धूमधाम से मनेगी पारा शनि मंदिर में शनि जयंती
पारा । सोमवती अमावस्या को पारा नगर मे कलयुग न्यायाधीश शनि मंदिर में धूमधाम से शनि जयंती मनाई जावेगी। उक्त जानकारी देते हुवे शनि मित्र मण्डल के अध्यक्ष आनन्द सरतलिया ,सचिव अमृत राठौड उपाध्यक्ष मदन राठौड़ ओर कोषाध्यक्ष सुरेश सरतलिया ने संयुक्त रूप से बताया कि कोरोना काल के कारण विगत दो वर्ष से नगर के शनि मंदिर में भगवान शनिदेव की जयंती पर कोई भी सामूहिक कार्यक्रम नही किया गया था । प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी सोमवती अमावस्या दिनांक 30 मई को शनि जयंती पर शनि मित्र मंडल पारा द्वारा बड़े पैमाने पर आयोजन किया जा रहा है । जिसमे मित्र मण्डल द्वारा घर घर जा कर शनि जयंती के कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र दिए गये है व सभी धर्मप्रेमी जनता से शनि जयंती के कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर धर्म लाभ लेने की अपील की है।
यह होंगे कार्यक्रम: - प्रातः 5 बजे आरती सुबह 8 बजे शनि मंदिर से भगवान शनिदेव के तेल चित्र की शोभायात्रा के साथ नंगर भृमण । 10 बजे सामुहिक अभिषेक ओर यज्ञ , दोपहर 12 बजे महाआरती शाम को 6 बजे महाप्रसदी भण्डारे का आयोजन ओ संध्या साढ़े सात बजे आरती के बाद रात्री 8 बजे से मन्दिर परिसर पर रामायण मण्डल पारा के द्वारा संगीयमयी सुंदरकांड किया जावेगा।
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लोक उपयोगी सेवाओं के संबंध में जागरूकता के उद्देश्य हेतु लोकोपयोगी लोक अदालत का आयोजन
झाबुआ। जन उपयोग के लिए लोक उपयोगी सेवाओं के संबंध में जागरूकता के उद्देश्य हेतु लोकोपयोगी लोक अदालत का आयोजन आज दिनांक 28 मई-2022 शनिवार को एडीआर सेंटर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय झाबुआ में माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमान मोहम्मद सैय्यदुल अबरार जी के मार्गदर्शन एवं जिला न्यायाधीश/सचिव श्री लीलाधर सोलंकी की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें आम नागरिकों को पेयजल प्रदाय, स्ट्रीट लाईट, यातायात सेवा जैसी जन उपयोगी सेवाओं के प्रदाय या सेवाओं में कमी आदि की स्थिति में लोक उपयोगी लोक अदालत में मामला प्रस्तुत कर सकते है। जिसमें कोई भी न्याय शुल्क देय नहीं है। लोक उपयोगी लोक अदालत में जिला न्यायाधीश एवं सचिव श्री लीलाधर सोलंकी जी ने अपने विचार रखे उन्होंने कहा कि लोकोपयोगी सेवाऐं समाज के कमजोर वर्गाें की दैनंदिनी जरूरतों से जुड़ी हुई अपरिहार्य सेवाऐं है, जिनका मानवीय संवेदनाओं के साथ शीघ्र निराकरण आवश्यक है जो लोकोपयोगी सेवाओं के लिए स्थायी लोक अदालतों के माध्यम से संभव है। अधिवक्ताओं और पक्षकारों को लोक अदालत के माध्यम से विभिन्न जन उपयोगी सेवाओं के प्रदाय के लिए लाभ लेने की समझाईश दी। लोक उपयोगी सेवाओं के प्रदाय के लिए स्थायी एवं निरंतर लोक अदालत के लिए जिला न्यायाधीश व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को पदेन अध्यक्ष (पीठासीन न्यायाधीश) लोक अदालत राजपत्र के द्वारा अधिसूचित किया गया है। लोक उपयोगी लोक अदालत के पदेन सदस्य मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी झाबुआ एवं कार्यपालन यंत्री सिविल लोक निर्माण विभाग झाबुआ को नामित किया गया है। उक्त बैठक में जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री मुकेश कौशल, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री दीपक भण्डारी, अधिवक्ता श्री डी.पी. अग्निहोत्री, श्री मोहम्मद यूनूस लोदी, श्रीमती जया झाला, श्री अजहर एवं पक्षकारगण उपस्थित रहें।
‘‘अन्नदान उत्सव‘‘ सहभागिता से सुपोषण
झाबुआ । दिनांक 27 मई 2022 को प्रातः 10 बजे जिला प्रशासन के आव्हान पर झाबुआ नगरपालिका क्षेत्र में ‘‘अन्नदान उत्सव ‘‘ सहभागिता से सुपोषण के लिए झाबुआ के आंगवाडीयों हेतु खाद्यान्न एवं खिलौना एकत्रिकरण रैली का आयोजन कलेक्टर कार्यालय से प्रारम्भ किया गया। जिसमें खिलौनों का एकत्रिकरण एवं खाद्यान्न का एकत्रिकरण कलेक्टर कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा बडी संख्या में खिलौना एवं खाद्यान्न स्वैच्छा से एकत्र किया गया, जो नजारा था वह अकल्पनीय था। सहभागिता से सुपोषण का उद्देश्य लेकर चलाए गए कार्यक्रम में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिला स्तर के मुख्य कार्यक्रम में कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा टैªक्टर ट्रॉली में सवार होकर शहर में निकले शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, आम लोगों ने ट्रॉली में सामान रखा। सबुह 10 बजे कलेक्टर कार्यालय परिसर से रैली को हरी झंडी दिखाकर इस आयोजन की शुरूवात की गई। हजारों की संख्या में खिलौने एकत्र हुए लोगों की इस हेतु होड लग गई। लोगों का सहयोग समाजिक संस्थाओं का सहयोग, धार्मिक संस्थाओं का सहयोग यहां तक की बच्चों तक का सहयोग इस अवसर पर देखने को मिला। जो जिले के लिए एक मिशाल के रूप में जाना जाएगा। आंगनवाडी के बच्चों के प्रति लोगों की संवेदनशीलता एवं उनका स्नेह छल छला उठा। लोगों ने इस आयोजन की प्रशंसा के साथ प्रशासन को जन सहयोग के लिए इतना संवेदनशील पहली बार देखा था। इस जन सहभागिता में कलेक्टर कार्यालय परिवार, वन विभाग परिवार, स्वास्थ्य विभाग का परिवार, बस स्टेशन पर बस एसोसिऐशन एवं आरटीओ परिवार, शारदा विद्या मंदिर परिवार, मेडिकल ऐसोसिऐशन, जैन समाज, कटकानी परिवार, रोटरी क्लब, व्यापारी संघ, बोहरा समाज, आजाद साहित्य परिसर, नगरपालिका परिवार, जनसम्पर्क विभाग परिवार, आबकारी विभाग का परिवार, राजपूत समाज परिवार, नन्हे मुन्हे बच्चों एवं कलेक्टर महोदय के निवास से भी बडी संख्या में खाद्यान्न एवं खिलौने प्रदान किए। हर कोई कुछ न कुछ देने के लिए आगे आ रहा था। कलेक्टर महोदय, जिला अधिकारी, जनप्रतिनिधि के द्वारा टैªक्टर ट्राली, छोटा हाथी में बैठकर लोगों से जनभागीदारी के लिए झाबुआ के विभिन्न मार्गो से निकले थे। कलेक्टर महोदय का साफा बाधंकर अभिनंदन भी किया गया। जगह-जगह हार फुल से भी स्वागत किया गया। जो आयोजन था उसका शब्दों में बयान नही किया जा सकता है। जिले में 194 क्विटंल गेंहूॅ 14.77 क्विंटल चावल, 258 क्विंटल तुवर दाल, 162 क्विंटल चना