- टीकाकरण मेंधीमी प्रगति के लिए कई प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछे जाने के भी दिए निर्देश।
- बिचौलिए द्वारा जनहित के कार्य में बाधा पर लगेगी लगाम।
मधुबनी, जिलाधिकारी अमित कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं विशेषकर सघन मिशन इंद्रधनुष की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा कई महत्वपूर्ण दिशा- निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी द्वारा जिले में कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर अलग अलग आयुवर्ग के लिए चलाए गए टीकाकरण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी ली गई। उन्होंने 12 से 14 आयुवर्ग के बच्चों में टीकाकरण की धीमी प्रगति पर असंतोष प्रकट करते हुए इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि इन दिनों विद्यालय प्रातःकालीन संचालित किए जा रहे हैं। ऐसे में टीकाकरण अभियान में समय का पूरा खयाल रखना आवश्यक है। उन्होंने टीकाकरण में धीमी प्रगति के लिए कई प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछे जाने के भी निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने जिले के सभी आंगनवाड़ी के केंद्र की सेविका और सहायिकाओं के कोरोना टीका लगवा लेने के साक्ष्य के रूप में उनके प्रतिरक्षण सर्टिफिकेट जिला मुख्यालय में समेकित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आशा और फील्ड मोबिलाइजर को ग्रास रूट स्तर पर कार्य करनेवाले स्वास्थ्यकर्मियों के रूप में चिन्हित किया और निर्देश दिया कि इनके मानदेय भुगतान को लेकर कभी विलंब न किया जाए। उन्होंने इनसे कंप्लीट सर्वे की अपेक्षा भी की। जिलाधिकारी ने कहा कि लोगो को पुरी सहजता के साथ गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे।उन्होंने कहा की बुधवार को जिले भर में जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा किए जाने वाले अनुश्रवण कार्य में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा वरीयता क्रम में ऊपर रहेगी। उन्होंने नियमित टीकाकरण के संधारित लक्ष्य को भी हासिल करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जनता दरबार कार्यक्रम में जिले भर के लोग अपनी अपनी समस्याओं के साथ मिलने आते हैं। उनसे समय समय पर जिले भर में चल रही योजनाओं का लेखा जोखा मिलता रहता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कई विभागों जिनमें स्वास्थ्य व बाल विकास परियोजना शामिल हैं, जिनमें बिचौलिए योजनाओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। जबकि इन विभागों का सीधा संबंध लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि बिचौलिए लोगों को जनहित के कार्य में बाधा पंहुचाने नहीं दिया जाएगा। इसलिए जिला स्तर से एक शिकायत दर्ज करवाने हेतु मोबाइल नंबर जारी किया जा रहा है, जिसे सभी सरकारी कार्यालयों पर अंकित किया जाएगा। जब जिले के लोग स्वस्थ रहेंगे, तभी समाज क्रियाशील रहेगा। बैठक में सिविल सर्जन, मधुबनी डॉ. सुनील कुमार झा, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, मधुबनी डॉ. आर के सिंह, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक, दयानिधि पाण्डेय, यूनिसेफ के जिला समन्वयक प्रमोद कुमार झा, जिला बाल प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस, श्रीमती शोभा सिन्हा सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और सीडीपीओ उपस्थित थे।
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