयोजित होंगे, जिलों में विभिन्न स्थानों पर मंत्री, सांसद, विधायक तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं हितग्राही सम्मिलित होंगे तथा मुख्य कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ेंगे। प्रधानमंत्री का संबोधन सभी कार्यक्रम स्थलों पर दिखाया, सुनाया जायेगा तथा दूरदर्शन, फेसबुक, यूटयूब, वेबकॉस्ट लिंक द्वारा प्रसारित होगा। समस्त हितग्राहियों को उक्त कार्यक्रम में भागीदारी की सूचना मोबाइल के माध्यम से एसएमएस व अन्य माध्यम से देना सुनिश्चित किया जाये। जिला पंचायत, सभी जनपद पंचायत, ग्राम पंचायतों तथा अन्य संलग्न विभागों को इस कार्यक्रम से कनेक्ट किया जाना सुनिश्चित करें।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग
कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के टिवीटर हैंडल, फेसबुक पेज पर व सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म से कार्यक्रम का कैम्पेन जिला जनसंपर्क अधिकारी के माध्यम से इस कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये मीडिया कैम्पेन चलाया जाये। टवीटर हैंडल, फैसबुक पेज पर भी इसका प्रचार प्रसार किया जाये। जिले के त्रिस्तरीय पंचायतों के सभी अधिकारी, कर्मचारियों, को इस कार्यक्रम से जोड़ा जाये। गृह प्रवेश के कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों व गणमान्य व्यक्तियों को भी आमंत्रित किया जाये। गृह प्रवेश कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकोल का पालन करते हुये मास्क लगाना आवश्यकतानुसार सेनेटाइजर का उपयोग व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाये।
नोडल अधिकारी
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने प्रत्येक कार्यक्रम के लिए एक एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों कामा जनपद पंचायतों मैं कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं वहां जिला स्तरीय कार्यक्रम की तर्ज पर नोडल अधिकारी अपनी उपस्थिति में हितग्राहियों को गृह प्रवेश दिलाना संगीत करेंगे साथ ही की गई संपूर्ण कार्यवाही का पालन प्रतिवेदन जिला पंचायत को उपलब्ध कराएंगे वहीं सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर त्वरित फोटो अपलोड के प्रबंधों में सहयोगप्रद करने हेतु उन्हें अधिकृत किया गया है।
भूमि क्रय-विक्रय के लिये सरल पोर्टल इंटीग्रेशन
आमजन की सुविधा के लिये प्रदेश में भूमि क्रय-विक्रय (रजिस्ट्री) को भी भू-अभिलेख पोर्टल के इंटीग्रेशन से सरल बनाया गया है। सम्पदा पोर्टल और रेवेन्यू केस मैनेजमेंट पोर्टल को इंटीग्रेट किया गया है। जनता को रजिस्ट्री के समय भूमि का सत्यापन किये जाने की सुविधा दी गई है एवं उसी समय नामांतरण के लिये प्रकरण दर्ज कर लिया जाता है। सम्पदा पोर्टल पर रजिस्ट्री होते ही रेवेन्यू केस मैनेजमेंट पोर्टल पर नामांतरण स्वतः दर्ज हो जाता है एवं पेशी की तारीख भी तय हो जाती है। विगत 3 वर्ष में प्रदेश में 6 लाख 20 हजार से ज्यादा प्रकरण निराकृत किये गये हैं। भविष्य में सायबर तहसील के माध्यम से रजिस्ट्री के नामांतरण किये जाने की योजना है।
शासकीय सेवकों को महंगाई भत्ते में 11 प्रतिशत वृद्धि के आदेश जारी
राज्य शासन ने शासकीय सेवकों को देय महंगाई भत्ते की दर में मार्च 2022 से 11 प्रतिशत वृद्धि के आदेश जारी कर दिए हैं। वित्त विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार सातवें वेतनमान में बढ़ा हुआ मंहगाई भत्ते का भुगतान माह मार्च पेड अप्रैल 2022 से मिलेगा। उपरोक्त वृद्धि के बाद महंगाई भत्ते की दर 1 मार्च 2022 से कुल 31 प्रतिशत हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि शासकीय सेवको को माह अक्टूबर 2021 (भुगतान माह नवम्बर 2021) से सातवें वेतनमान में 20 प्रतिशत की दर से मंहगाई भत्ता दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य केंद्रों का जायजा : मरीजों को उपचार संबंधी तमाम व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एके उपाध्याय ने आज कुरवाई एवं बासौदा विकासखंड के उप स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारी कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि मरीजों को उपचार दौरान दी जाने वाली तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएं इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरती जाए। सीएमएचओ उपाध्याय ने अधीनस्थों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में बेहतर स्वास्थ सुविधाओं के मामले में बासौदा और कुरवाई क्षेत्र जाना जाए यह तभी संभव है जब समय पर हम अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए मरीजों को इलाज की सुविधाएं प्रदान करें। मंगलवार रंगपंचमी को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एके उपाध्याय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्योंदा एवं कुरवाई के