- पूरे शहर में निकाला आक्रोश मार्च
जयनगर/मधुबनी, जिले के जयनगर में बीते दिनों किराना व्यवसायी श्रवण कापड़ी के हत्या मामले में पुलिस के कार्यशैली के खिलाफ वैश्य समाज ने काला बिल्ला एवं प्रतिकार बैनर सहित नारेबाजी लगा कर प्रतिरोध मार्च निकाला। प्रतिरोध मार्च में वैश्य समाज के भी सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। वयोवृद्ध समाजसेवी विशम्भर पूर्वे के नेतृत्व में प्रतिरोध मार्च शहरी क्षेत्र के मुख्य सड़कों के अलावे स्टेशन रोड, शहीद चौक, महावीर चौक, भेलवा चौक, वाटरवेज चौक, ब्लॉक रोड, पटना गद्दी चौक समेत अन्य मार्गों पर निकाला गया। प्रतिरोध मार्च में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के वैश्य व सूङी समाज के दर्जनों की संख्या में लोग शामिल हो कर एक सुर में जयनगर के थानाध्यक्ष संजय कुमार को निलंबित करने और श्रवण कापड़ी हत्या मामले में अपराधी की गिरफ्तारी करने की मांग की गई। प्रतिरोध मार्च को शामिल प्रवीर महासेठ ने जयनगर थानाध्यक्ष के खिलाफ आक्रोश दिखाया और कहा कि जयनगर थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग करते है। इस मौके पर वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष प्रह्लाद पूर्वे ने कहा कि जयनगर के थानाध्यक्ष के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। उन्होंने थानाध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि बढ़ते अपराधिक घटनाओं को रोकने में पुलिस प्रशासन पूरी तरह विफल है। वहीं, हीरा मांझी ने कहा कि जयनगर में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है, लोग डरे-सहमे से हैं। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि लोगों का मन जीते और अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द की जाए। इस प्रतिरोध मार्च में डॉ० मुकेश महासेठ, डॉ० सुनील राउत, प्रवीर महासेठ, आनंद पूर्वे, दीपक खर्गा, सुरेंद्र महतो, सत्यनारायण महतो, गुड्डा मंडल, संजय महतो, गणेश कांस्यकार, हरेराम चौधरी, हीरा मांझी, शम्भु गुप्ता, बब्लु पंजियार, सूर्यनाथ महासेठ, उपेंद्र नायक, मनीष कुमार, सुमित राउत, हरिओम साह, संतोष शर्मा, राजेश गुप्ता, सुजीत यादव, पप्पू पूर्वे, सुधीर खर्गा, दिनेश पूर्वे, मुकेश कुमार, मोहन मांझी, विवेक सूरी, अमित महतो, दिनेश महतो, रामचंद्र साह, मनीष महतो, अमित कुमार राउत, नीतीश प्रधान, सीयाराम महतो, ललन कापड़ी, राकेश कापड़ी, लखन महासेठ, सत्य नारायण महतो समेत सैकड़ों की संख्या में वैश्य समुदाय के अन्य कई लोग मौजूद थे। आक्रोशित लोगों ने हत्या की न्यायिक जांच हत्यारे की गिरफ्तारी अविलंब करने और थानाध्यक्ष को निलंबित करने मृतक के परिजनों को 50 लाख मुआवजा देने की मांग की गई।
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