लखनऊ 06 मार्च, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत नौ जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर सोमवार को होने वाले मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने रविवार को यहां पत्रकारों को बताया कि सातवें और अंतिम चरण में आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चन्दौली, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही तथा सोनभद्र जिलों में होने वाले मतदान की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है और पोलिंग टीम गंतव्य पर पहुंच चुकी है। उन्होने बताया कि चंदौली के चकिया (सु) तथा सोनभद्र जिले के राबर्टसगंज एवं (सु) में मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगा जबकि अन्य 51 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्राें में मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चलेगा। निर्धारित अवधि के बाद भी कतार में खड़े लोगों को वोट डालने का अधिकार होगा। उन्होने बताया कि सप्तम चरण के मतदान में 2.06 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 1.09 करोड़ पुरूष, 97.08 लाख महिला तथा 1027 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। इस चरण में कुल 54 विधान सभा क्षेत्रों में 613 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 75 महिला प्रत्याशी हैं। चुनाव में कुल 23614 मतदेय स्थल तथा 12210 मतदान केन्द्र हैं जिन पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 52 सामान्य प्रेक्षक, 09 पुलिस प्रेक्षक तथा 17 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। इसके अलावा 1621 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 195 जोनल मजिस्ट्रेट, 222 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2796 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं। चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिये पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है। प्रत्येक मतदान केन्द्र पर अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है एवं ईवीएम के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्द्ध सैनिक बलों को दी गई है। सप्तम चरण में कुल 548 आदर्श मतदान केन्द्र तथा 81 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल बनाये गये हैं।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों ने सातवें चरण की 54 सीटों में से 36 पर जीत हासिल की थी, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 11 और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने छह सीटों पर जीत का सेहरा बांधा था। वर्ष 2017 में भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) इस चुनाव में सपा गठबंधन का हिस्सा है। गाजीपुर और मऊ में खासा जनाधार रखने वाली सुभासपा की प्रतिष्ठा का इम्तिहान इसी चरण में होगा वहीं मिर्जापुर में भाजपा की सहयोगी अपना दल एस तो जौनपुर और आजमगढ़ में सपा को अपनी उम्मीदों में खरा उतरना होगा। अंतिम चरण के चुनाव में योगी सरकार के जिन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है उनमें परिवहन मंत्री अनिल राजभर शिवपुर सीट से, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल वाराणसी उत्तर सीट से, पर्यटन मंत्री नीलकांत तिवारी वाराणसी दक्षिण सीट से और ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मड़िहान सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। इनके अलावा इस चरण के चुनाव मैदान में डटे अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मंत्री दारासिंह चौहान शामिल हैं। हाल ही में भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए चौहान मऊ जिले की घोसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके अलावा भाजपा के दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय की मौजूदा विधायक पत्नी अल्का राय गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट से चुनाव मैदान मेें हैं। सुभासपा के अरविंद राजभर शिवपुर सीट पर परिवहन मंत्री अनिल राजभर को चुनौती दे रहे हैं। पूर्व भाजपा सांसद कृष्ण प्रताप सिंह जौनपुर की मल्हनी सीट पर डटे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला सपा के लकी यादव से है। लकी, पूर्व सपा सांसद पारस नाथ यादव के पुत्र हैं। मऊ सीट पर बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि जौनपुर जिले की शाहगंज सीट पर मौजूदा विधायक शैलेन्द्र यादव ललई को सपा ने बतौर उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है।
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