गरीबों के बिजली बिल माफ हो,महंगाई पर अंकुश हो, अस्पताल में सुविधाएं हो,
- रेलों का स्टॉपेज हो,बेरोजगारों को रोजगार दो, पात्रों पीएम आवास और पेंशन दो,
- सद्भावना एकता मंच और राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच के कार्यकर्ताओ ने दिया दस सूत्रीय ज्ञापन
सीहोर। शुक्रवार को राष्ट्रीय सद्भावना एकता मंच और राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच के कायज़्कताओज़्ं के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष नौशाद खान के नेतृत्व में अनुविभागीय अधिकारी कार्यांलय पहुंचकर जन हितेषी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी बृजेश सक्सेना को दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से गरीबों के बढ़ते हुए बिजली के दामों को1000 से 100 किए जाने, विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा गरीबों के निकाले गए मीटर वापस लगवाने और कुकीज़् जैसे अभियान बंद करने और कोरोना काल से अब तक के बिजली बिल पूर्ण रूप से माफ किया जाने, पेट्रोल डीजल गैस सिलेंडर के बढ़ाए गए दामों को वापस लेने, बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध कराने शहर में फैक्ट्रियों का निर्माण कराए जाने सहित बेरोजगारों को हरसंभव रोजगार कराने, सीहोर रेलवे स्टेशन पर सभी बड़ी ट्रेनों का तत्काल स्टॉपेज क्या जाने कराया जाने जिला अस्पताल में इलाज की सभी सुविधाओं उपलब्ध कराने, शहरी प्रधानमंत्री आवास योजना और ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना में वास्तविक गरीबों को जांच कर प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने, गरीबी रेखा के राशन काडज़् वास्तविक गरीबों के ही बनाए जाने, पात्र लोगों को निराश्रित पेंशन योजना वृद्ध विकलांग योजना विधवा पेंशन योजना बढ़ाकर ?1000 किए जाने, रमजान महा में नगर पालिका परिषद के द्वारा मस्जिदों में पानी उपलब्ध कराने मस्जिदों के आसपास साफ सफाई कराए जाने सहित अन्य मांगे राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच के द्वारा की गई है। ज्ञापन देने वालों में ममता शर्मा, दीपिका शर्मा, अजहर बाबा, अनोखेलाल सूर्यवंशी अयाज लाला अकरम कुरैशी साजिद पठान गंगा प्रसाद कमलेश छाया मांगीलाल,दिनेश,सुमेर सिंह, भादर सिंह, बबल, सेवा यादव,रमेश पटेरिया, जमुना प्रसाद, आफताब अली, मोहम्मद रईस खान, सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल रहे।
प्रतिमा का प्लेट फार्म अनेकों स्थान से क्षतिग्रस्त, कुर्सियां टोटी पानी के अभाव में पेड़ पौधे सूख रहे.
- बाबा साहेब की जयंती के पहले किया जाएगा डॉ अम्बेडकर पार्क का जीणोद्धार
- सेवादल कांग्रेस जिला अध्यक्ष खंगराले की मांग पर नपा सीएमओ ने दिए निर्देश
नियमितीकरण की मांग को लेकर सड़क पर उतरे अतिथि विद्वान
सीहोर। प्रदेश के शासकीय कॉलेजों में कार्यरत अतिथि विद्वानों ने सरकार की बेरुखी के बाद आंदोलन का झंडा बुलंद कर दिया है। अतिथि विद्वान अब बड़ी स्क्रीन पर वीडियो पिक्चर दिखा कर कांग्रेस शासनकाल के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अतिथि विद्वानों से किए गए वादे की याद भी दिलाएंगे।अतिथि विद्वान विरोध रैली लेकर भोपाल तक जाएंगे और उच्च शिक्षा मंत्री सहित मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन देंगे। अतिथि विद्वानो ने नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा मध्यप्रदेश के बैनर तले प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुरजीत सिंह भदोरिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में स्थित चिंतामन श्री गणेश मंदिर में पहुंचकर सबसे पहले भगवान को ज्ञापन दिया। इसके बाद अतिथि विद्वानों ने भगवान चिंतामन की विधिवत पूजा अर्चना की ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना