किसी देश का संविधान बनाना कोई आम बात नहीं, बाबा साहेब के मार्गदर्शन में हीे चल रहा पूरा देश- गौरव सन्नी महाजन
सीहोर। बाबा साहेब में कितना ज्ञान था इस की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। किसी देश का संविधान बनाना कोई आम बात नहीं है। बाबा साहेब के मार्ग दर्शन में ही आज पूरा देश चल रहा है संविधान के बिना देश नहीं चल सकता है। बाबा साहेब अमर है और अमर रहेंगे उक्त बात गुरूवार को बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में वार्ड क्रमांक 14 के डोहर मोहल्ला गंज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बाबा साहेब को नमन करते हुए गौरव सन्नी महाजन के द्वारा कही गई। कार्यक्रम का शुभारंभ गौरव सन्नी महाजन द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों का गौरव सन्नी महाजन के द्वारा गुलाब के फूलों की वर्षाकर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में पूर्व पार्षद राजश्री मूलचंद्र छाया सहित अन्य वक्ताओं ने बाबा साहेब के जीवन पर प्रकाश डाला। श्री महाजन ने कहा की महापुरूष की जयंती मनाते हुए हमें गर्व हो रहा है यह क्षेत्र मेरे लिए घर आंगन की तरह है। जब भी मेरेी आवश्यकता हो आप के लिए में तत्पर हुं आप के साथ हमेशा साथ खड़ा रहुंगा। प्रधानमंत्री आवास के हीं लिए नहीं आपके लिए हर लड़ाई लडऩे के लिए तैयार है। श्री महाजन के मार्गदर्शन में समरसता भोजन का आयोजन भी किया गया। सभी समाजों के नागरिकों ने एक साथ भोजन कर एकता अखंडता का परिचय दिया। कार्यक्रम में तुलसीराम राठौर, नारायण सिंह, बिल्लू जोशी, शंकर महेश्वरी, लक्ष्मी प्रसाद, कमल प्रजापति,कमलेश अग्रवाल,महेश राठौर, संजय मिश्रा, संजय यादव, कमलेश महेश्वरी, आशीष विश्वकमाज़्ं, मोनी शर्मा यश अग्रवाल, अशोक मेवाड़ा, वंश डागर, विक्की भावसार, राहुल खरे,सन्नी यादव, रवि यादव, सागर सोनी, रोहित वशिष्ट, ओम प्रकाश, धरम पटारिया, गोविंद पहलवान राठौर, ज्ञान प्रकाश माथुर,मूलचंद्र छाया,विनोद यादव गुडडा, राजेश राय,देवेंद्र राठौर, राकेश कुमार राठौर, बलराम कुशवाह, हुकुम सिंह, दिनेश चावड़ा, अशोक गौतम, मन डागर, मुकेश खत्री, सुरेश भारती, आशू राजोरिया, अभिलाष शर्मा अशोक गौतम, लोकेश सोनी, जाहिद पठान, अजहर मंसूरी, सुधीर सोनी, देवेंद्र सेंगर,भागीरथ भारती मोनू मालवीय, नितिन राय.दीपक प्रजापति, नाना खत्री, प्रकाश परमार, प्रमोद खत्री, गुडडु रेकवार, पदम राय, राज मीना सहित बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रही।
- समरसता के साथ सभी समाजों के नागरिकों ने एक साथ किया भोजन, एकता अखंडता की ली गई शपथ
अछूतों के समर्थन में डॉ अम्बेडकर ने चलाए थे कई आंदोलन, वह कई प्रतिभाओं के थे धनी- एमके राजोरिया अपर सचिव
सीहोर। मध्य प्रदेश अनुसुचित जाति जन जाति पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण परिषद कें प्रदेश महामंत्री तत्कालीन पार्षद नरेंद्र खंगराले के द्वारा आयोजित स्थानीय डॉ अम्बेडकर पार्क गंज के अनुसुचित जाति बहूल वार्ड क्रमांक 11 में संविधान निर्माता डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की १३१ वीं जयंती हर्ष उल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ भोपाल से पहुंचे एनके राजोरिया उपर सचिव संसदीय कार्य एवं वित विभाग मध्य प्रदउेश शासन द्वारा बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत जोड़ों आंदोलन के अध्यक्ष डॉ बलवीर तोमर थे कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय के द्वारा की गई। मध्य प्रदेश