अंदर के जातिवाद को मारना बाबा साहेब को श्रद्धांजलि : राजेन्द्र पाल गौतम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 30 अप्रैल 2022

अंदर के जातिवाद को मारना बाबा साहेब को श्रद्धांजलि : राजेन्द्र पाल गौतम

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नई दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में युवा शक्ति मॉडल स्कूल में इंडियन एजुकेशन एंड सोशल वैलफेयर सोसाइटी द्वारा भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर जी की 131 वीं जयंती बड़े ही धुमधाम व हर्षोहुल्लास से मनाई गई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री राजेन्द्र पाल गौतम जी सोशल जस्टिस मंत्री, दिल्ली सरकार ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सूरजभान कटारिया जी सदस्य ‘अम्बेडकर फाउंडेशन’ सोशल जस्टिस मंत्रालय, भारत सरकार ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक जय भगवान उपकार जी बवाना व सिविल जज रोहिणी कोर्ट श्री वीरेन्द्र जी  रहे।  श्री राजेन्द्र पाल गौतम ने शुरूआत बड़े ही हल्के भाव से की और कहा कि मुझे यहां पर आकर खुशी हो रही है कि आप इस पटके में बहुत सुंदर लग रहे है इसमें पांच रंग है इनके महत्व को समझे तो दुनिया की कोई ताकत हमें नहीं हरा सकती साथ ही मुझे थोड़ा दुख भी हो रहा है कि क्योंकि हम सज्जा, सजावट, ट्रोफी, बुके खरीदने में इतना धन व्यर्थ करते है। हमारे समाज के पास धन का बहुत अभाव है। हमें इस खर्चे से बचना चाहिए। हमारे समाज के खिलाफ बहुत गहरी साजिश चलाई जा रही है, ये कोई बड़ी बात नहीं है कि मैं दिल्ली सरकार में मंत्री हुं व विरेन्द्र जी जज है। गौतम ने कहा कि हमारे में काबिलियत की कमी नहीं है। इसलिए ये लोग नए-नए हथकंडें अपना रहे है। ये जानते है कि हम चमडे से जूता बना लेते है, लकड़ी से फर्नीचर त्यार कर लेते है। मिट्टी से घर बना लेते हैं इसलिए ये लोग नई-नई साजिश के तहत हमे खत्म कर रहे है। हमें एक होना होगा। जाति को तोड़ना होगा। हमें बच्चों के रिश्ते करने होेंगे। इन्होंने चालाकी से भारत के बड़े-बडे उपकरणों  को पहले तो घाटे में दिखाया। अब साजिश के तहत उन्हें बेचा जा रहा है।  हमारे समाज का एक आदमी नहीं मिलेगा, जो बैंकों का पैसा लेकर भाग रहा हो। हम तो ईमानदार है। देश भक्त है। मेहनत करके खाने वाले है। गद्दार वो लोग है जो भाग रहे है और इन्हें कोई पुछने वाला नहीं है। आप लोगों को बुरा लगेगा हम बेवकूफ है कि हमारे बाबा साहेब डॉ.भीम राव अम्बेडकर ने हमें जो वोट का अधिकार दिलाया है जो। हमने उसकी कीमत को नहीं समझा, आज हम उस वोट की ताकत को 500 रुपए से 1000 रुपए में बेच देते है और इसी कारण  संसद में पहुंच कर ऐसी पॉलिसियां बनाते है। जिसका असर सबसे ज्यादा बहुजन समाज पर हो। यहीं कारण है कि हमारे समाज पर उत्पीड़न ज्यादा बढ़ रहा है। गांव में घोड़ी पर बैठने व मुछे रखने पर हत्या हो जाती है हम कैसे भारत में रह रहे है। हमें समझना होगा। हमारी ताकत क्या है। उस पर काम करना होगा। अपने अंदर के जातिवाद को मार दो और एक हो जाओ ये ही हमारी बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर को सच्ची  श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम  में नेत्रहीन बच्चों को टाकिंग वॉच, मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर कर सम्मानित किया गया। प्रोग्राम के बाद सभी लोगों ने खाने-पीने का बड़े ही उत्साह से आनंद लिया।

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