पटना. बिहार के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश प्रदेश गये थे. वहां पर नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होकर पटना लौट आये. पटना लौंटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बख्तियारपुर के सरकारी हॉस्पिटल में एक कार्यक्रम में शिरकत करने गए थे.वहां वे स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्र जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रहे थे उसी समय एक लड़का आया और तेजी से मुख्यमंत्री के करीब पहुंच गया.जब तक सुरक्षाकर्मी कुछ समय पाते उसने मुख्यमंत्री पर थप्पड़ चला दिया.हालांकि लड़का के द्वारा थप्पड़ चलाने से मुख्यमंत्री को चोट नहीं लगी. पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की जा रही है.इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा है कि उक्त शख्स पर किसी तरह की कार्रवाई न हो. बताया गया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पटना जिले के बख्तियारपुर में स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्र जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के दौरान युवक ने थप्पड़ जड़ दिया. सीएम नीतीश कुमार एक हॉस्पिटल में प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर रहे थे. उसी वक्त एक युवक आया और तेजी में ऊपर चढ़कर सीएम को थप्पड़ जड़ दिया.तत्काल ही पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है.युवक को बख्तियारपुर थाना ले जाया गया है. नीतीश कुमार के साथ यह पहला मौका नहीं है जब उन पर हमला हुआ है. इससे पहले नीतीश कुमार पर कभी चप्पल तो कभी पत्थर फेंके जा चुके हैं. 2016- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में जनता दरबार लगाए हुए थे. एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर नीतीश कुमार ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री‘ कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे. इसी दौरान एक युवक अपनी फरियाद लेकर पहुंचा. मुख्यमंत्री अभी अन्य लोगों की फरियाद सुन ही रहे थे कि युवक मुख्यमंत्री की ओर कुछ फेंका था, जिसे पहले पुलिस ने कागज बताया था, लेकिन बाद में पता चला कि युवक ने चप्पल फेंका था. पुलिस के अनुसार, अरवल जिले का रहने वाला युवक जिसकी पहचान नीतीश के रूप में की गई है, वह सरकार के उस फैसले से नाराज है, जिसमें आग लगने की घटनाओं को देखते हुए सुबह 9 बजे से शाम छह बजे तक चूल्हा नहीं जलाने और हवन नहीं करने का लोगों को निर्देश दिया गया है. जनवरी 2018- बिहार के पटना के बापू सभागार में जेडीयू के छात्र समागम कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक युवक ने चप्पल फेंक दिया था. चप्पल फेंकने के बाद युवक ने आरक्षण का विरोध करते हुए नारेबाजी भी की थी. इस घटना से बौखलाए जेडीयू नेताओं ने युवक की जमकर पिटाई कर दी थी, उसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया था. अक्टूबर 2018- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बक्सर जिले के नंदन इलाके में विकास यात्रा पर निकले थे. इसी दौरान कुछ लोगों ने सीएम के काफिले पर पत्थर फेंके थे. हमले में नीतीश को तो बचा लिया गया था, लेकिन उनकी सुरक्षा में लगे लोग घायल हो गए थे. इस हमले में सीएम के काफिले में शामिल कारों के शीशे तोड़ दिए गए थे. 2020- बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधुबनी के हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान नीतीश को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. नीतीश कुमार जब भाषण दे रहे थे तभी कुछ लोगों ने उनके ऊपर प्याज और कंकड़-पत्थर के फेंके थे. इतना ही नहीं, इस दौरान पत्थर फेंकने वाले नारेबाजी करते हुए कह रहे थे कि बिहार में शराब खुलेआम बिक रही है और तस्करी हो रही है, लेकिन आप कुछ नहीं कर पा रहे हैं. इस व्यक्ति को नीतीश कुमार के सिक्योरिटी गार्ड ने रोकने की भी कोशिश की लेकिन नीतीश कुमार ने कहा कि फेंकने दो, जितना फेंकना है फेंकने दो. आज रविवार के घटना के बारे में बताया गया कि जो शख्स मुख्यमंत्री पर थप्पड़ मारकर हमला किया था वह सिरफिरे था. लेकिन गनीमत रही कि यह सीएम नीतीश कुमार को नहीं लगा. इसके बाद वहां हड़कंप मच गया. सीएम के सुरक्षा में तैनात जवानों ने फौरन उस सिरफिरे शख्स को पकड़ लिया. पुलिस ने तत्काल आरोपी युवक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजन क्लेमेंट साह ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार पर हमला एक गंभीर मामला है. वजह चाहे जो हो, लेकिन इस तरह का हमला बेहद ही चिंता की बात है. लोकतंत्र में लोगों को अपनी बात कहने और विरोध जताने का पूरा-पूरा अधिकार है.लेकिन जो तरीका अपनाया गया कि ये तरीका बिल्कुल ही सही नहीं है. जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी,पटना ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि आज 27 मार्च 2022 को बख्तियारपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजसेवी स्व. पंडित शीलभद्र याजी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के दौरान एक व्यक्ति द्वारा सुरक्षा घेरा में घुसकर माननीय मुख्यमंत्री पर हमले का प्रयास का प्रयास किया गया, जिसे पकड़ लिया गया. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति का नाम शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू पिता श्री श्याम सुन्दर वर्मा, उम्र लगभग-32, अबू मोहम्मदपुर,बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र का रहने वाला है. बातचीत करने पर पता चला कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है.उसके परिजनों ने बताया कि छोटू की दिमागी हालत ठीक नहीं है. कुछ साल पहले वह दो मंजिला छत से कूद गया था तथा एक बार फांसी लगाकर आत्महत्या करने का भी प्रयास कर चुका है. उसकी पत्नी छोड़कर चली गई और अपने बच्चों के साथ अलग रहती है.सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर घटना की जांच की जा रही है तथा जिम्मेवारी निर्धारित की जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उक्त व्यक्ति के विरूद्ध कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने तथा उसकी समस्या को समझकर समाधान करने एवं उसकी चिकित्सा में जरूरी सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया है.
रविवार, 27 मार्च 2022
बिहार : उक्त शख्स पर किसी तरह की कार्रवाई न हो
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