अनुसुचित जाति जन जाति पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण परिषद कें प्रदेश महामंत्री तत्कालीन पार्षद नरेंद्र खंगराले के द्वारा अतिथियों का पुष्प मालाओं से स्वागत किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए एनके राजोरिया ने कहा की डॉ भीमराव अम्बेडकर ने समाज में दलित वर्गो को समानता दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहे उन्होने दलित समुदाय के लिए एक ऐसी अलग राजनीतिक पहचान की वकालत की जिस में कांग्रेस और ब्रिटिश दोनों का हीं कोई दखल नहीं हो, सन १९३२ में ब्रिटिश सरकार ने अम्बेडकर की प्रथक निर्वाचिक के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। विषय को विस्तार देते हुए पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय कहा की इस प्रस्ताव के विरोध में महात्मागांधी ने आमरण अनशन शुरू कर दिया इस के बाद डॉ अम्बेडकर ने अपनी मांग वापस ले ली और बदले में दलित समुदाय को सीटों में आरक्षण और मंदिरों में प्रवेश करने का अधिकार देने के साथ हमेशा के लिए छुआछूत खत्म करने की बात मान ली गई। कार्यक्रम का संचालन मध्य प्रदेश पिछडा़ वर्ग संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रीतम दयाल चौरसिया ने किया। अंत में आभार व्यक्त करते हुए डॉ अनीस ने कहा की बाबा साहेब ने कहा था की में मूर्ति में नहीं किताबों में हुं मुझे पूजने की नहीं पढऩे की जरूरत है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रूकमणी रोहिला, राजेंद्र ठाकुर, राजाराम बडे भाई, निशांत वर्मा पवन राठौर, भंवर लाल सूर्यवंशी, क्षेत्रीय पार्षद आरती नरेंद्र खंगराले, धन्नालाल परचोले,गणेश तिवारी, पन्नालाल खंगराले, शोभाराम अहिरवार, कमल सूर्यवंशी, दयाराम गबाटिया, सूनील फरेला, रामदयाल कचनेरिया, डीवी खेलवाल, बदरी दसबंत, मीरा रेकवार, आशा गुप्ता, रमेश जाटव, मुन्नालाल निरंजन, नारायण सिंह परिहार, बापूलाल मालवीय आदि शामिल रहे।
- बाबा साहेब ने दिलाया अछूतों को मंदिरों में प्रवेश करने का अधिकार- राकेश राय
नौ दिवसीय श्रीराम कथा में राम वनवास प्रसंग सुन भावुक हुए श्रद्धालु
सीहोर। मनुष्य पर संगत का असर पड़ता है। कैकेयी अपने बेटे भरत से ज्यादा अपने सौतेले बेटे राम को प्यार करती थीं। लेकिन अपने मायके से आई दासी मंथरा के कान भरने की वजह से उन्होंने राम के लिए 14 वर्ष का वनवास मांग लिया। पहले वे ऐसी नहीं थीं। इसे संगत का असर ही कहेंगे, जिसने कैकयी के अंदर नकारात्मकता को हावी कर दिया। इसलिए कहा गया है कि जीवन में रंगत, संगत और मेहनत का असर पड़ता है। उक्त विचार शहर के चाणक्यपुरी स्थित विश्वनाथपुरी में श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर के तत्वाधान में जारी नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा में 108 श्री उद्धव दास महाराज ने कहे। 108 श्री उद्धव दास महाराज द्वारा राम वनगमन, दशरथ मरण और भरत मिलाप प्रसंग का वर्णन किया। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के वन जाने का प्रसंग सुनकर सभी श्रोता भावुक हो गए। भगवान राम के जयकारों से पूरा प्रांगण गूंज उठा। रामकथा सुनने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। अयोध्या नरेश महाराजा दशरथ ने बड़े पुत्र श्रीराम का राज तिलक करने का विचार बनाया। जब यह बात पता चली तो सभी खुश हो गए। लेकिन देवताओं के अनुरोध पर मां सरस्वती ने कैकई की दासी मंथरा की जिहवा पर बैठकर उसकी बुद्धि को भ्रमित कर दिया। तब मंथरा ने अपने कपटपूर्ण बातों से कैकई को भ्रमित कर