हार्पर कॉलिंस इंडिया हिंदी पाठकों के लाया है चर्चित किताबों के अनुवाद - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 30 जून 2022

हार्पर कॉलिंस इंडिया हिंदी पाठकों के लाया है चर्चित किताबों के अनुवाद

  • · हार्पर हिंदी की नई पेशकश में गिरीश कर्नाड ‘यह जीवन खेल में’ ,अमिताभ घोष ‘महापर्बत’, रामचंद्र गुहा ‘क्रिकेट का कॉमनवेल्थ’, सत्या सरन की किताब ‘रितु नंदा: फिर भी रहेंगी निशानियाँ’, देवदत्त पट्टनायक की किताब ‘योग पुराण’ और  जेफ़ केलर की बहुचर्चित किताब ‘नज़रिया जीत का’ लेकर आया है.
  • · अवनि दोशी के बुकर प्राइज के लिए चयनित उपन्यास द गर्ल इन वाइट कॉटन का अनुवाद ‘सफ़ेद लिबास वाली लड़की’ भी जल्द हार्पर हिंदी से प्रकाशित हो रही है.

Being Ritu_hindi
नई दिल्ली : हार्पर कॉलिंस इंडिया और हार्पर हिंदी अपने हिंदी पब्लिशिंग प्रोग्राम के तहत ऐसी किताबों का चयन कर रहे हैं, जो हिंदी के पाठकों को आकर्षित करेंगी,इसी श्रृंखला के  तहत इस वर्ष हार्पर कॉलिन्स ने कई चर्चित लेखकों की बेहतरीन किताबों के अनुवाद अपने हिंदी पाठकों के लिए प्रकाशित  किये हैं,जो पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. हिंदी पाठकों की रूचि को देखते हुए प्रकाशक द्वारा आगे भी कई चर्चित और महत्वाकांक्षी किताबों के अनुवादित कृतियाँ  प्रकाशित किये जायेंगे जिनकी एक लिस्ट  हाल ही में साझा की हैं | समय की ज़रुरत और पाठकों की मांग को ध्यान में रखते हुए इस साल प्रकाशित हुई कुछ विशेष अनूदित किताबें हैं: अमिताभ घोष की ‘महापर्बत’, जो एक दिलचस्प कहानी के माध्यम से हमें पर्यावरण की महत्ता समझाती है; गिरीश कर्नाड का संग्रहणीय संस्मरण ‘यह जीवन खेल में’, ये एक ऐसे दौर की बयानगी है, जो बहुत तेजी से बीत गया पर फिर भी कुछ ऐसे पल हमारे ज़हन में छोड़ जाता है; रामचन्द्र गुहा की ‘क्रिकेट का कॉमनवेल्थ’, जो क्रिकेट के प्रति दीवानगी के साथ स्टेट और नेशनल लेवल की क्रिकेट के कई अनसुने किस्से बेहद रोचक अंदाज में हमारे सामने बयां करती है; सत्या सरन की किताब ‘रितु नंदा: फिर भी रहेंगी निशानियाँ’ एक प्रतिष्ठित परिवार में पैदा हुई और फिर एक धनी परिवार की बहू बनने वाली एक ऐसी लड़की की कहानी कहती है, जो अपने लिए एक अलग राह बनाती है; पुराण और योग को अधिक करीब से समझाने की कोशिश करती देवदत्त पट्टनायक की किताब ‘योग पुराण’ औरप्रेरक किताबों की श्रेणी में जेफ़ केलर की बहुचर्चित किताब ‘नज़रिया जीत का’| आने वाली किताबों में शामिल है: अवनि दोशी के बुकर प्राइज के लिए चयनित उपन्यास द गर्ल इन वाइट कॉटन का अनुवाद ‘सफ़ेद लिबास वाली लड़की’; कैप्टन गोपीनाथ द्वारा शुरू की गई सबसे सस्ती एयरलाइन के रोमांचक सफ़र की गाथा ‘उड़ान: एयर डेक्कन का सफ़र’ और शीतल कक्कर मेहरा की बहुप्रशंसित किताब ‘बिजनेस एटिकेट: युवा प्रोफेशनल्स के लिए एक गाइड’ शामिल है|


हार्पर हिंदी के तहत हम कथा-साहित्य और कथेतर श्रेणियों की कुछ लोकप्रिय औरचुनिन्दा किताबें अपने पाठकों तक पहुँचाना चाहता है| हार्पर हिंदी के पूर्व प्रकाशनों में गुलज़ार साहब, ऋषि कपूर, पंकज कपूर, अब्दुल कलाम, अगाथा क्रिस्टी, इब्ने सफी (श्रृंखला) और सुरेन्द्र मोहन पाठक की किताबों को पाठकों का खूब प्यार मिला है|  हार्पर कॉलिंस इंडिया के प्रकाशक उदयन मित्रा ने अपनी हिंदी लिस्ट पर प्रकाश डालते हुए कहा: “भारत एक बहुभाषी देश है, और हार्पर कॉलिंस में हमारा प्रयास अधिक से अधिक पाठकों तक किताबें पहुँचाना होता है| हार्पर हिंदी पब्लिशिंग प्रोग्राम के तहत हम ऐसी किताबों का चयन कर रहे हैं, जो हिंदी के पाठकों को आकर्षित करेंगी| पिछले एक साल में प्रकाशित हुई हार्पर हिंदी की किताबें विशेष रूप से मेरे दिल के करीब हैं: हमारी प्रकाशित किताबों में गिरीश कर्नाड, अमिताभ घोष और रामचन्द्र गुहा से लेकर जेफ़ केलर और देवदत्त पट्टनायक तक की किताबें शामिल हैं; अवनि दोशी की पुरस्कृत किताब ‘गर्ल इन वाइट कॉटन’ का अनुवाद जल्द ही आने वाला है| हमारी हिंदी की सभी किताबें ई-बुक और कुछ किताबें ऑडियो बुक के रूप में भी उपलब्ध हैं| हार्पर हिंदी की लिस्ट में और भी बेहद दिलचस्प किताबें शामिल हैं: हम आशा करते हैं कि आने वाले कुछ महीनों में ये किताबें पाठकों तक पहुँच जाएँगी|” हार्पर कॉलिंस इंडिया की हिंदी किताबों की संपादक उर्मिला गुप्ता ने कहा, “एक संपादक के लिए उसकी किताब एक ‘खिड़की’ या नार्निया (फिल्म) की अलमारी की तरह होती है, जो उसे एक नई और अनूठी दुनिया में ले जाती है| और फिर यहाँ तो कहानी, संस्मरण, इतिहास, जीवनी, पुराण और प्रेरक जैसे विविध विषयों से जुड़ी अलग-अलग दुनियाएं थीं| इनमें से प्रत्येक किताब का चयन उसके विषय और पाठकों में उसकी लोकप्रियता के आधार पर किया गया है| इन किताबों के अनुवाद के लिए क्षेत्र के श्रेष्ठ और अनुभवी अनुवादकों के सहयोग ने संपादन को और भी सहज और रोचक बना दिया... आशा है किताबों की ये ‘खिड़की’ या ‘अलमारी’ पाठकों का भी खुले दिल से स्वागत करेगी|”

कोई टिप्पणी नहीं: