लगातार पांच हार से केकेआर के लिये प्लेऑफ की राह मुश्किल हो गयी है। उसे अब एक अदद अंतिम एकादश तय करने और टूर्नामेंट में आगे उसमें बहुत अधिक बदलाव नहीं करने की जरूरत है। केकेआर के कप्तान श्रेयस अय्यर ने पिछले मैच के बाद कहा था, ‘‘काफी बदलाव किये जा रहे हैं। सही संयोजन तैयार करना मुश्किल हो रहा है क्योंकि खिलाड़ी चोटिल भी हैं। हमें बेफिक्र बल्लेबाजी करने की जरूरत है।’’ श्रेयस ने अभी तक 36.25 की औसत से 290 रन बनाये हैं लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिल रहा है। कप्तान के रूप में श्रेयस ने उम्मीदें जगाई हैं लेकिन उन्हें अपने साथियों को भी प्रेरित करना होगा। वेंकटेश के साथ नीलामी से पहले टीम में रखे गये एक अन्य खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती के निराशाजनक प्रदर्शन से भी केकेआर को नुकसान पहुंचा है। उन्हें पिछले मैच में बाहर किया गया लेकिन उससे भी परिणाम में कोई बदलाव नहीं आया और टीम ने लगातार पांचवां मैच गंवाया। गेंदबाजी में टिम साउदी, उमेश यादव और सुनील नारायण ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया है और उनका लक्ष्य फॉर्म में चल रहे जोस बटलर के बल्ले को शांत रखना होगा। राजस्थान बटलर पर बहुत अधिक निर्भर है और उनके 70.75 औसत से बनाये गये 566 रन के कारण टीम शीर्ष चार में बनी हुई है। इंग्लैंड के इस बल्लेबाज से हर मैच में बड़ी पारी की उम्मीद नहीं की जा सकती है और इसलिए कप्तान संजू सैमसन को अपने प्रदर्शन में निरंतरता दिखानी होगी। गेंदबाजी राजस्थान का मजबूत पक्ष है लेकिन पिछले मैच में ओस ने काफी प्रभाव डाला जिससे वे मुंबई इंडियन्स को 159 रन का स्कोर हासिल करने से नहीं रोक पाये थे। युजवेंद्र चहल ने इस सत्र में अभी तक 13.68 की औसत से 19 विकेट लिये हैं और वह गेंदबाजों की सूची में सबसे आगे हैं। उनके अलावा राजस्थान के पास रविचंद्रन अश्विन, ट्रेंट बोल्ट और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाज हैं।
मुंबई, एक मई, शीर्ष क्रम में लगातार बदलाव का विपरीत प्रभाव झेल रही कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सोमवार को यहां होने वाले मैच में विजयी संयोजन तलाश कर पांच मैचों की हार का सिलसिला तोड़ने की कोशिश करेगी। वेंकटेश अय्यर की खराब फॉर्म के कारण केकेआर को शीर्ष क्रम में लगातार बदलाव करने पड़े लेकिन उसका कोई भी प्रयोग सही साबित नहीं हुआ जिससे टीम को नुकसान हुआ। वेंकटेश का प्रदर्शन पिछले सत्र में शानदार रहा था जिसके दम पर उन्होंने भारतीय टीम में भी जगह बनायी थी लेकिन इस सत्र में वह रन बनाने के लिये जूझ रहे हैं। केकेआर ने शीर्ष क्रम में उनकी नाकामी के बाद उन्हें मध्यक्रम में आजमाया लेकिन इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। बायें हाथ के इस बल्लेबाज को पिछले मैच में फिर से आरोन फिंच के साथ पारी की शुरुआत करने भेजा गया लेकिन वह फिर से असफल रहे।
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