दिया। इसके बाद राम को 14 वर्ष के लिए वनवास जाना पड़ा। महाराज दशरथ कोप भवन में पहुंचे और उन्होंने कैकई को समझाने का प्रयास किया। लेकिन कैकेई अपने जिद पर अडिग रहीं और अपने दोनों वरदानों की मांग रखी। पहले वरदान में भगवान राम की जगह भरत का राजतिलक और दूसरे वरदान में राम को 14 वर्ष का वनवास मांगा। कैकई ने सुमंत से राम को बुलवाया और राम को वनगमन का हुकुम सुना दिया। माता-पिता की आज्ञा मानकर राम वनवास के लिए तैयार हो गए। अयोध्या में राम के वनवास जाते ही राजा दशरथ ने अपने प्राण त्याग दिये। भ्राता भरत अयोध्या लौट चुके हैं। अयोध्या लौटकर भरत द्वारा कैकई को धिक्कारा। यह कथा सुनकर श्रोता भावुक हो उठे। रात्रि में आयोजित श्रीराम कथा के दौरान हंसदास मठ के महंत श्री हरिदास महाराज भी कथा स्थल पर उपस्थित हुए तथा उनके द्वारा भी भगवान राम के चरित्र का बहुत मार्मिक एवं भावपूर्ण वर्णन किया । दोनों संतो ने पूर्ण श्रद्धा भाव से एक दूसरे को प्रणाम किया। कथा में वरिष्ठ समाज सेवक अखिलेश राय एवं युवा भाजपा नेता प्रिंस राठौर उपस्थित हुए इस अवसर पर श्री राय ने इस सुंदर आयोजन के लिए समिति को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया तथा आशा की कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे। वहीं राजपूत समाज महिला मंडल द्वारा भी महाराज श्री का सम्मान कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। इस संबंध समिति के अध्यक्ष आनर सिंह चौहान, कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष अमित नीखरा, समिति के मीडिया प्रभारी आनंद अग्रवाल ने यहां पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि रात्रि आठ बजे से नौ दिवसीय कथा का शुभारंभ किया जा रहा है। आगामी 15 अपै्रल का महा आरती का आयोजन किया जाएगा और 16 अपै्रल को महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा।
- जीवन में रंगत, संगत और मेहनत का असर पड़ता है-108 श्री उद्धव दास महाराज
पॉलिटेक्निक कॉलेज में मनाई अंबेडकर जयंती छात्रों ने गीत, नृत्य, नाटिका एवं भाषण व्यक्त
कार्यकर्ताओं ने ली सदभावना एकता की शपथ, गांधी पार्क अम्बेडकर पार्क में हुआ कार्यक्रम
सीहोर। राष्ट्रीय अनुसुचित जनजाति विकास परिषद और राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच के द्वारा संयूक्त रूप से गुरूवार को संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती गांधी पार्क और अम्बेडकर पार्क में मनाई गई। कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय अनुसुचित जनजाति विकास परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष हरीश कौशल और राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच के प्रदेशाध्यक्ष नौशाद खान के द्वारा बाबा साहेब के चिंत्र एवं प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संबांधित किया गया। गांधी पार्क में कार्यकर्ताओं को सदभावना एकता की शपथ दिलाई गई। अम्बेडकर पार्क में कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब के बताए हुए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष सेवा यादव,राष्ट्रीय अनुसुचित जनजाति विकास परिषद के शहर अध्यक्ष महान कौशल सहित बड़ी संख्या में सीहेार सहित ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे कार्यकर्ता सम्मिलित रहे।
जिले के 20 ग्रामो को आदर्श ग्राम घोषित किया गया, भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित
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