पटना. बिहार में होनेवाले निकाय चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने बिहार के सभी नगर वार्डों के गठन की प्रक्रिया को पूरा किए जाने का निर्देश दिया है. जिसके बाद से ही प्रदेश के 79 नगर निकायों के वार्डों के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.वर्तमान पार्षद व भावी पार्षद प्रत्याशी एसी रूम को त्यागकर तपती धूप में जनसंपर्क करने बाहर निकलने लगे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार नवगठित नगर निकायों (नगर पंचायत/ नगर परिषद/ नगर निगम) के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों (वार्ड) का गठन किया गया है.इनमें नवगठित, उत्क्रमित एवं सीमा विस्तारित नगर निकाय शामिल हैं. इन सारी प्रक्रियाओं को आगामी 2 जून तक पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद ही सभी निकायों में नया नक्शा लोगों के सामने होगा. आयोग के सचिव मुकेश कुमार सिन्हा ने 79 नगर निकायों में वार्डों के गठन को लेकर सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी (नगरपालिका) को निर्देश दिया है. इनमें 06 नगर निगम, 34 नगर परिषद और 39 नगर पंचायत शामिल हैं. इस निर्देश के तहत शिवहर, जहानाबाद, अरवल, सुपौल, लखीसराय, मुंगेर एवं जमुई को छोड़कर शेष जिलों में कार्रवाई की जाएगी. जारी आदेश के अनुसार राज्य के 79 नगर निकायों के वार्डों के गठन की प्रक्रिया 13 अप्रैल से शुरू हो गयी है. जो 27 अप्रैल तक चली.28 अप्रैल को गठित वार्डो का प्रारूप प्रकाशन किया गया.28 अप्रैल से 11 मई तक आमलोगों से आपत्तियां प्राप्त की जाएगी. इस दौरान प्रारूप प्रकाशन के दौरान प्राप्त आपत्तियों का निबटारा 30 अप्रैल से 20 मई के बीच किया जाएगा.आयोग के अनुसार वार्डों की सूची तैयार कर उसपर प्रमंडलीय आयुक्त का अनुमोदन 21 से 27 मई के बीच प्राप्त किया जाएगा.अंतिम रूप से गठित वार्डों का जिला गजट में प्रकाशन 30 मई, 2022 को किया जाएगा. आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि आपत्तियों के निबटारे के बाद यदि प्रारूप प्रकाशित वार्डों में किसी प्रकार का संशोधन आवश्यक हो तो उसे सम्मिलित करते हुए संबंधित नगर निकाय के वार्डों की अंतिम सूची तैयार की जाएगी.उसपर संबंधित प्रमंडलीय आयुक्त का अनुमोदन प्राप्त कर निर्धारित समय में उसे संबंधित जिला गजट में नगर निकाय के मानचित्र सहित प्रकाशित किया जाएगा. इसके बाद उसकी प्रति मानचित्र सहित संबंधित नगर निकाय, राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य सरकार एवं जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजी जाएगी. इस प्रकार, अंतिम रूप से तैयार की गई वार्डों की सूची में बिना राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश से किसी प्रकार का परिवर्तन या संशोधन नहीं किया जा सकेगा. राज्य सरकार (नगर विकास एवं आवास विभाग) एवं राज्य निर्वाचन आयोग को जिला गजट में प्रकाशित वार्डों की सूची एवं मानत्रित प्राप्त करने की अंतिम तिथि 02 जून तक निर्धारित की गयी है.आयोग ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी (निर्वाचन) सह जिलाधिकारी को संबंधित अधिकारियों की बैठक जिला स्तर पर शीघ्र बुलाकर वार्डों के गठन एवं परिसीमन के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है. ताकि निर्धारित समय-सीमा में सभी कार्रवाई पूरी की जा सके. निर्वाचन आयोग ने राज्य के छह नगर निगम, 34 नगर परिषद और 39 नगर पंचायतों में जनसंख्या के आधार पर परिसीमन और वार्डों के गठन की अनुमति को हरी झंडी दी थी.गौरतलब है कि जनसंख्या के आधार पर बेतिया नगर निगम में 46 वार्ड, सीतामढ़ी नगर निगम में 46 वार्ड, सासाराम नगर निगम में 48 वार्ड, मोतिहारी नगर निगम क्षेत्र में 46 वार्ड, समस्तीपुर नगर निगम में 47 और बिहारशरीफ नगर निगम क्षेत्र में 51 वार्डों का गठन किया गया है.इसी आधार पर वार्डों की चौहद्दी आदि को तय किया गया है. राज्य सरकार ने पिछले एक साल में 100 से अधिक नए शहरी निकायों का गठन किया है.इनके वार्ड सीमांकन का काम पूरा होते ही चुनाव की प्रक्रिया आदि का रास्ता साफ हो जाएगा. आयोग ने 27 अप्रैल तक सीमांकन का पूरा करने का निर्देश दिया था.अब इसी आधार पर नव गठित वार्ड का प्रकाशन प्रारूप 28 अप्रैल 2022 को प्रकाशित किया गया.जबकि आपत्तियों की प्राप्ति के लिए आयोग ने 28 अप्रैल से लेकर 11 मई तक की तिथि निर्धारित की है. प्रारूप प्रकाशन के दौरान प्राप्त आपत्तियों का निष्पादन 30 अप्रैल से प्रारंभ होकर 30 मई तक जारी रहेगा.जबकि वार्डों की सूची तैयार कर उस पर प्रमंडलीय आयुक्त का अनुमोदन प्राप्त करने के लिए 21 मई से 27 मई तक की तिथि निर्धारित की गई है। अंतिम रूप से गठित वार्डों का जिला गजट में प्रकाशन 30 मई तक कर दिया जाएगा.
