पटना 15 मई , भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि दिल्ली के भयावह मुंडका अग्निकांड, जिसमें 27 लोगों की मौत की अब तक पुष्टि हुई है, में कई लोगों की बिहार से होने की संभावना है. लेकिन इन मृतकों की शायद ही कोई खोज-खबर बिहार सरकार ने अब तक ली है. राज्य के बाहर काम कर रहे मजदूरों की लगातार होती मौतें एक गहन चिंता का विषय है. उन्हें बेहद असुरक्षित परिस्थितियों में काम करना पड़ता है. हमने बारंबार केंद्र व बिहार सरकार से प्रवासी मजदूरों के लिए कानून बनाने की मांग की है ताकि उनके रोजगार व सुरक्षा की गारंटी हो सके. लेकिन इसके प्रति बिहार सरकार का रवैया लगातार उदासीन बना हुआ है. जो बहुत ही गंभीर मामला है. अभी तक प्राप्त सूचना के अनुसार मंुडका कंपनी में लगी आग की चपेट में बिहार की सहरसा की रहने वाली 35 वर्षीय सोनी , मुजफ्फरपुर की 42 वर्षीय गीता देवी, 29 वर्षीय मधु आदि मजदूर महिलाएं आई हैं, जिनकी कोई खोज-खबर नहीं है. सभी 27 लोगांे का शरीर जलकर पूरी तरह से कंकाल बन गया है, जिसके कारण लाश की पहचान में संकट आ रहा है. इसलिए बिहार सरकार अपने स्तर से सभी मृतकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए और मृतक परिजनों को तत्काल 20-20 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा करे.
रविवार, 15 मई 2022
दिल्ली के मुंडका अग्निकांड में कई लोग बिहार के, पता लगाए सरकार : माले
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