सियोल, नौ मई, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन ने उत्तर कोरिया से बातचीत की अपनी नीति का बचाव करते हुए सोमवार को अपने विदाई संबोधन में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कोरियाई प्रायद्वीप में शांति बहाली और परमाणु विसैन्यीकरण के प्रयास जारी रहेंगे। मून जे-इन मंगलवार को अपने पांच साल के कार्यकाल के बाद पद छोड़ रहे हैं और उन्होंने रूढ़िवादी यूं सुक येओल को राष्ट्रपति के अधिकार और जिम्मेदारियां सौंप दीं। यूं सुक येओल ने मून पर उत्तर कोरिया के ‘‘अधीन’’ होने का आरोप लगाया है और उत्तर कोरिया पर परमाणु कार्यक्रम को लेकर सख्त रुख अपनाने का वादा किया। मून ने देश भर में टेलीविजन पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा, ‘‘शांति हमारे अस्तित्व और समृद्धि की शर्त है। मुझे उम्मीद है कि दक्षिण और उत्तर कोरिया के बीच बातचीत फिर से शुरू करने और परमाणु विसैन्यीकरण और शांति स्थापित करने के प्रयास जारी रहेंगे।’’ मून ने 2017 में पदभार संभाला था, उन्हें उत्तर कोरिया के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। लेकिन अंततः उन्हें उत्तर कोरिया के साथ सुलह करने का एक अवसर तब मिला, जब उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन 2018 की शुरुआत में अपने परमाणु शस्त्रागार के भविष्य पर बातचीत के लिए अचानक सियोल और वाशिंगटन पहुंचे। किम ने सबसे पहले अपनी बहन को मून के साथ बातचीत करने और फरवरी 2018 में दक्षिण कोरिया में शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए दक्षिण कोरिया भेजा। दोनों कोरियाई नेताओं ने 2018 में बाद में शिखर सम्मेलन के लिए तीन बार मुलाकात की, सीमा पर तनाव कम करने के लिए कदम उठाए और गायकों, बास्केटबॉल टीमों और अन्य लोगों को शामिल करने संबंधी कार्यक्रमों की अनुमति दी। मून ने किम और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच परमाणु मुद्दे पर बातचीत में मध्यस्थता की थी।
सोमवार, 9 मई 2022
मून ने अपने विदाई संबोधन में उत्तर कोरिया के साथ शांति का आह्वान किया
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