के अलावा गंज बासौदा का जन चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ओपीडी आईपीडी लैब स्टोर मेटरनिटी वार्ड का निरीक्षण करते हुए मरीजों से उनको मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में चर्चा कर वस्तु स्थिति से अवगत हुए हैं। सीएमएचओ डॉ उपाध्याय निरीक्षण के दौरान जो कमियां पाई गई उनको शीघ्र सुधार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी को निर्देश दिए हैं। उन्होंने शासन द्वारा संचालित हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ लेने के लिए हितग्राहियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े एवं मरीजों के साथ स्टाफ का उत्तम व्यौहार होना चाहिए। उन्होंने इसका विशेष ध्यान रखने की सीख दी है। जन चिकित्सालय बासौदा के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया गया निरीक्षण उपरांत बासौदा विकास खंड के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पी के दीवान के साथ बैठक कर पाई गई कमियों को शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए हैं निरीक्षण के दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी क्रमांक तीन डॉक्टर भूपेंद्र सिंह चौहान के अलावा स्थानीय बीएमओ उपस्थित रहे।
जिला कोषालय में देयक 25 मार्च तक ही जमा होंगे - कलेक्टर
आयुक्त कोष एवं लेखा भोपाल के निर्देशानुसार 26 एवं 27 मार्च को शासकीय अवकाश होने के कारण अब वेतन को छोड़कर अन्य देयक 25 मार्च 2022 तक कोषालय में जमा किये जायेंगे। इसके पश्चात् किसी भी प्रकार के देयक कोषालय में प्रस्तुत नहीं किये जा सकेंगे। कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने सोमवार को टीएल बैठक के दौरान समस्त डीडीओ को ततसंबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये। कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि वेतन, वेतन एरियर, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, विद्युत देयक एवं पेंशन के देयक 25 मार्च से पहले आपत्ति में आते है तो उन देयकों को पूर्ति कराकर 25 मार्च के बाद कोषालय में जमा कर सकते है। उन्होंने कहा कि देयकों के परीक्षण एवं भुगतान में तत्परता बरती जाये तथा प्रयास किये जायें कि 30 मार्च तक प्रस्तुत किये गये देयक 30 मार्च तक ही निराकृत हो जाये, ताकि 31 मार्च को देयकों के निराकरण में आसानी हो। उन्होंने कहा कि 31 मार्च को सायं 5ः30 बजे से आहरण अधिकारी स्थल पर दी गई जनरेशन सुविधा उपलब्ध रहेगी, अनुमत्य देयक भी आहरण अधिकारियों द्वारा 5ः30 बजे तक कोषालय में प्रस्तुत किये जाये। कोषालय में प्रस्तुत किये जा चुके देयकों में से कोई देयक अंतिम कार्य दिवस 31 मार्च के अंत में विलंब न रहे। यह समस्त डीडीओ सुनिश्चित करें।
सफलता की कहानी : आत्मा परियोजना का लाभ लेकर कृषक चना फसल की बोवनी कर किया अच्छा प्रदर्शन
जहां चाह है, वहां राह है यह कहावत विकासखंड ग्यारसपुर के ग्राम बरखेड़ी के कृषक श्री बलवंत सिंह यादव पर सटीक बैठती है। ग्राम बरखेड़ी के किसान श्री बलवंत सिंह यादव के इस काम में साथ दिया श्री सुरेश कुमार सिसोदिया ने जो विकासखंड तकनीकी प्रबंधक के पद पर आत्मा परियोजना अंतर्गत विकासखंड ग्यारसपुर में पदस्थ हैं। कृषक श्री बलवंत सिंह सितंबर 2020 में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय कृषि विभाग ग्यारसपुर में बीज का पता करने आए थे, कि उन्हें कोई अच्छी चने की किस्म का बीज मिल जाए जिससे उकटा बीमारी नहीं आए क्योंकि उनके खेत में चने की फसल में बीमारी बहुत ज्यादा लगती थी। उसी समय उनकी मुलाकात श्री सुरेश कुमार सिसोदिया से हो गई और उन्होंने अपनी समस्या बताई तो श्री सुरेश कुमार सिसोदिया बीटीएम ने उन्हें उनकी समस्या का हल बताया कि वह आत्मा परियोजना अंतर्गत फसल प्रदर्शन का लाभ लें जो कि इस वर्ष प्रदर्शन अंतर्वर्ती फसल तकनीकी पर आधारित है। जिसमें कृषक को चने की फसल के साथ अलसी लगाना है। जिसमें कृषक को बीज उपचार के साथ पांच लाइन चने की तथा दो लाइन अलसी की बोवनी करनी है, जिससे खेत में चने की फसल को उकटा नहीं लगेगा। कृषक श्री बलवंत सिंह ने समझाइश लेकर आत्मा परियोजना अंतर्गत प्रदर्शन का बीज लेकर (आरवीजी-202 चना 30 किलो, तथा जेएलसएस-79 अलसी दो किलो ) अपने ग्राम आए कृषक श्री बलवंत सिंह ने वैसे ही खेत में अंतर्वर्ती फसल की बोवनी की जैसा उन्हें बताया गया था। जिसके परिणाम यह हुआ कि जिस खेत में वहां चना की बोवनी छोड़ने वाले थे। उस खेत में उन्हें 1 एकड़ से लगभग 7 क्विंटल चना तथा 120 किलो अलसी की उपज प्राप्त हुई। साथ में एक भी पौधा खेत में उकटा बीमारी से ग्रसित नहीं हुआ तथा चने में कीटों का प्रकोप भी कम हुआ। अलसी ने चने की फसल को उकटा से तो बचाया ही साथ ही कीटों की रोकथाम भी हुई।
- एक एकड़ में 7 क्विंटल चना और 120 किलो अलसी प्राप्त कर कृषक प्रसन्न
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