पटना 30 अप्रैल, भाकपा-माले के बिहार राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि पार्टी की केंद्रीय कमिटी के आह्वान पर देश भर में ‘अतिक्रमण’ हटाने के बहाने मेहनतकश-गरीबों के घरों-ठेलों-दुकानों आदि पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं, इसके खिलाफ भाकपा-माले मई दिवस अर्थात 1 मई से 31 मई तक पूरे राज्य में अभियान चलाएगी. मई दिवस के कार्यक्रम में भी इस विषय को प्रमुखता से उठाया जाएगा. गरीबों के घर-बार पर - नहीं चलेगा बुलडोजर, भारत के भाईचारे पर - नहीं चलेगा बुलडोजर और भारत के संविधान पर - नहीं चलेगा बुलडोजर; इन तीन प्रमुख नारों के साथ मई दिवस सहित पूरे महीने अभियान संचालित होगा. माले राज्य सचिव ने आगे कहा कि पूरे देश में भाजपा की सरकारें और नगर निगम चुन-चुन कर मुसलमान, मेहनतकश-गरीबों को ‘बांग्लादेशी’ और ‘दंगाई’ बताकर उनपर खास निशाना साध रहे हैं. भाजपा ने ‘बुलडोजर’ को अपना नया चिन्ह-सा बना लिया है. यह एक गरीब-विरोधी और मुस्लिम-विरोधी चिन्ह में बदल गया है. ऐसे में जरूरी है कि देश के गरीब और मेहनतकश एकजुट होकर इस भाजपाई ‘बुलडोजर राज’ का प्रतिरोध करें. हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई समुदायों के मेहनतकश को आज एक स्वर में कहने की जरूरत है कि गरीबों के आवास और रोजगार पर, सामाजिक मेल-मिलाप और भाईचारे-बहनापे पर और देश के संविधान पर बुलडोजर चलाना कत्तई स्वीकार नहीं है. देश के लोगों को सचेत करने और प्रेरित करने के लिए भाकपा-माले यह एक महीने का अभियान चलाएगी. अभी कुछ दिन पहले बिहार सरकार के भाजपा कोटे से भूराजस्व मंत्री रामसूरत राय ने भी इसी तरह का बयान दिया था. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि बिहार में भी ‘बुलडोजर राज’ की जरूरत है. हम भाजपाइयों से कह देना चाहते हैं कि बिहार में वे ऐसा सपना देखना बंद कर दें. उनकी इस प्रकार की किसी भी प्रकार की संविधानविरोधी कार्रवाई की बिहार की जनता जोरदार जवाब देने के लिए तैयार है.
शनिवार, 30 अप्रैल 2022
बिहार : देश में बुलडोजर राज थोपन के खिलाफ माले चलाएगा महीने भर का अभियान
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