नए 6 नगर निगम है बेतिया, सीतामढ़ी, सासाराम, मोतिहारी, समस्तीपुर, बिहारशरीफ.
34 नगर परिषद : पीरो, चकिया, सुल्तानगंज, नवगछिया, कांटी, साहेबगंज, रामनगर, डुमरांव, बक्सर, बरबीघा, शेखपुरा, मसौढ़ी, टिकारी, बोधगया, हाजीपुर, लालगंज, महुआ, सीवान, गोगरी जमालपुर, खगडिय़ा, बरौली, मीरगंज, बैरगनिया, जनकपुर रोड, तेघड़ा, बरौनी, बलिया, बीहट, रोसड़ा, दलसिंहसराय, ताजपुर, शाहपुर पटोरी, बारसलीगंज और नवादा.
39 नगर पंचायत : बनगांव, गड़हनी, बारूण, देव, पीरपैंती, अकबरनगर, कुदरा, रामगढ़, बायसी, सिंहवाडा, कुर्सेला, बलरामपुर, सिंहेश्वर, बौंसी, मुरौल, बरूराज, सरैया, चेवाड़ा, पालीगंज, पुनपुन, बेनीपट्टी, फुलपरास, खिजरसराय, मशरख, हसनपुरा, बड़हरिया, रोहतास, सिंघिया, सरायरंजन, मुसरीघरारी, रानीगंज, जोकीहाट, पावापुरी, रहुई, अस्थावां, हरनौत, गिरियक, रजौली और हथुआ.
बता दें कि 2017 में दो चरण में नगर निकायों का चुनाव हुआ था.प्रथम चरण में 21 मई को वोट डाले गये थे.द्वितीय चरण में 4 जून को मतदान हुआ. इसका मतलब कुछ विलम्ब के बाद नगर निकायों का चुनाव हो जाएगा.जानकारी के अनुसार पटना नगर निगम की डिप्टी मेयर व वार्ड पार्षद ( 22 सी) रजनी देवी मेयर का चुनाव लड़ने का मन बना ली है.वहीं 22 बी से रीता देवी भी मैदान में कूद गयी हैं.यहां की वार्ड पार्षद सुमित्रा सिंह को शिकस्त देने के लिए व्यापक तौर पर रणनीति बनायी जा रही है. सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुखिया निलेश कुमार और उनकी पत्नी वार्ड पार्षद सुमित्रा सिंह ने कुर्जी भगेड़ा आश्रम को कामधेनू गाय बना रखा था.यहां से होने वाली आमदनी को डकार जा रहे थे.एक आरटीआई कार्यकर्ता की पहल पर मिया-बीबी की हाथ से कुर्जी भगेड़ा आश्रम मुक्त हो गया है.अब पटना नगर निगम के अधिकारी की देखरेख में जन समिति बनाने का प्रयास हो रहा है.कुर्जी भगेड़ा आश्रम हाथ से निकल जाने से दोनों का मनोबल गिर गया है.इसका असर आगामी चुनाव में पड़ने की संभावना है. बताया जाता है कि अल्पसंख्यक वोटरों को अपने पक्ष में लाने का प्रयास प्रत्याशियों द्वारा हो रहा है.फिलहाल वार्ड 22 ए में उमेश कुमार नामक प्रत्याशी पैठ जमाने में सफल हो रहे हैं.
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