वादा याद दिलाते हुए उन्हें सद्बुद्धि देने की भगवान से कामना की। अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा मध्य प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुजीत सिंह भदोरिया ने बताया कि शुक्रवार को मध्य प्रदेश के सभी जिलों में कार्यरत अतिथि विद्वान अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर सीहोर के चिंतामन गणेश मंदिर परिसर में एकत्रित हुए। प्रदेश अध्यक्ष श्री भदौरिया ने बताया कि समस्या के निराकरण का आधार होते हुए भी सरकार के द्वारा इस मामले में लेटलतीफी की जा रही है। भाजपा सरकार के द्वारा आपात रूप से नियुक्त सहयोगी प्राध्यापकों जो की लोक सेवा आयोग से चयनित हुए उन्हें मानवीय आधार पर नियमित किया गया है। जिसके लिए बकायदा वर्ष 2003,2005 और 2007 में नियुक्ति आदेश भी जारी किया गया है। इसी प्रकार भाजपा शासित हरियाणा हिमाचल प्रदेश उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में भी बिना किसी परीक्षा के अतिथि विद्वानों सहायक प्राध्यापकों को सीधे नियमित कर दिया गया है लेकिन मध्यप्रदेश में कार्यरत अतिथि विद्वानों के साथ लगातार सरकार के द्वारा अन्याय किया जा रहा है। जिसके चलते शासकीय कॉलेजों में कार्यरत अतिथि विद्वानों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। जबकि मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने वर्ष 2015 में नियमितीकरण के लिए विभागीय नोटशीट मंत्री परिषद को दी थी जिसके बाद सुपर न्यूमरेरी पद बनाकर समस्या का समाधान किया गया था। अतिथि विद्वानों की समस्या का समाधान के इतने विकल्प होने के बावजूद सरकार इस मामले में बेरुखी दिखा रही है जिसके चलते अतिथि विद्वान निराशा के हालातों से गुजर रहे हैं। नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा मध्यप्रदेश के द्वारा अतिथि विद्वानों को एक निश्चित वेतनमान अधिकार 65 वर्ष की उम्र तक उनकी सेवा को स्थाई तत्व प्रदान करने और उनके पदों को भरा माना जाने तथा स्थानांतरण या नई नियुक्तियों के होने पर उन्हें किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं किए जाने की मांग की जा रही है। प्रदर्शन में डॉक्टर बी एल दोहरे, डॉ रईस खान, डॉ संजय पांडे, अविनाश मिश्रा, डॉ पूजा मिश्रा, विभा श्रीवास्तव, डॉ वसीम खान, डॉ अवधेश पांडे, डॉ वसीमउल्लाह खान, डॉ बीएल टोडेकर सहित बड़ी संख्या में प्रदेश भर के अतिथि विद्वान सम्मिलित रहे।
- चिंतामन श्रीगणेश मंदिर के सामने दिया प्रदेशभर के अतिथि, विद्वानों ने धरना,पूजा अर्चना के बाद सौपा भगवान को ज्ञापन, मुख्यमंत्री के गृह जिले से किया आंदोलन का शुभारंभ
फौजियों का सम्मान करेंगे पूर्व मंत्री रामपाल सिंह राजपूत
सीहोर। श्री क्षत्रिय राजस्थान राजपूत महासभा द्वारा बोर्ड का लोकार्पण एवं फौजियों का सम्मान एवं होली मिलन समारोह 3 अप्रैल सुबह दस बजे से ग्राम दुपाड़िया दांगी तहसील श्यामपुर, जिला सीहोर में होगा। इस मौके पर मुख्य अतिथि रामपाल सिंह, पूर्व मंत्री एवं सिलवानी विधायक, विशेष अतिथि रामेश्वर शर्मा हुजूर विधायक व भाजपा नेता रघुनाथ सिंह भाटी रहेंगे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता सीहोर विधायक सुदेश राय करेंगे। इस दौरान मुख्य अतिथि सेवा निवृत्त फौजियों एवं समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वरिष्ठजनों का सम्मान करेंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए नरेश हाड़ा ने बताया कि श्री क्षत्रिय राजस्थान राजपूत महासभा द्वारा होने वाले इस भव्य कार्यक्रम में दस से अधिक फौजियों का सम्मान का कार्यक्रम किया जाएगा। जिसमें प्रदेश भर के पदाधिकारी शामिल होंगे।
ग्राम पंचायत सनखेडी में जल संवाद आयोजित
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