- ● तामिलनाडू में गिरफ्तार 40 बिहारी मजदूरों की रिहाई की मांग पर सुधा डेयरी मजदूरों ने की नारेबाजी
- ● तामिलनाडू टीम भेजने व पीड़ित मजदूरों को आर्थिक व कानूनी सहायता देने की उठाई मांग
- ● सांप्रदायिक विभाजन की आड़ में मजदूरों को गुलाम बनाने, अधिकार छिनने की मोदी सरकार की साजिश के खिलाफ एक मई मज़दूर दिवस पर
- ● बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना में संसोधन कर मुआवजा 20 लाख करने,स्वास्थ्य व दुर्घटना बीमा कराने की उठाई मांग-ऐक्टू
फुलवारीशरीफ. ऐक्टू (एआइसीसीटीयू) से सम्बद्ध सुधा डेयरी ,पटना जिला निजी वाहन चालक एवं कर्मचारी यूनियन के सैंकड़ो मजदूरों ने आज डेयरी प्रांगण मे बैठक किया और इस अवसर पर तमिलनाडु के कोयम्बटूर जेल में विगत 7 अप्रैल से गिरफ्तार चंपारण ,बिहार के 40 मजदूरों की रिहाई की मांग सहित नीतीश-भाजपा सरकार द्वारा अधिकारियों की टीम कोयम्बटूर, तामिलनाडू भेजने,पीड़ित मजदूरों को आर्थिक व कानूनी मदद देने,मजदूरों पर लादे गए झूठा मुकदमा वापस लेने और दुर्घटना में मारे गए युवा मजदूर कमोथ राम के परिजन को 20 लाख मुआवजा देने की मांग उठाते हुए जमकर नारेबाजी की. आज हुए बैठक को मुख्य रूप से ऐक्टू राज्य सचिव सह यूनियन अध्यक्ष रणविजय कुमार ने सम्बोधित किया.इनके अलावे यूनियन महासचिव मनीष उर्फ निनी ,रंजीत कुमार आदि नेताओं ने बैठक को सम्बोधित किया. 40 बिहारी मजदूरों की रिहाई को लेकर हुए नारेबाजी के बाद यूनियन सदस्यों को सम्बोधित करते हुए ऐक्टू सह यूनियन नेता रणविजय कुमार ने गिरफ्तार मजदूरों की रिहाई के लिए नीतीश सरकार से आगे आकर पहल करने की मांग करते हुए प्रवासी बिहारी मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा की गारंटी के लिए "बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना" में संसोधन कर दुर्घटना मृत्यु पर मुआवजा 20 लाख करने,स्वास्थ्य व दुर्घटना बीमा कराने,पीड़ित प्रवासी मजदूरों को आर्थिक-कानूनी सहायत सम्बन्धी प्रावधान जोड़ने की मांग किया. मजदूर नेता रणविजय कुमार ने बैठक से डरावने - दंगाई "राम राज्य-जय श्री राम" के नारे पर साम्प्रदायिक विभाजन की आड़ में मजदूरों का कानूनी व संवैधानिक 8 घण्टा काम का अधिकार समाप्त कर 12 घण्टा करने,हड़ताल का अधिकार छीन मजदूरों के लिए सजा का प्रावधान करने आदि जैसे खतरनाक कानूनों के जरिये मजदूरों को गुलामी की ओर ढ़केलने की भाजपाई साजिश के खिलाफ फुलवारीशरीफ बाजार में एक मई को लाल लहर प्रदर्शन निकालने की घोषणा किया. उन्होंने सुधा डेयरी सहित फुलवारीशरीफ के सभी मजदूरों से अपने कानूनी व संवैधानिक अधिकार की रक्षा के लिए मोदी सरकार की साम्प्रदायिक साजिश के खिलाफ एक मई को आयोजित लाल लहर प्रदर्शन में शामिल होकर सड़कों पर निकलने का आह्वान किया है.
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