मुंबई, 15 अप्रैल, नीलामी में खराब योजना के कारण परेशानी में घिरी मुंबई इंडियंस शनिवार को जब यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसका उद्देश्य पांच मैचों के हार के सिलसिले को तोड़ने के साथ आदर्श संयोजन खोजने का भी होगा। यह पहली बार नहीं है जब मुंबई इंडियंस को पांच मैचों में लगातार हार मिली हो लेकिन यह शायद पहली बार है जब ऐसा लग रहा है कि टीम के ‘थिंक टैंक’ के पास इससे बाहर निकलने के लिये कोई योजना नहीं दिख रही है। यह निश्चित रूप से कप्तान रोहित शर्मा की गलती नहीं है कि पांच बार की चैम्पियन ने नीलामी में गड़बड़ी की हो और एनटी तिलक वर्मा को छोड़कर ऐसे घरेलू खिलाड़ियों को चुना हो जो अच्छा नहीं कर पा रहे जिसका उन्हें नुकसान ही होगा। मुंबई की गर्मी में लखनऊ की टीम के खिलाफ रोहित और अन्य 10 खिलाड़ियों को क्विंटन डिकॉक, लोकेश राहुल, कृणाल पंड्या और आयुष बडोनी सहित अन्य के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
कृणाल और डिकॉक निश्चित रूप से मुंबई के सामने कड़ी चुनौती पेश करेंगे और शायद उन्हें सोचने पर मजबूर कर दें कि उन्होंने अपनी टीम में उन्हें वापस नहीं लेने का सही फैसला किया था या नहीं। टीम चयन में कुछ ऐसे फैसले भी हुए जिन्हें बयां भी नहीं किया जा सकता और साथ ही टिम डेविड जैसे खिलाड़ी को दो मैचों के बाद बाहर बिठाना इनमें शामिल हैं जिन्हें लाख डॉलर खर्च करके खरीदा गया था। मुंबई इंडियंस की स्थिति इस तरह की रही है कि अपनी टीम में पर्याप्त गेंदबाजों को शामिल करने के चक्कर में वे अपनी टीम में विदेशी खिलाड़ियों का पूरा कोटा भी इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि डेविड को जयदेव उनादकट के स्थान पर उतारा जा सकता है जो एक बार फिर क्रिकेट के उच्च स्तर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा सके है। उनादकट और बासिल थम्पी में से किसी को डेविड के लिये जगह बनानी होगी क्योंकि उनके पास कई विकल्प मौजूद नहीं है। मुरूगन अश्विन के मामले में उनकी जगह मैदान पर उतारने के लिये इस समय केवल लेग स्पिनर मयंक मार्कंडे दिखायी दे रहे हैं। राहुल चाहर या कृणाल की तरह का बेहतरीन स्पिनर नहीं होना भी मुंबई इंडिंयस के लिये परेशानी का सबब बन रहा है जो कभी कभार रन गति पर लगाम कसते हैं। मुख्य कोच महेला जयवर्धने पहले ही कह चुके हैं कि रोहित का प्रदर्शन उनके लिये चिंता का विषय नहीं है। रोहित को शायद अपने कुछ शॉट खेलने से बचना होगा और सूर्यकुमार यादव के साथ क्रीज पर डटकर बल्लेबाजी करनी होगी ताकि टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर बना सके जिससे उनका कमजोर गेंदबाजी लाइन अप इसका बचाव कर पाये। लखनऊ के लिये मेंटर गौतम गंभीर को सोचने की जरूरत होगी कि क्या मार्कस स्टोइनिस और जेसन होल्डर दोनों को अंतिम एकादश का हिस्सा होना चाहिए या नहीं या फिर वे इनमें से एक के बिना उतरे और शीर्ष क्रम में राहुल और डिकॉक के साथ इविन लुईस को उतारे।
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