मधुबनी (फिरोज आलम) निवर्तमान विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में एक बार फिर विधान परिषद का चुनाव लड़ेंगे. पार्टी नेतृत्व ने अगर सीट के बंटवारे में अपनी भूल सुधार नहीं की तो हम निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार भी पार्टी ने भूल सुधार कर हमें चुनाव के मैदान में उतारा था और हम विजय हुए थे. कहा एनडीए खासकर भाजपा के कार्यकर्ताओं की रक्षा के लिए चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि 2015 से 21 तक विधान पार्षद रहकर जनप्रतिनिधियों के मान सम्मान बढ़ाने के लिए संघर्षरत रहे. उसका लाभ भी मिला. उन्होंने कहा कि पार्टी ने एक साल पहले फिर से चुनाव लड़ने की तैयारी करने को कहा था. हमने पूरे जोश खरोश के साथ मैदान में रहे. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एनडीए को सकारात्मक रूप से सफलता मिली. निवर्तमान पार्षद ने कहा कि इस बीच जब चुनाव नजदीक हुआ तो प्रदेश नेतृत्व के द्वारा यह सीट जदयू के खाते में चला गया. एनडीए के अघोषित उम्मीदवार पहले भी विधान पार्षद रह चुके हैं. लेकिन वह जदयू के कसौटी पर खरा नहीं उतर रहे हैं. जिसके कारण एकाएक एनडीए कार्यकर्ताओं का झुकाव हुआ तथा चुनाव लड़ने के लिए मैदान में डटे रहने का समर्थन किया. इसका परिणाम है कि सैकड़ों कार्यकर्ता आज हमारे साथ कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं. मौके पर राम बहादुर सिंह, अरविंद यादव, अजय कुमार, महेश प्रसाद सिंह, सुधीर चौधरी, पवन कुमार झा, हीरा लाल दास, राज नारायण चौधरी, अवधेश ठाकुर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे. बाद में उन्होंने कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया.
बताते चलें कि राजद के बाद भाजपा में भी बगावत हो चुकी है, पूर्व एमएलसी सुमन महासेठ के एलान से पहले राजग ने जेडीयू के विनोद सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। सुमन महासेठ ने कई बार भाजपा से टिकट के लिए बगावत किया है, कई बार छोड़ी है पार्टी और हारने के बाद फिर से भाजपा ज्वाइन किया है। अमूमन संघ के कार्यकर्ता निष्ठावान होते हैं लेकिन शाखा के स्वयंसेवक रहते जिस तरह टिकट के लिए अनुशासनहीन रहे उस से संघ की गतिविधि भी कटघड़े में खड़ी होती है।
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