मुंबई, 24 अप्रैल, एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी के करिश्मे पर उम्मीदें लगाये चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के मैच में जब सोमवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ उतरेगी तो उसे कई मोर्चों पर अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा । चेन्नई ने अभी तक सात में से दो ही मैच जीते हैं जबकि पंजाब किंग्स ने सात में से तीन मैचों में जीत दर्ज की है । पंजाब आईपीएल अंकतालिका में आठवें स्थान पर है और चेन्नई नौवें स्थान पर है । गत चैम्पियन चेन्नई इस सत्र में किसी भी विभाग में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी । वह उस तरह का क्रिकेट नहीं खेल पाई जिसके लिये उसे जाना जाता है और कप्तान रविंद्र जडेजा मोर्चे से अगुवाई करने में नाकाम रहे हैं । पिछले मैच में मुंबई इंडियंस पर तीन विकेट से मिली शानदार जीत और उसमें ‘धोनी के धमाल’ ने चेन्नई के लिये टॉनिक का काम किया होगा । धोनी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ‘फिनिशर’ क्यो कहा जाता है ।
आखिरी ओवर में एक छक्का और दो चौके लगाकर उन्होंने टीम को चमत्कारिक जीत दिलाई । चेन्नई की कमजोर कड़ी उसकी गेंदबाजी रही है लेकिन मुंबई के खिलाफ उसके गेंदबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया । तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी ने तीन विकेट चटकाये । वहीं पुराने सिपाही ड्वेन ब्रावो ने भी अपनी उपयोगिता साबित की । कप्तान जडेजा बल्ले या गेंद किसी से भी प्रभावित नहीं कर सके हैं ।टीम को दीपक चाहर और एडम मिल्ने की कमी खल रही है हालांकि श्रीलंका के स्पिनर महीश तीक्षणा ने अच्छी गेंदबाजी की है । युवा बल्लेबाज रूतुराज गायकवाड़ गुजरात टाइटंस के खिलाफ 73 रन को छोड़कर अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं ।हरफनमौला मोईन अली और शिवम दुबे को भी अधिक जिम्मेदारी से खेलना होगा क्योंकि एक और हार उन्हें आगे की दौड़ से बाहर कर सकती है । दूसरी तरफ पंजाब को दिल्ली कैपिटल्स ने नौ विकेट से हराया । पंजाब के बल्लेबाज लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे । शिखर धवन, लियाम लिविंगस्टान और शाहरूख खान लगातार अच्छी पारियां नहीं खेल पाये हैं जबकि जॉनी बेयरस्टॉ को चार मौके मिले और वह चारों में नाकाम रहे । गेंदबाजी में पंजाब के पास कैगिसो रबाडा है जबकि अर्शदीप सिंह भी फॉर्म में हैं । वैभव अरोड़ा को बेहतर प्रदर्शन करना होगा । तेज गेंदबाज हरफनमौला ओडियन स्मिथ की भूमिका अहम है लेकिन वह चिर परिचित अंदाज में खेल नहीं पा रहे हैं ।
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