दाल, 8.14 क्विंटल मक्का प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त खिलौनों में गुड्डा-गुड्डी 400 नग, खिलौना जेसीबी 120 नग, छोटी गाडी 421 नग, हैण्डबॉल 1383 नग, क्रिकेट बेट एवं बॉल 1000 नग, टेडीबियर 10 नग, सायकल 3 नग, टेबल टेनिस बॉल 200 नग, हॉकी बॉल 50 नग, अल्फाबेट चार्ट 20 नग अन्य खिलौने 200 नग प्राप्त हुए। इसके अतिरिक्त भी लोगों का उत्साह जारी है। जो आज कलेक्टर महोदय के कार्यालय में आ कर बच्चों ने इस जनसहभागिता में अपना सहयोग किया। इस सफल आयोजन में झाबुआ ही नहीं पुरे जिले में जो अपार जनसहयोग आंगनवाडियों के लिए अपना स्नेह प्रदर्शित किया उसके लिए कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने सभी को धन्यवाद दिया है।
- झाबुआ की आंगनवाडियों हेतु खाद्यान्न एवं खिलौना एकत्रिकरण रैली, कलेक्टर के आव्हान पर खाद्यान्न और खिलौने देने वालों की होड लगी
त्रि स्तरीय पंचायत राज संस्थाओं के निर्वाचन हेतु जिला स्तरीय स्टेण्डिग कमेटी की बैठक सम्पन्न, जिले में होगा दो चरणों में निर्वाचन
त्रि-स्तरीय पंचायतों एवं नगरीय निकायों के चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए, समस्त शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों के लिए घोषित ग्रीष्म कालिन अवकाश निरस्त
झाबुआ। मध्य प्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशानुसार विभागीय समसंख्यक आदेश दिनंाक 7 अक्टुंबर 2021 द्वारा शिक्षकों के लिए दिनांक 1 मई 2022 से 9 जून 2022 तक ग्रीष्म कालीन अवकाश घोषित किया गया था। सचिव मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल के पत्र दिनंाक 27 मई 2022 के परिपालन में त्रि-स्तरीय पंचायतों एवं नगरीय निकायों के चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए राज्य शासन एतद् द्वारा प्रदेश की समस्त शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों के लिए घोषित ग्रीष्म कालिन अवकाश निरस्त किये जाते है। उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावशील होगा।
‘‘ प्राकृतिक खेती की जानकारी आमजन के लिये सुलभ - जिला मुख्यालय पर परामर्ष केन्द्र स्थापित
झाबुआ,। प्रकृतिजन्य कृषिगत संसाधनों के बेहतर समन्वय और युक्तीयुक्त दोहन से न केवल खेती किसानी में लागत को कम किया जा सकता है, बल्कि गुणवत्तायुक्त खाद्यान्न उत्पादन के साथ-साथ बेहतर आय भी श्रृजित की जा सकती है। प्रकृति के निकट रहने वाले झाबुआ जिले के किसानों को प्राकृतिक खेती के सैद्धांतिक और व्यावहारिक पक्ष की बेहतर समझ विकसित करते हुऐ जमीन पर उतारने की भरपूर संभावनाऐं है। प्राकृतिक खेती अपनाने से न केवल खेती किसानी की लागत नियंत्रित होकर गुणवत्तायुक्त पोष्टीक आहार का उत्पादन किया जा सकता है बल्कि पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण की दिषा में एक ठोस पहल भी की जा सकती है। हवा तथा जल स्त्रोतों की गुणवत्ता में कमी के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण का एक महत्वपूर्ण आयाम मिट्टी में घातक रसायनों का जमा होकर मृदा प्रदूषण भी है। मृदा के रासायनिक