सम्राट अशोक की जयंती के मौके पर 8 अप्रैल को भाजपा ने कुशवाहा समाज में अपने आधार प्रदर्शित करने के लिए समारोह का आयोजन किया। इसके आयोजन के लिए भाजपा ने पूरी शक्ति लगा दी। इस आयोजन के नेतृत्व का जिम्मा पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी को सौंपी गयी। भाजपा द्वारा आयोजित समारोह में श्रोता के रूप में बड़ी संख्या में कुशवाहा समाज के लोग ही थे। पटना के बापू सभागार में आयोजित समारोह में लोग खचाखच भरे हुए थे। प्रमुख वक्ताओं में पार्टी के वरिष्ठ नेता के साथ भाजपा के लगभग सभी मंत्री शामिल थे। बड़ी संख्या में भाजपा के विधायक और पूर्व विधायक भी मौजूद थे। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में तीन बड़े नेता शामिल थे। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने संबोधन में आयोजन के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए सम्राट चौधरी की पहल की सराहना की। अन्य वक्ताओं ने भी कुशवाहा समाज को साधने की रणनीति और महत्व को रेखांकित किया। इन नेताओं के भाषण का सार तत्व यही था कि अब कुशवाहा के खेत-बागान में गोभी-भंटा के साथ ‘कमल’ खिलाने का समय आ गया है। बिहारी मुहावरे में कुशवाहा के खेत-बागान की फसल को बर्बाद करने का आरोप यादव पर लगता रहा है। इसलिए भाजपा ने कुशवाहा के खेत-बागान में खिले कमल की ‘रक्षा’ का जिम्मा भी यादवों को सौंप दिया है। ग्रामीण स्तर पर कुशवाहा और यादव के बीच विश्वास का नया माहौल बनाने की रणनीति की शुरूआत भाजपा ने कर दी है। करीब दोपहर पौने एक बजे समारोह में शामिल होने वाले वरिष्ठ नेताओं का काफिला बापू सभागार में प्रवेश करने के लिए पहुंचा। पहली गाड़ी में भूपेंद्र यादव अकेले सवार थे। दूसरी गाड़ी की अगली सीट पर नित्यांनद राय बैठे थे, जबकि बीच वाली सीट पर सम्राट चौधरी के साथ केशव प्रसाद मौर्य बैठे हुए थे। इन दो यादवों के अलावा तीसरे यादव पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव पहले से मंच पर मौजूद थे।
--- वीरेंद्र यादव न्यूज ---
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