मधुबनी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मधुबनी नगर निगम कार्यालय के वरीय लिपिक अकील अहमद द्वारा मुख्य पार्षद कक्ष मे फाँसी लगाकर आत्महत्या करने कर लिए निगम के प्रशासन को जिम्मेदार मानती है । नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अनियमितता का ही परिणाम है कि आर्थिक तंगी , काम का दबाब एवं पदाधिकारी द्वारा परेशान करने से तंग आकर लिपिक अकील अंजुम मजबूरन आत्म हत्या करने को विवश हो गए । वर्षों से वेतन नही मिलने के कारण लगातार कर्मियों के द्वारा निगम कार्यालय पर आंदोलन भी हुए परंतु प्रसाशन बेखबर रही । निगम के अन्य कर्मियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह प्रशासक द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया गया एवं आत्म हत्या करने के लिए उकसाया गया । मजबूर होकर उन्होंने ऐसा करना पड़ा । भाकपा बिहार सरकार के प्रशासनीक पदाधिकारियों के सामंती , शोषक एवं अराजक कार्यशैली की निदा करती है साथ मांग करती है कि दोषी पदाधिकारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाय एवं उच्च स्तरीय जांच कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाया जाय । भाकपा मांग करती है कि अकील अहमद के परिवार को 50 लाख का मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की घोषणा किया जाय । पार्टी शहर मंत्री मोतीलाल शर्मा , एवं ट्रेड यूनियन के जिला सचिव सत्यनारायण राय घटना स्थल निगम कार्यालय जाकर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर रहे है जिला पार्टी की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जिला मंत्री मिथिलेश झा ने कहा ।
सोमवार, 14 मार्च 2022
मधुबनी : नगर निगम के वरीय लिपिक की आत्महत्या के लिए प्रशासन जिम्मेदार
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