और भौतिक स्वास्थ्य संर्वधन के माध्यम से पर्यावरण प्रदूषण रोकने की दिषा में एक सार्थक प्रयास किये जा सकते है। प्राकृतिक खेती के बहुआयामी फायदां के मद्देनजर जिले के किसानों को प्रचलित खेती पद्धति के स्थान पर प्राकृतिक खेती की ओर रूझान विकसीत करने का समय आ गया है। झाबुआ जिले के कलेक्टर श्री सोमेष मिश्रा द्वारा जिले में प्राकृतिक खेती के संदेष को दूरस्थ अंचलों तक पहुंचाने के निर्देष दिये गये है। प्राकृतिक खेती के सैंद्धातिंक और व्यवहारिक ज्ञान को किसानों और आमजन के लिये सुलभ कराने के उद्देष्य से जिला मुख्यालय पर परामर्ष केन्द्र की स्थापना के लिये प्रदत्त निर्देषों के अनुक्रम में कृषि परिसर झाबुआ स्थित मिट्टी परीक्षण प्रयोगषाला के पास परामर्ष केन्द्र व्यावहारिक स्वरूप ले चुका है। जिले में प्राकृतिक खेती पद्धति को सुनियोजित ढंग से अपनाने और बढावा देने के लिये जिला मुख्यालय कृषि परिसर में प्राकृतिक खेती परामर्ष केन्द्र स्थापित किया गया है। इस केन्द्र पर प्राकृतिक खेती के आधारभूत अवयवों - गोबर, गौ-मूत्र, गुड़, बेसन, चूना, सजीव मिट्टी के साथ-साथ नीम, करंज, धतुरा, सीताफल, पपीता, अरण्डी, अमरूद इत्यादि पत्तीयों के संयोजन से जीवांमृत, बीजांमृत, घनजीवांमृत, नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र का सजीव ढंग से निर्माण करने के लिये प्रादर्ष यूनिट तैयार की गई है। प्राकृतिक खेती अपनाने के लिये किसान को महंगे आदानो की आवष्यकता नही रहती है। मात्र एक से दो देषी गाय गोबर और गौं मूत्र के साथ खेतों की मेढ़ो पर उगने वाली वनस्पति के युक्तियुक्त संयोजन से प्राकृतिक खेती को अमलीजामा पहनाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त लगने वाले आदान एक आम व्यक्ति के घरों में उपलब्ध होने वाली सामग्री से सुलभ हो जाते है। प्राकृतिक खेती के माध्यम से खेती किसानी में उत्पन्न होने वाले जैव अवषिष्टों का बेहतर पुर्नचक्रीकरण भी किया जा सकता है। कलेक्टर श्री सोमेष मिश्रा द्वारा जिले के किसानो से प्राकृतिक खेती की ओर अपना रूझान बढाने के साथ-साथ कार्यरूप में परिणीत करने का आव्हान किया। प्राकृतिक खेती करने के इच्छुक कृषक जिला मुख्यालय पर स्थापित प्राकृतिक खेती के परामर्ष केन्द्र का अवलोकन कर जीवांमृत, बीजांमृत, घनजीवांमृत, नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र इत्यादि के संबध में जानकारी प्राप्त कर सकते है। परामर्ष केन्द्र के प्रभारी श्री एस.एस.रावत सहायक संचालक कृषि को नियुक्त किया गया है। परामर्ष केन्द्र पर श्री रावत के साथ-साथ सहायक संचालक श्री एस.एस.मोर्य तथा श्री एम.एस.धार्वे के अतिरिक्त अपने क्षेत्र के अनुविभागीय कृषि अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और मैदानी स्तर के कृषिगत विभागीय अमले से भी सम्पर्क कर सकते है।
प्रदेश में पहला पायलेट प्रोजेक्टर आदिवासी बाहुल्य जिले में नवाचार के माध्यम से जिला प्रशासन द्वारा महिलाओं को पिरियड फ्रेन्डली वातावरण प्रदान करने हेतु मिशन महिमा का शुभारंभ किया
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